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Gaza Air Strikes: गाजा पर हवाई हमला, इस्राइल ने भेजा भड़काऊ बैलून

Gaza Air Strikes: बुधवार की सुबह इस्राइल की ओर भड़काने वाला गुब्बारा यानी बैलून भेजे जाने के बाद फलीस्तीन क्षेत्र में हवाई हमला किया गया।

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Newstrack NetworkPublished By Vidushi Mishra
Published on: 16 Jun 2021 7:11 AM IST
Gaza air strikes Air strikes were carried out in Palestinian territory on Wednesday morning
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गाजा हवाई हमला(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Gaza Air Strikes: इस्राइल और फलीस्तीन को लेकर चर्चाएं एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है। ऐसे में इन दोनों के बीच अब फिर से विवाद की आग में तेजी आती दिख रही है। ताजा जानकारी मिली है कि बुधवार की सुबह इस्राइल की ओर भड़का बैलून भेजे जाने के बाद फलीस्तीन क्षेत्र में हवाई हमला किया गया।

बता दें, इस्राइल की सत्ता में बदलाव हुआ है। यहां नई सरकार के शासन में आने से युद्ध का आवाज होते दिखाई दे रहा है। ऐसे में फलीस्तीनी सुरक्षा सूत्रों की तरफ से कहा जा रहा है कि इस्राइल ने गाजा में हवाई हमला किया है। जबकि अभी दो दिन पहले ही इस्राइल में नेफ्टाली बेनेट के नेतृत्व में गठबंधन सरकार का गठन हुआ है। ये नई सरकार के सत्ता में आने के बाद हुआ।

हिंसा भड़कने का खतरा

सूत्रों से सामने आई खबर के अनुसार, बुधवार सुबह फलीस्तीन की ओर से आतंकियों ने दक्षिण इस्राइल की तरफ भड़काऊ बैलून भेजे, जिसके बाद इस्राइल ने हवाई हमला किया। जिससे हड़कंप मच गया।

इस दौरान सैकड़ों की संख्या में इजराइल के धुर राष्ट्रवादियों ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन करने के लिए बीते मंगलवार को पूर्वी यरूशलम में परेड की। वहीं इस घटनाक्रम की वजह से गाजा पट्टी में हमास आतंकवादियों के साथ युद्ध के सिर्फ कुछ ही हफ्ते बाद नये सिरे से हिंसा भड़कने का खतरा पैदा हो गया।

जबकि गाजा में फलस्तीनियों ने गुब्बारे छोड़ कर इसका मुहंतोड़ जवाब दिया। इस बार उनकी इस गतिविधि से दक्षिणी इजराइल में करीब 10 स्थानों पर आग लग गई। लोग इन जगहों से अपनी जान बचाकर भागे।

ऐसे में मार्च इस्राइल की नई सरकार के लिए सबसे ज्यादा इस्राइल और हमास के बीच 11 दिनों के युद्ध को खत्म करने वाली बीते महीने की संधि के लिए एक बेहतरीन परीक्षा साबित होगी।

इसी कड़ी में फलस्तीनी इस मार्च को एक तरह से उकसावे वाली हरकत मान रहे हैं। जबकि हमास ने फलस्तीनियों से इस मार्च का प्रतिरोध करने की अपील की है। लेकिन संगीत की धुन के साथ सैकड़ों की संख्या में यहूदी राष्ट्रवादी दमिश्क गेट के सामने बढ़ने से पहले सैकड़ों मीटर तक एकत्र हुए।

एकत्र हुए लोगों में से कई लोगों के हाथों में इजराइली झंडे थे और वे नाच रहे थे तथा धार्मिक गीत गा रहे थे। लेकिन इस बार की भीड़ बीते महीने की परेड की तुलना में काफी कम नजर आई।

इस बीच मार्च से पहले इजराइली पुलिस ने दमिश्क गेट के सामने के इलाके को खाली कराया और पूरी तरह से यातायात बंद कर दिया। साथ ही दुकानों को बंद करने का आदेश दिया और युवा फलस्तीनी प्रदर्शनकारियों को वहां से भगा दिया। फलस्तीनियों ने कहा कि छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है और पुलिस के साथ झड़पों में पांच लोग घायल हो गए।

वहीं इस परेड ने इस्राइल के नये प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट के लिए एक शुरुआती चुनौती पेश कर दी है। बता दें, बेनेट एक कट्टरपंथी इजराइली राष्ट्रवादी हैं। वे बहुत कठोर से पेश आने वालों में से हैं।



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Vidushi Mishra

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