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Gita Gopinath: भारतीय अमेरिकी गीता गोपीनाथ होंगी IMF की पहली महिला डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर, रचेंगी नया इतिहास

Gita Gopinath: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के फर्स्ट डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर जियोफ्रे ओकामोटो अगले साल अपने पद से इस्तीफा देंगें और इनकी जगह मशहूर अर्थशास्त्री पहली महिला चीफ इकोनॉमिस्ट गीता गोपीनाथ लेंगी।

Vidushi Mishra
Written By Vidushi Mishra
Published on: 3 Dec 2021 8:59 AM IST
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गीता गोपीनाथ (फोटो- सोशल मीडिया)

IMF chief economist Gita Gopinath : अंतरर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की पहली महिला डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर गीता गोपीनाथ (Gita Gopinath) होंगी। भारतीय अमेरिकी 21 जनवरी 2022 से जियोफ्रे ओकामोटो की जगह लेंगी। आईएमएफ(IMF) के पहले डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर जियोफ्रे ओकामोटो( Geoffrey Okamoto) अगले साल यानी 2022 में अपने पद से इस्तीफा देंगे। इस बारे में आईएमए ने बीते दिन गुरूवार को घोषणा की है।

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के फर्स्ट डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर (FDMD) जियोफ्रे ओकामोटो ( Geoffrey Okamoto) अगले साल अपने पद से इस्तीफा देंगें और इनकी जगह मशहूर अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ (Gita Gopinath) लेंगी। गोपीनाथ अपना यह पद 21 जनवरी 2022 से संभालेंगी। IMF की ओर से गुरुवार को यह एलान किया गया।

गीता गोपीनाथ पहली महिला चीफ इकोनॉमिस्ट

फोटो- सोशल मीडिया

21 जनवरी 2022 को डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर का पद संभालने वाली गीता गोपीनाथ(Gita Gopinath) तीन साल से अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष(IMF) में चीफ इकोनॉमिस्ट के पद पर कार्यरत हैं। इसके साथ ही वह जनवरी 2022 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में फिर से शैक्षणिक कार्य शुरू करने वालीं थीं, पर उन्हें पदोन्नति देकर डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर का पद संभालने के लिए दिया गया है।

ऐसे में इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिष्टैलिना जियोग्रेविया ने कहा कि गीता गोपीनाथ पहली महिला चीफ इकोनॉमिस्ट थीं, हमें इस बात की खुशी है कि वह अपनी सेवाएं जारी रखेंगी और अब डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में काम करेंगी।

जानकारी देते हुए बता दें गीता गोपीनाथ(Gita Gopinath) मशहूर अर्थशास्त्रियों में से एक हैं। वे अंतरराष्ट्रीय वित्त और मैक्रोइकनॉमिक्स के संबंधी रिसर्च के लिए भी काफी जानी जाती हैं। इसमें उनकी कई रिसर्च इकनॉमिक्स जर्नल्स में भी प्रकाशित हुई हैं।

इसके अलावा गीता (Gita Gopinath)को सन् 2019 में प्रवासी भारतीय सम्मान से नवाजा गया था। बता दें, वे सन् 2019 से अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रमुख अर्थशास्‍त्री के रूप में कार्यरत हैं।

भारतीय अमेरिकी गीता गोपीनाथ (Gita Gopinath) का भारत से बहुत ही आस नाता जुड़ा है। वे भारत में ही जन्मी है और उन्होने यहीं से पढ़ाई (gita gopinath education) भी की। दिल्ली में सन् 1992 में लेडी श्रीराम कॉलेज से अर्थशास्त्र में ऑनर्स की पढ़ाई(gita gopinath education) की थी।

फोटो- सोशल मीडिया

फिर इसके बाद में गीता ने दिल्ली स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स से अर्थशास्त्र में ही मास्टर की पढ़ाई (gita gopinath education) की थी। यहां पढ़ाई पूरी करने के बाद वह साल 1994 में वह वाशिंगटन यूनिवर्सिटी चली गईं और साल 1996 से 2001 तक उन्होंने प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में पीएचडी की थी।

आईएमएफ (IMF) ने गीता गोपीनाथ(Gita Gopinath) के द्वारा किए गए कई योगदान के बारे में बातचीत करते हुए बताया कि गीता ने कई महत्वपूर्ण यादगार काम किए है। इन्ही में से इन्होंने 'पैंडेमिक पेपर' में भी अपना जरूरी योगदान दिया है। जिसमें उन्होंने बताया है कि कोरोना महामारी को कैसे खत्म किया जा सकता है और इसी के आधार पर दुनियाभर में वैक्सीनेशन का लक्ष्य तय किया गया है।

इस पैंडेमिक पेपर के आधार पर आईएमएफ(IMF), वर्ल्‍ड बैंक(World Bank), डब्‍ल्‍यूटीओ(WTO) और विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन(WHO) के नेतृत्‍व में मल्‍टीलेटरल टास्‍क फोर्स तैयार की गई। फिर इस टास्‍क फोर्स का उद्देश्‍य महामारी का खात्मा और वैक्‍सीन निर्माताओं के साथ एक ऐसे कार्यकारी समूह का गठन करना था। जोकि वाकई में एक बड़ा टास्क था।







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