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world News : एक होने के तीस साल बाद भी पीछे है पूर्वी जर्मनी
पूर्वी और पश्चिमी जर्मनी का एकीकरण हुए तीस साल हो गए हैं लेकिन पूर्वी जर्मनी आज भी पश्चिमी जर्मनी से पीछे है। जर्मन सरकार मानती है कि अब भी कई आर्थिक और मनोवैज्ञानिक समस्याओं को दूर किया जाना बाकी है। पूर्वी जर्मनी की अर्थव्यवस्था को पश्चिमी जर्मनी की अर्थव्यवस्था के बराबर लाने में अब भी कई भौगोलिक और आर्थिक कारण बाधा बन रहे हैं। स्थानीय स्तर पर संशय का माहौल भी प्रगति की राह में एक बड़ी अड़चन है।
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रिपोर्ट का कहना है कि पूर्वी जर्मनी में 57 प्रतिशत लोग खुद को दोयम दर्जे का नागरिकों जैसा महसूस करते हैं। सर्वे में हिस्सा लेने वाले सिर्फ 38 प्रतिशत लोग जर्मनी के एकीकरण को एक सफलता मानते हैं। इनमें 40 साल से कम उम्र वाले सिर्फ 20 प्रतिशत लोग हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि बीते 30 साल में पूर्वी जर्मनी में बुनियादी ढांचों का लगातार विकास हुआ है और शहरों, कस्बों में जीवन स्तर में सुधार हुआ है और स्वास्थ्य सुविधाएं लोगों तक पहुंचाई गई हैं।
2018 तक पूर्वी हिस्से की अर्थव्यवस्था पश्चिमी हिस्से के 75 प्रतिशत तक पहुंच गई जबकि 1990 में यह 43 प्रतिशत थी। रोजगार के अवसर भी बहुत बेहतर हुए हैं और वहां लोगों का मेहनताना भी पश्चिमी हिस्से की तुलना में 84 प्रतिशत तक हो गया है। पूर्वी हिस्से में हालत उससे कहीं बेहतर है, जैसी मानी जाती है। अहम बात यह है कि एकीकरण के बाद से वहां होने वाले विकास का बहुत सकारात्मक प्रभाव रहा है। 1989 में बर्लिन दीवार गिरने के बाद कम्युनिस्ट पूर्वी जर्मनी और लोकतांत्रिक पश्चिमी जर्मनी के एकीकरण का रास्ता साफ हुआ। पूर्वी जर्मनी पश्चिम के मुकाबले पिछड़ा हुआ था। एकीकरण के बाद वहां विकास के प्रयास तेज किए गए। लेकिन आज भी वह इलाका आर्थिक रूप से पश्चिमी जर्मनी के बराबर नहीं है। 1989 में एकीकरण के बाद से हर साल पूर्वी जर्मनी को लेकर रिपोर्ट जारी होती है। दोनों हिस्सों के बीच आर्थिक खाई को भरने के लिए जर्मन सरकार आने वाले सालों में विकास के 12 क्षेत्रों पर ध्यान देने के लिए सहमत हुई है।