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भयंकर आग के बीच ओपन-हार्ट सर्जरी, अब पूरी दुनिया में हो रही तारीफ
रूस में डॉक्टरों ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है कि भयंकर आग के बीच ओपन-हार्ट सर्जरी की जिसकी दुनिया में तारीफ़ हो रही।
नई दिल्ली: इस पृथ्वी पर भगवान का दूसरा रूप डॉक्टरों को ही माना गया है। जिसका उदहारण इस घटना से मिल गया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस वक्त डॉक्टरों की टीम एक मरीज की ओपन-हार्ट सर्जरी कर रही थी, उसी दौरान अस्पताल में आग लग गई। इसके बावजूद डॉक्टरों ने ऑपरेशन रोका नही और जारी रखा।
डॉक्टरों ने जान बचाने के लिए लगा दी जान की बाजी
बता दें कि रूस में डॉक्टरों ने जान की बाजी लगाकर आग के बीच ऑपरेशन कर मरीज को बचाया। यह सब तब हुआ जिस समय डॉक्टरों की टीम ओपन-हार्ट सर्जरी कर रही थी, उसी दौरान अस्पताल में आग लग गई। एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना रूस के सुदूर पूर्वी शहर ब्लागोवेश्चेंस्क की है। जिस वक्त डॉक्टरों की टीम एक मरीज की ओपन-हार्ट सर्जरी कर रही थी, उसी दौरान अस्पताल में आग लग गई। इसके बावजूद डॉक्टरों ने ऑपरेशन जारी रखा और मरीज की जान बचा ली।
दो घंटों की कड़ी मशक्कत के बीच इस ऑपरेशन
इस मामले में रूस की इमरजेंसी मिनिस्ट्री ने एक बयान जारी कर बताया कि आठ डॉक्टरों और नर्सों की एक टीम ने मरीज को सुरक्षित स्थान पर हटाने के दो घंटों की कड़ी मशक्कत के बीच इस ऑपरेशन को पूरा किया। डॉक्टर मरीज को वहीं छोड़कर बाहर निकल सकते थे, लेकिन उन्होंने मरीज की न केवल जान बचाई बल्कि ऑपरेशन को भी सफलतापूर्वक पूरा किया।
हमारे पास कोई ऑप्शन नहीं था-सर्जन वैलेन्टिन फिलाटोवने
मरीज का ऑपरेशन करने वाले सर्जन वैलेन्टिन फिलाटोवने कहा कि, हमारे पास कोई ऑप्शन नहीं था और हमें मरीज की जिंदगी बचानी ही थी। उन्होंने बताया कि ये हर्ट-बायपास ऑपरेशन था। सफल सर्जरी किए जाने के बाद मरीज को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया था।
दमकलकर्मियों ने भी जबरदस्त मेहनत दिखाई
दो घंटे की कड़ी मेहनत के बाद दमकलकर्मियों ने भी जबरदस्त मेहनत करते हुए अस्पताल के ऊपरी फ्लोर पर लगी भीषण आग पर काबू पा लिया। इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। वीडियो में अस्पताल के ऊपरी फ्लोर से आग की ऊंची-ऊंची लपटे निकलती साफ दिख रही हैं। फिलहाल दमकलकर्मियों ने बहादुरी दिखाते हुए इस आग को अस्पताल के अन्य इलाकों में फैलने से रोक लिया।
आग लकड़ी की छत से बिजली की तरह फैल गई
इमरजेंसी मिनिस्ट्री के मुताबिक ऑपरेशन खत्म होने के बाद मरीज को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया। साथ ही 128 अन्य लोगों को भी तुरंत अस्पताल से निकाला गया। मिनिस्ट्री ने ये भी बताया कि जिस क्लीनिक से आग शुरू हुई, वह बेहद पुरानी बिल्डिंग है, उसे 1907 में बनाया गया था। मंत्रालय ने कहा कि आग लकड़ी की छत से बिजली की तरह फैल गई थी। फिलहाल सभी को सुरक्षित बचाया गया है।