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Earthquake In Nepal: सुबह सुबह काठमांडू में तेज़ भूकंप के झटके, घरों से बाहर निकले लोग
Earthquake In Nepal: भूकंप के झटकों से हुए नुकसान की विस्तृत जानकारी नहीं मिल सकी है।
Earthquake In Nepal : नेपाल में रविवार सुबह 8:13 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप मापन और अनुसंधान केंद्र के भूकंपविज्ञानी लोकविजय अधिकारी के अनुसार, सुबह 8:13 बजे 6 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र खोतांग में मार्टिंबिर्टा था। फिलहाल भूकंप के झटकों से हुए नुकसान की विस्तृत जानकारी नहीं मिल सकी है। लेकिन यह बताया गया है कि भूकम्प के झटके काफी तेज थे और लोग बदहवास होकर घरों से बाहर निकल आए।
भूकंप के झटके खोतांग, सिंधुपालचोक, काठमांडू समेत देश भर में विभिन्न स्थानों पर महसूस किए गए। 9 जुलाई को शाम 6:07 बजे सिंधुपालचौक में हेलम्बु फुट ट्रेल के पास 4.7 तीव्रता का भूकंप आया था।
हाल ही में भूविज्ञानी प्रो. विशालनाथ उप्रेती ने कहा था कि हमें पता होना चाहिए कि नेपाल में मानसून में अधिक भूस्खलन क्यों होता है। उन्होंने कहा कि चुरे, महाभारत क्षेत्र और 'चार' हिमालयी क्षेत्र के पास भारी बारिश के बाद भूस्खलन होता है। इस दौरान उन्होंने कहा कि भूकंप से प्रभावित इलाकों में 20 साल तक भूस्खलन का खतरा बना हुआ है।
पहले भी महसूस हुए ऐसे झटके
पांच दिन पहले 25 जुलाई को मध्य नेपाल में सुबह 4.7 तीव्रता के भूकंप का झटका महसूस किया गया । भूकंप के झटके के कारण बहुत लोगों की नींद खुल गयी और उन्हें बाहर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा । नेपाल के भूकंपीय केंद्र ने इसकी जानकारी दी । राष्ट्रीय भूकंप निगरानी एवं अनुसंधान केंद्र ने बताया कि रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.7 मापी गयी है और यह सुबह 6.07 बजे महसूस किया गया । इसके अनुसार इसका केंद्र काठमांडू से 100 किलोमीटर पूर्व में हेलंबू में था ।
इससे पहले 2 जुलाई को देश में आए भूकम्प का केंद्र बाजुरा था। राष्ट्रीय भूकंप मापन और अनुसंधान केंद्र के मुताबिक, सोमवार सुबह साढ़े चार बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। बाजुरा में जिउलेख मद्दू के उपरिकेंद्र के रूप में 4.1 तीव्रता का भूकंप आया था। इस महीने भूकंप का यह तीसरा बड़ा झटका है। जिससे लोगों में दहशत है।