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France News: अपने बच्चे को प्राइवेट स्कूल भेजने पर फ्रांस के शिक्षा मंत्री को लताड़, इस्तीफे की मांग

France News: अपने बच्चों को एक निजी स्कूल में भेजने के उनके फैसले पर बने सार्वजनिक दबाव ने राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के कैबिनेट फेरबदल के साथ अपने दूसरे कार्यकाल को शुरू करने के प्रयास को प्रभावित किया है।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 16 Jan 2024 4:09 PM IST
French Education Minister rebuked for sending his child to private school, demands for resignation
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अपने बच्चे को प्राइवेट स्कूल भेजने पर फ्रांस के शिक्षा मंत्री को लताड़, इस्तीफे की मांग: Photo- Social Media

France News: क्या किसी अच्छे शिक्षा मंत्री को अपने बच्चों को निजी स्कूलों में भेजना चाहिए? यह सवाल फ्रांस की नवनियुक्त शिक्षा मंत्री अमेली औडिया-कास्टेरा के सामने है, जो पदभार संभालने के तीन दिन बाद ही अपने पहले विवाद का सामना कर रही हैं। जनता में आक्रोश है और मंत्री के इस्तीफे की मांग की जा रही है। अपने बच्चों को एक निजी स्कूल में भेजने के उनके फैसले पर बने सार्वजनिक दबाव ने राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के कैबिनेट फेरबदल के साथ अपने दूसरे कार्यकाल को शुरू करने के प्रयास को प्रभावित किया है।

क्या हुआ था?

पिछले हफ्ते जब मीडिया ने शिक्षा मंत्री के बच्चों की स्कूली शिक्षा के बारे में पूछा, तो उन्होंने यह कहकर अपने निर्णय को सही ठहराया कि उनके बेटे के पब्लिक स्कूल में जब एक टीचर छुट्टी पर था तब कोई वैकल्पिक इंतजाम न किया जाना "निराशाजनक" था। नव नियुक्त मंत्री ने बताया कि वह और उनके पति हजारों परिवारों की तरह तंग आ चुके थे और उन्होंने दूसरे समाधान की तलाश करने का फैसला किया था। उनके बाकी बच्चे पेरिस में उनके घर के पास एक कैथोलिक संस्थान, प्रतिष्ठित स्टैनिस्लास स्कूल में पढ़ते थे। पिछले साल शिक्षा मंत्रालय ने उनके बेटे के स्कूल में होमोफोबिया और लिंगवाद का आरोप लगने के बाद जांच की थी।

इस्तीफे की मांग

लिबरेशन अखबार की एक रिपोर्ट के बाद फ्रांसीसी लोगों में काफी गुस्सा है और मंत्री के इस्तीफे की मांग की जा रही है। अखबार की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि औडिया-कैस्टेरा के बेटे ने सार्वजनिक नर्सरी स्कूल लिट्रे में केवल एक कार्यकाल बिताया है।अखबार ने उस शिक्षक के हवाले से खुलासा किया कि पब्लिक स्कूल में स्टाफ की कमी से उनकी पढ़ाई प्रभावित नहीं हुई थी। यह भी दावा किया गया है कि उसे दूसरे स्कूल में स्थानांतरित करने का निर्णय स्कूल द्वारा उसके बेटे को बढ़ावा देने से इनकार करने से प्रेरित था। लेकिन मंत्री ने सभी आरोपों से स्पष्ट रूप से इनकार किया है।

मंत्री ने कहा है कि हमें व्यक्तिगत हमलों और व्यक्तिगत जीवन के इस अध्याय को बंद करना चाहिए। फ्रांसीसी सरकार की प्रवक्ता प्रिस्का थेवेनोट ने एक रेडियो साक्षात्कार में अपने सहयोगी के विवाद को कम करने की कोशिश करते हुए कहा कि मंत्री बस यह बता रही थीं कि उन्होंने अपने बेटे के लिए निजी शिक्षा को क्यों चुना। उन्होंने कहा, मैं सार्वजनिक शिक्षा में विश्वास करती हूं।



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Shashi kant gautam

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