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यहां बंदूकधारी ने की अंधाधुंध फायरिंग, सड़क पर बिछा दी लाशें, चार की मौत

अफगानिस्तान की राजधानी के पुराने शहर के बीचों बीच स्थित गुरुद्वारे में घुसकर बुधवार को एक बंदूकधारी ने हमला किया जिसमें कम से कम चार लोगों की मौत हो गई। एक सिख सांसद ने यह जानकारी दी।

Aditya Mishra
Published on: 25 March 2020 8:27 AM GMT
यहां बंदूकधारी ने की अंधाधुंध फायरिंग, सड़क पर बिछा दी लाशें, चार की मौत
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काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी के पुराने शहर के बीचों बीच स्थित गुरुद्वारे में घुसकर बुधवार को एक बंदूकधारी ने हमला किया जिसमें कम से कम चार लोगों की मौत हो गई। एक सिख सांसद ने यह जानकारी दी।

अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि पुलिस घटनास्थल पर पहुंच चुकी है लेकिन गोलीबारी अभी जारी है। सांसद नरिंदर सिंह खालसा ने कहा कि जब हमला हुआ तब वह गुरुद्वारे के नजदीक ही थे और वह भागकर वहां पहुंचे।

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उन्होंने कहा कि हमले में कम से कम चार लोगों की मौत हुई है। हमले की जिम्मेदारी अभी किसी ने नहीं ली है।हालांकि इस महीने की शुरुआत में इस्लामिक स्टेट से संबद्ध एक संगठन ने काबुल में अल्पसंख्यक शिया मुस्लिमों के एक धार्मिक समागम पर हमला किया था जिसमें 32 लोगों की मौत हो गई थी। इस रुढ़िवादी मुस्लिम बहुल देश में सिखों को बड़े पैमाने पर भेदभाव का सामना करना पड़ता है।

अफगानिस्तान में राजनीतिक रैली में हुए हमले में 27 लोगों की मौत

इससे पहले बीते दिनों अफगानिस्तान में एक राजनीतिक रैली में हुए हमले में 27 लोगों की मौत हो गई थी। अधिकारियों के मुताबिक अमेरिका-तालिबान के बीच हुए शांति समझौते के बाद यह बड़ा हमला था ।

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में यह हमला हुआ था। अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में अमेरिका और तालिबान के बीच शांति समझौता हुआ था। उस समझौते के बाद हुआ यह पहला बड़ा हमला है। इस हमले में 27 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। वहीं आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता नसरत रहीमी ने कहा कि मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।

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हालांकि इस हमले से पहले भी एक हमला हो चुका था। पूर्वी अफगानिस्तान के खोस्त शहर के फुटबॉल मैदान में धमाका हुआ। इस धमाके में तीन लोग मारे गए। दरअसल, अमेरिका और तालिबान के बीच ऐतिहासिक शांति समझौता किया गया था।

इसके तहत सभी पक्षों की ओर से संघर्ष-विराम किया जाना था. हालांकि इसके बाद 2 मार्च को ही तालिबान ने युद्ध-विराम की इस संधि को आंशिक तौर पर तोड़ने का ऐलान किया और इसके 48 घंटे के भीतर ही खोस्त में धमाका हो गया।

Aditya Mishra

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