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17 लोगों की गोली मार कर हत्या के बाद बंदूक रखने के हक पर बवाल

raghvendra
Published on: 28 Feb 2018 8:25 AM GMT
17 लोगों की गोली मार कर हत्या के बाद बंदूक रखने के हक पर बवाल
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अमेरिका में नागरिकों को बंदूक रखने के अधिकार पर इन दिनों बवाल मचा हुआ है। फ्लोरिडा में 17 लोगों की गोली मार कर हत्या किये जाने की जथन्य घटना के बाद बंदूक के खिलाफ आवाजें तेज हो गई हैं। अमेरिका की सबसे शक्तिशाली बंदूक लॉबी ने डेमोक्रेट्स और मीडिया पर फ्लोरिडा की घटना का ‘फायदा’ उठाने का आरोप लगाया है।

नेशनल राइफल एसोसिएशन के प्रमुख वेन लापेरे ने कहा है कि ‘मौकापरस्त’ लोग 14 फरवरी की फ्लोरिडा की घटना का इस्तेमाल बंदूक पर नियंत्रण लगाने के लिए कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग अमेरिकी नागरिकों से उनके बंदूक रखने के अधिकारों को छीनना चाहते हैं। उधर, राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने टीचरों को बंदूक से लैस रखने के लिए अतिरिक्त पैसे देने की बात कही है।

नेशनल राइफल एसोसिएशन के प्रमुख वेन लापेरे ने कहा, ‘हमेशा की तरह मौकापरस्त लोगों ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए घटना का इस्तेमाल करने में एक सेकंड की देरी नहीं की।’ ‘ऐसे लोग राइफल एसोसिएशन से नफरत करते हैं। वे लोग व्यक्तिगत आजादी से नफरत करते हैं।’ अमेरिकी संविधान में दूसरे संशोधन के तहत लोगों को हथियार रखने का अधिकार प्राप्त है।

फ्लोरिडा के स्कूल में हुई गोलीबारी की घटना पर लापेरे पहली बार बोल रहे थे। उन्होंने घटना के लिए एफबीआई से हुई चूक की आलोचना की है। उन्होंने अमेरिका के ‘यूरोपीय शैली के समाजवाद’ की भी आलोचना की है। लापेरे ने कहा, ‘उन्हें कोई परवाह नहीं है कि उनका क़ानून काम करता है या नहीं। वे लोगों पर नियंत्रण रखने के लिए सिर्फ कानून चाहते हैं।’ घटना के शिकार लोग बंदूक रखने के लिए सख्त कानून की मांग कर रहे हैं।

इसके लिए वे राष्ट्रव्यापी अभियान चला रहे हैं। लापेरे ने डेमोक्रट्स पर राइफल एसोसिएशन को बदनाम करने का आरोप लगाया है। लापेरे ने कहा कि एसोसिएशन किसी भी अमेरिकी स्कूल को उसकी सुरक्षा बनाए रखने में मदद करेगा। वो यह मदद मुफ़्त में करेगा।’

वहीं, अमेरिकी शिक्षक एकता महासंघ के अध्यक्ष रैंडी वाइनगर्टन एसोसिएशन की बातों पर असहमति जताती हैं। वो कहती हैं, ‘जो लोग स्कूलों के अंदर बंदूक चाहते हैं वो इसे नहीं समझ रहे हैं कि आगे क्या-क्या हो सकता है। हालात इससे भी बुरे हो सकते हैं।’ डोनाल्ड ट्रंप ने स्कूलों में शिक्षकों को बंदूक देने की बात कही है।

ट्रंप ने कहा था, ‘अगर स्कूल के 20 फीसदी लोगों के पास भी बंदूक होंगे तो हमलावर अंदर नहीं घुसेंगे।’ ‘अगर वे (टीचर) बंदूक रखते हैं तो हम उन्हें अतिरिक्त पैसे देंगे।’ राष्ट्रपति ने यह भी कहा था कि वो बंदूक खरीदने की न्यूनतम उम्र 18 से बढ़ाकर 21 करने का समर्थन करते हैं। उन्होंने राइफल एसोसिएशन से इसका समर्थन करने का आग्रह किया है। बंदूक लॉबी पर ट्रंप ने कहा था, ‘मुझे नहीं लगता कि मैं उन लोगों के खिलाफ जाऊंगा। वे अच्छे लोग हैं।’

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राघवेंद्र प्रसाद मिश्र जो पत्रकारिता में डिप्लोमा करने के बाद एक छोटे से संस्थान से अपने कॅरियर की शुरुआत की और बाद में रायपुर से प्रकाशित दैनिक हरिभूमि व भाष्कर जैसे अखबारों में काम करने का मौका मिला। राघवेंद्र को रिपोर्टिंग व एडिटिंग का 10 साल का अनुभव है। इस दौरान इनकी कई स्टोरी व लेख छोटे बड़े अखबार व पोर्टलों में छपी, जिसकी काफी चर्चा भी हुई।

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