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US Heat Wave: अमेरिका में एक्सट्रीम हीट डोम, करोड़ों लोग चपेट में, अभी और बिगड़ेगी स्थिति
US Heat Wave: अमेरिका का पूरा पश्चिम और दक्षिणी क्षेत्र प्रचंड हीट वेव की चपेट में बना हुआ है। देश में 9 करोड़ लोग आल टाइम रिकार्ड तापमान झेल रहे हैं और लाखों लोगों की जान को खतरा बना हुआ है।
US Heat Wave: एक्सट्रीम मौसम की मार कई देश झेल रहे हैं। इन दिनों अमेरिका, यूरोप, कनाडा और चीन अभूतपूर्व गर्मी की गिरफ्त में हैं। अमेरिका का हाल सबसे खराब है जहां गर्मी का प्रकोप और भी तेज होने का अनुमान है। अमेरिका का पूरा पश्चिम और दक्षिणी क्षेत्र प्रचंड हीट वेव की चपेट में बना हुआ है। देश में 9 करोड़ लोग आल टाइम रिकार्ड तापमान झेल रहे हैं और लाखों लोगों की जान को खतरा बना हुआ है।
हीट डोम की स्थिति
अमेरिका में कई हिस्सों में हीट डोम की स्थिति है। इस स्थिति में समुद्री गर्म हवाएं वातावरण में कैद हो जाती हैं और वायुमंडल में गर्म हवाओं का डोम यानी गुम्बद बन जाता है। हीट डोम इतना भयानक है कि फीनिक्स में राष्ट्रीय मौसम सेवा ने इसे इस क्षेत्र में अब तक देखी गई सबसे मजबूत उच्च दबाव प्रणालियों में से एक कहा है। आलम ये है कि अमेरिका में अलग अलग जगहों पर 1,000 से अधिक उच्च तापमान के रिकॉर्ड बन गए हैं। कैलिफ़ोर्निया जैसे स्थानों तक हीट डोम फैल चुका है। विडंबना ये है कि जमीन जितनी गर्म होती जाएगी, हीट डोम उतना ज्यादा मजबूत होता जाएगा।
इंसानों की करनी
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस प्रकार की अत्यधिक गर्मी मानव-जनित जलवायु परिवर्तन के लक्षणों में से एक है। जलवायु परिवर्तन के लक्षण दुनिया में जगह जगह देखे जा रहे हैं। जबसे इंसान ने तापमान रिकार्ड करना शुरू किया है तबसे इस साल जून के महीना सबसे गर्म दर्ज किया गया है। यही नहीं, पृथ्वी का अपना तापमान रिकार्ड ऊंचे लेवल पर दर्ज किया गया है।
- फ्लोरिडा के तट और उत्तरी अटलांटिक में "अभूतपूर्व" समुद्री गर्मी पड़ रही है।
- बीजिंग में रिकॉर्ड गर्मी पड़ रही है। ये साल तो चीन की सबसे गर्म गर्मियों में से एक हो सकता है।
- टेक्सास में रिकॉर्ड गर्मी पड़ रही है। ऐसी गर्मी पहले कभी नहीं पड़ी है।
- यूरोप में "सेर्बेरस" हीट वेव जारी है जिससे यूरोपीय तापमान रिकॉर्ड ध्वस्त होने का खतरा है।
जान को खतरा
डॉक्टरों का कहना है कि रिकॉर्ड गर्मी मानव स्वास्थ्य के लिए बहुत गंभीर प्रभाव डाल सकती है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के डॉ. मैथ्यू लेवी ने कहा है कि यह गर्मी घातक है, और इसमें लंबे समय तक रहना अत्यंत घातक है। अत्यधिक तापमान बाहर काम करने वाले लोगों के लिए 20 से 30 मिनट में ही हीट स्ट्रोक को ट्रिगर कर सकता है। क्योंकि गर्मी शरीर पर तब तक दबाव डालती है जब तक कि ब्रेन में शॉर्ट-सर्किट नहीं हो जाता और फिर शरीर शटडाउन हो जाता है। गर्मी के प्रति सबसे अधिक संवेदनशील लोगों, जैसे कि बुजुर्ग और पहले से ही बीमार लोगों के लिए तो चंद मिनटों में खेल खत्म हो सकता है।