कजाकिस्तान में पांचवें दौर की सीरिया वार्ता शुरू, विद्रोही भी शामिल

Rishi
Published on: 4 July 2017 12:46 PM GMT
कजाकिस्तान में पांचवें दौर की सीरिया वार्ता शुरू, विद्रोही भी शामिल
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अस्ताना : कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में कड़े सुरक्षा के बीच मंगलवार को पांचवें दौर की सीरिया शांति वार्ता शुरू हो गई। समाचार एजेंसी एफे ने कजाकिस्तान के विदेश मंत्री के हवाले से कहा है कि सीरिया में 20 दिसंबर, 2016 को घोषित संघर्ष विराम संधि पर हस्ताक्षर करने वाले मध्यस्थ देशों रूस, ईरान और तुर्की के विशेषज्ञों वाले कार्य समूह के बीच बैठक के साथ सीरिया शांति वार्ता का पांचवां दौर शुरू हो गया।

पांचवें दौर की अस्ताना वार्ता का उद्देश्य अंदरूनी युद्ध की मार झेल रहे सीरिया की स्थिति पर चर्चा करना और पिछली बैठकों के दौरान हुए समझौतों पर चर्चा करना है, जिसमें सीरिया में चार सुरक्षा क्षेत्र लागू किए जाने से संबंधित समझौता भी शामिल है।

सीरिया में नागरिकों की सुरक्षा और विद्रोहियों तथा सरकारी सुरक्षा बलों के बीच तनाव को कम करने के उद्देश्य से संघर्ष विराम वाले चार क्षेत्रों की स्थापना की गई है।

सीरिया के सश विद्रोही गुट के नौ प्रतिनिधि इस अस्ताना वार्ता में हिस्सा ले रहे हैं।

पिछले सप्ताह मॉस्को में फ्री सीरियन आर्मी के प्रतिनिधि फतेह हुसैन ने चेतावनी दी थी कि अगर ईरानी सेना को वहां तैनात किया गया तो संघर्ष विराम असफल हो जाएगा और 'संघर्ष मुक्त क्षेत्र' लड़ाई के मैदान में तब्दील हो जाएंगे।

हुसैन ने कहा था, "अगर रूस चाहता है कि इस प्रस्ताव को लागू किया जाए, तो उन इलाकों से ईरानी सेना को अवश्य हटाया जाना चाहिए, क्योंकि इसकी पूरी संभावना है कि ये इलाके ईरानी सेना के खिलाफ लड़ाई के मैदान में तब्दील हो जाएं।"

पांचवें दौर की सीरिया शांति वार्ता 12-13 जून को ही होनी थी, लेकिन मध्यस्थ देशों ने इसे टाल दिया था, क्योंकि वे प्रस्तावित सुरक्षित क्षेत्रों की पहचान के लिए विवरणों के शोध पर अधिक समय चाहते थे। वार्ता बुधवार को भी जारी रहेगी।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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