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भारत-चीन की सेनाएं आज LAC पर हटेंगी पीछे, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया क्या है इसके मायने
India-china Relation: भारत-चीन रिश्ते को सुधारने के लिए आज दोनों देश की सेनाएं बड़ा कदम उठाने जा रही हैं। जानिये क्या है इसके मायने।
India-china Relation: भारत चीन के बीच सालों से चला आ रहा सीमा विवाद का आज शांति की तरफ बढ़ रही है। दिनों देशों के बीच रिश्तो को बेहतर बनाने के लिए भारत चीन 29 अक्टूबर तक वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पार सैन्य वापसी की प्रक्रिया पूरी कर लेंगे। पूर्वी लद्दाख में डेमचोक और देपसांग मैदानों पर दोनों देशों के बीच सैन्य वापसी होगी। दोनों देशों के बीच सैन्य वापसी एलएसी के दो टकराव बिंदुओं- पूर्वी लद्दाख में डेमचोक और देपसांग मैदानों पर होगी।
2020 वाली स्थिति में वापस आएंगी सेनाएं
दोनों देशों के बीच सीमाओं को लेकर समझौता हो गया है। दिनों देशों के बीच इस बात को लेकर सहमति बनी है कि सेनाएं अपने पुराने स्थान पर वापस चली जाएँगी जिससे भारत की सेना अपनी पेट्रोलिंग शुरू कर सके। मीडिया सूत्र की माने तो नवीनतम समझौते केवल डेमचोक और देपसांग के लिए मान्य होंगे, अन्य स्थानों के लिए नहीं। यह समझौता दूसरे टकराव वाली जगहों पर लागू नहीं होगा। बता दें कि बॉर्डर पर स्थिति पहले जैसी अब वापस आ जाएगी।
एस जयशंकर ने बताया क्या है प्लान
कल यानी रविवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि लद्दाख में देपसांग और डेमचोक में दोनों सेनाओं का पीछे हटना काफी बड़ा कदम है। इससे भारत की 2020 वाली स्थिति वापस आ जाएगी। भारत सेना अब अपनी पेट्रोलिंग पहले जैसे शुरू कर सकती है। एस जयशंकर ने चीन के लिए आगे कहा कि उनका अगला कदम देश के बीच तनाव को कम करना ही होना चाहिए। जयशंकर ने आगे बताया कि हम जल्द ही इस बात पर चर्चा करेंगे कि सीमाओं पर तनाव कम करने के लिए प्रबंधन कैसे कम किया जाए।
आपको बता दें कि 2020 में लद्दाख की गलवान घाटी में दोनों देश की सेनाएं आपस में भीड़ गई थी। जिससे दोनों के बीच भयंकर युद्ध देखने को मिला था। इस युद्ध में हमारे कुछ सैनिको की मृत्यु भी हो गई थी।