Social Media Guidelines: सोशल मीडिया की एक-एक पोस्ट की होगी जांच, इस देश ने लगाया सख्त पहरा

Social Media Guidelines: सोशल मीडिया पर लगाम कसने की एक बड़ी कवायद चीन में होने जा रही है। वहां अब पोस्ट होने से पहले हर एक टिप्पणी की समीक्षा किये जाने की योजना है।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 30 Jun 2022 4:47 PM GMT
Every post of social media in China will be investigated
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चीन में Social Media पर सख्ती: photo - social media

Social Media Guidelines: सोशल मीडिया पर लगाम कसने की एक बड़ी कवायद चीन (China) में होने जा रही है। वहां अब सोशल मीडिया पर पोस्ट होने से पहले हर एक टिप्पणी की समीक्षा (comment review) किये जाने की योजना है। चीन में पहले से ही मीडिया पर दुनिया के सबसे सख्त पहरे हैं, और इस नए कदम से सेंसरशिप नई ऊंचाइयों पर बढ़ जाएगी।

चीन के इंटरनेट नियामक ने अपनी वेबसाइट पर मसौदा नियमों का एक नया सेट प्रकाशित किया है जिसमें कहा गया है कि, सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को प्रकाशित होने से पहले सभी ऑनलाइन टिप्पणियों की समीक्षा करनी होगी और किसी भी "अवैध और बुरी जानकारी" की रिपोर्ट अधिकारियों को करनी होगी।

नए नियमों को "राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक हितों की रक्षा , और नागरिकों के वैध अधिकारों और हितों की रक्षा" के लिए डिज़ाइन किया गया है। हालांकि नियमों को अभी तक लागू नहीं किया गया है।

फ्री स्पीच को लेकर चीनी सोशल मीडिया यूजर्स ने जताई चिंता

चीनी सोशल मीडिया यूजर्स ने पहले ही चिंता व्यक्त की है कि फ्री स्पीच के लिए उनके ऑनलाइन स्थान और कम हो जाएंगे। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार, चीन में मसौदा नियम "आमतौर पर बड़े संशोधनों के बिना पारित किए जाते हैं।"

चीन में इंटरनेट प्लेटफ़ॉर्म सक्रिय रूप से उन ऑनलाइन पोस्ट को सेंसर करते हैं जो सरकार के लिए महत्वपूर्ण हैं, या जिन्हें राजनीतिक या सांस्कृतिक रूप से संवेदनशील माना जाता है। जैसे कि सख्त लॉकडाउन के बीच शंघाई में भोजन की कमी की शिकायत करने वाले पोस्ट।

वैसे एमआईटी टेक्नोलॉजी रिव्यू के मुताबिक, ऑनलाइन टिप्पणियों पर परंपरागत रूप से बहुत बारीकी से नजर नहीं रखी जाती है। हाल ही में "कई अजीब मामले सामने आए हैं जहां सरकारी वीबो खातों के तहत ऐसी टिप्पणियां की गईं जो सरकार की निंदा करती थीं।

यूजर्स को वास्तविक पहचान के साथ पंजीकरण करना अनिवार्य

मसौदे में कहा गया है कि सोशल मीडिया यूजर्स को टिप्पणी पोस्ट से पहले अपनी वास्तविक पहचान के साथ पंजीकरण करना चाहिए। इसमें यह भी कहा गया है कि नियमों का उल्लंघन करने वाले यूजर्स को चेतावनी दी जा सकती है, पोस्ट करने से रोक दिया जा सकता है, उनकी पोस्ट्स को हटाने के लिए कहा जा सकता है, या उनके खाते को निलंबित या निष्क्रिय कर दिया जा सकता है।

2017 में चीन ने एक सख्त वास्तविक नाम पंजीकरण प्रणाली को लागू करना शुरू कर दिया था। जिसके तहत वीबो और सुपर ऐप वीचैट के यूजर्स को अपने राष्ट्रीय आईडी, मोबाइल फोन नंबर और अन्य प्रासंगिक दस्तावेजों के साथ अपने खातों को प्रमाणित करना अनिवार्य कर दिया गया। यानी कोई भी व्यक्ति फर्जी नाम से एकाउंट नहीं बना सकता है।

इस साल की शुरुआत में, कई चीनी सोशल मीडिया प्लेटफार्मों ने इंटरनेट प्रोटोकॉल (आईपी) पते के आधार पर यूजर्स की लोकेशन सको प्रदर्शित करना शुरू किया। ये एक ऐसी सुविधा है जिसे यूजर्स बन्द नहीं कर सकते। मतलब ये कि हर यूजर का असली नाम और लोकेशन सार्वजनिक रहती है।

इंफ्लुएंसरों पर शिकंजा

चीन में अब सोशल मीडिया इंफ्लुएंसरों (social media influencers) पर भी शिकंजा कस दिया गया है। नए प्रावधानों के अनुसार वित्त, चिकित्सा, कानून और शिक्षा जैसे डोमेन में 'पेशेवर' कंटेंट का उत्पादन करने वाले किसी भी इंफ्लुएंसर या लाइवस्ट्रीमर के पास प्रासंगिक लाइसेंस होना चाहिए। सीधी सी बात है कि बिना लाइसेंस, कोई विशेज्ञता वाला कंटेंट परोसा नहीं जा सकता है। जो विषय विशेषज्ञ होगा, वही कंटेंट बना कर पोस्ट कर सकेगा।

Shashi kant gautam

Shashi kant gautam

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