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जानिए, विदेश मंत्री S Jaishankar के रूस दौरे की खास बातें, दोनों देशों ने इन मुद्दों पर खुलकर की चर्चा
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर (S. Jaishankar) ने अपने तीन दिवसीय रूस (Russia) के दौरे पर रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (Sergey Lavrov) से वार्ता की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच परमाणु, अंतरिक्ष, ऊर्जा समेत कई मुद्दों पर बातचीत हुई।
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर (S. Jaishankar) ने अपने तीन दिवसीय रूस (Russia) के दौरे पर रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (Sergey Lavrov) से वार्ता की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच परमाणु, अंतरिक्ष, ऊर्जा और रक्षा सहयोग के साथ ही मुक्त व्यापार समझौते समेत कई मुद्दों पर बातचीत हुई। दोनों नेताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के बीच शिखर बैठक 2021 की तैयारियों की भी समीक्षा की।
रूसी विदेश मंत्री लावरोव के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में जयशंकर ने कहा कि 'हमारी वार्ता काफी लाभदायक रही है। विश्व में जिस तरह के बदलाव हो रहे हैं, खास तौर पर कोरोना के बाद के हालात को देखते हुए भी भारत और रूस के रिश्ते लगातार मजबूत हो रहे हैं। हम मानते हैं कि वैश्विक स्तर पर शांति व सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए भारत व रूस के रिश्तों को और मजबूत बनाया जाना चाहिए।'
टू प्लस टू वार्ता एक अहम उपलब्धि
जयशंकर ने दोनों देशों के बीच रक्षा और विदेश मंत्रियों की अगुआई में टू प्लस टू वार्ता शुरू करने को एक अहम उपलब्धि बताया। उन्होंने रूसी कंपनियों की तरफ से 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम के तहत रक्षा उपकरणों के निर्माण में रुचि दिखाने का भी जिक्र किया। एस जयशंकर ने आगे बताया कि रूस और भारत के बीच ऊर्जा सहयोग और सुदूर पूर्व रूस में भारतीय कंपनियों की निवेश संभावनाओं पर भी बात हुई है। इस वार्ता में अफगानिस्तान भी अहम मुद्दा रहा। लावरोव ने अफगानिस्तान के बिगड़ते हालात को लेकर चिंता जताई है। जयशंकर ने रूस को याद दिलाया कि अफगानिस्तान में पिछले दो दशकों में लोकतंत्र स्थापित करने और आर्थिक प्रगति को लेकर जो कदम उठाए गए हैं, उन्हें बरकरार रखने की जरूरत है।
लावरोव ने उठाया मुक्त व्यापार का मुद्दा
वहीं हिंद-प्रशांत क्षेत्र को लेकर एस जयशंकर ने कहा कि भारत रूस को इस क्षेत्र में और ज्यादा सक्रिय देखना चाहता है। लावरोव ने भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) का मुद्दा उठाया है। दोनों देशों के बीच पहली दफा एफटीए को लेकर वार्ता हुई। दोनों देशों ने वर्ष 2025 तक अपना द्विपक्षीय कारोबार 30 अरब डालर करने का लक्ष्य रखा है।
जयशंकर ने जॉर्जिया के विदेश मंत्री से की ये चर्चा
मास्को की यात्रा समाप्त करने के बाद जयशंकर रूस के पड़ोसी देश जॉर्जिया भी गए। यहां उन्होंने जॉर्जिया के उप प्रधान मंत्री और विदेश मंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इस बैठक को लेकर जयशंकर ने कहा कि 'हमने आर्थिक सहयोग, पर्यटन, व्यापार और कनेक्टिविटी पर चर्चा की। जॉर्जिया में कुछ बड़ी भारतीय परियोजनाएं चल रही हैं। मैंने उन्हें एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत आने के लिए आमंत्रित किया।'
जयशंकर कल से तजाकिस्तान दौरे पर
बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर 13-14 जुलाई को तजाकिस्तान का दौरा करेंगे। इस दौरान एस जयशंकर विदेश मंत्रियों की एससीओ काउंसिल की बैठक में हिस्सा लेंगे। तजाकिस्तान के विदेश मंत्री सिरोजिद्दीन मुहरिद्दीन के निमंत्रण पर एस जयशंकर मंगलवार को तजाकिस्तान की यात्रा के लिए रवाना होंगे।