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India-China Dispute: भारतीय विदेश मंत्री के बयान पर बौखलाया चीनी मीडिया, म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में चीन का नाम लेने पर जताई आपत्ति

Munich Security Conference : चीनी मीडिया ने भारत (India) के खिलाफ लंबा-चौड़ा लेख छापते हुए भारत द्वारा सीमा विवाद मामले को अंतर्राष्ट्रीय रूप देने का मुद्दा उठाया है।

Rajat Verma
Report Rajat VermaPublished By Ragini Sinha
Published on: 22 Feb 2022 10:10 AM IST
foreign minister s jaishankar
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विदेश मंत्री एस जयशंकर (Social Media)

Munich Security Conference : विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा चीन सरकार पर लगाए गए समझौते पर उल्लंघन के आरोपों के चलते चीनी मीडिया (China media) बौखला गया है। चीनी मीडिया ने इसके चलते भारत (India) के खिलाफ लंबा-चौड़ा लेख छापते हुए भारत द्वारा सीमा विवाद मामले को अंतर्राष्ट्रीय रूप देने का मुद्दा उठाया है तथा इसी के साथ एक अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा सम्मेलन (international security conference) में चीन का नाम लेने पर भी आपत्ति जताई हैं।

सीमा विवाद मामले पर बोले विदेश मंत्री

दरअसल भारत ने की ओर से म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन (Munich Security Conference) में भाग लेते हुए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद मामले में खुलकर बोलते हुए कहा था कि भारत और चीन के मध्य सीमा मामला इसलिए नहीं सुधार रहा है क्योंकि चीन हमेशा इस मामले के तहत होने वाले संधि और समझौते का उल्लंघन करता आ रहा है।

भारत सीमा विवाद मामले को अंतर्राष्ट्रीय रूप देना चाहता है

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के इस बयान के तुरंत बाद चीन में बौखलाहट मच गई और प्रसिद्ध चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने भारत द्वारा सुरक्षा सम्मेलन में चीन का नाम लेने को लेकर आपत्ति ज़ाहिर करने के साथ ही भारत के इस बयान के खिलाफ लिखा कि भारत सीमा विवाद मामले को अंतर्राष्ट्रीय रूप देना चाहता है और उसने बार-बार उस जगह पर चीन का नाम लिया जहां चीन का कोई भी प्रतिनिधि मौजूद नहीं था।

ऐसी प्रवत्ति से बचने रहने की ज़रूरत- चीनी मीडिया

चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने इस विषय में कहा कि भारत ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मुद्दे को भड़काने का काम किया है तथा चीन को ऐसी प्रवत्ति से बचने और सावधानी से काम लेने की ज़रूरत है। साथ ही चीनी मीडिया का कहना है कि भारत ने मामले को द्विपक्षीय रूप से हल ना होता देख, इसे अंतर्राष्ट्रीय रूप देने का निर्णय लिया है तथा भारत इस बयान के चलते अमेरिका का ध्यान भी इस ओर आकर्षित करने की जुगत में लगा हुआ है।



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Ragini Sinha

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