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Nepal floods : नेपाल में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन का कहर, अब तक 170 लोगों की मौत

Nepal floods : नेपाल में लगातार भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से तबाही मची हुई है, अब तक यहां कम से कम 170 लोगों की मौत हो गई है।

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Newstrack Network
Published on: 29 Sept 2024 10:32 PM IST (Updated on: 29 Sept 2024 10:51 PM IST)
Nepal floods : नेपाल में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन का कहर, अब तक 170 लोगों की मौत
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Nepal floods : नेपाल में लगातार भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से तबाही मची हुई है, अब तक यहां कम से कम 170 लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही अभी अलग-अलग जगहों पर करीब 45 लोग लापता है, जबकि 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं। हालांकि मंगलवार तक बारिश के जारी रहने का अनुमान है, लेकिन रविवार को कुछ राहत रही। बाढ़ और भूस्खलन से प्रमुख सड़कें बंद हो गई हैं और घरेलू हवाई यात्रा बाधित हुई है।

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता दिल कुमार तमांग ने बताया कि अब तक 3 हज़ार से ज़्यादा लोगों को बचाया जा चुका है। बाढ़ के साथ भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है। अधिकांश मौतें काठमांडू घाटी में हुईं, जहां बाढ़ के कारण यातायात और सामान्य गतिविधि ठप हो गई है। उन्होंने बताया कि बारिश से आज कुछ राहत मालूम हुई है। इसके बाद कुछ लोग अपने मकानों पर लौटने में सफल रहे। कस्बों और गांवों का सम्पर्क मार्ग टूट जाने से कई लोग अभी अपने घरों से दूर हैं। बाढ़ के कारण पाइप लाइन और पावर लाइन टूट गई हैं।

पुलिस और सुरक्षाकर्मियों को बचाव कार्य में लगाया गया

सरकार ने हालात से निपटने के लिए दस हजार पुलिसकर्मी, सैन्य बल और वॉलंटियर्स को राहत एवं बचाव कार्य के लिए लगाया गया है। इसके साथ ही नागरियों से अपील की गई है कि बेवजह घूमने के लिए बाहर न निकलें, खासकर काठमांडू घाटी में रात के समय यात्रा न करें।

काठमांडू हवाई अड्डे के प्रवक्ता रिंजी शेरपा ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें संचालित हो रही हैं, लेकिन कई घरेलू उड़ानें बाधित हुई हैं। एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिण-पूर्व में कोशी नदी, जो बिहार में लगभग हर साल घातक बाढ़ का कारण बनती है, खतरे के स्तर 450,000 क्यूसेक से ऊपर बह रही है, जबकि सामान्य स्तर 150,000 क्यूसेक है।

नदियां उफान, सड़कें और पुल बहे

बता दें कि मूसलाधार बारिश के कारण देश की अधिकांश नदियाँ उफान पर हैं, जिससे सड़कें और पुल बह रहे हैं। काठमांडू के कुछ हिस्सों में 27 सितंबर को 322.2 मिमी (12.68 इंच) तक बारिश दर्ज की गई। बचावकर्मियों ने छतों या ऊंची जमीन पर फंसे लोगों की मदद के लिए हेलीकॉप्टर और रबर की नावों का इस्तेमाल किया।



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Rajnish Verma

Rajnish Verma

Content Writer

वर्तमान में न्यूज ट्रैक के साथ सफर जारी है। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की। मैने अपने पत्रकारिता सफर की शुरुआत इंडिया एलाइव मैगजीन के साथ की। इसके बाद अमृत प्रभात, कैनविज टाइम्स, श्री टाइम्स अखबार में कई साल अपनी सेवाएं दी। इसके बाद न्यूज टाइम्स वेब पोर्टल, पाक्षिक मैगजीन के साथ सफर जारी रहा। विद्या भारती प्रचार विभाग के लिए मीडिया कोआर्डीनेटर के रूप में लगभग तीन साल सेवाएं दीं। पत्रकारिता में लगभग 12 साल का अनुभव है। राजनीति, क्राइम, हेल्थ और समाज से जुड़े मुद्दों पर खास दिलचस्पी है।

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