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Indo-PAK Relation: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को भारत भेजेगा न्योता, शहबाज शरीफ हो सकते हैं SCO बैठक में शामिल
Indo-PAK Relation: प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के पिछले दिनों आए बयान ने इस ओर संकेत किया कि अपनी खराब माली हालत के कारण पाकिस्तान एकबार फिर बातचीत की मेज पर आना चाहता है।
Indo-PAK Relation: पाकिस्तान में गहराते आर्थिक संकट के बीच क्या दोनों मुल्कों के बीच रिश्तों में जमीं बर्फ पिघल रही है ? कूटनीतिक हलकों में इन दिनों इस बात को लेकर खूब चर्चा हो रही है। जम्मू कश्मीर में धारा 370 की समाप्ति ने भारत – पाक के बीच पहले से मौजूद दरारों को और गहरी कर गई और पड़ोसी मुल्क ने भारत से साफ तौर किसी प्रकार का डॉयलॉग करने से इनकार कर दिया। लेकिन प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के पिछले दिनों आए बयान ने इस ओर संकेत किया कि अपनी खराब माली हालत के कारण पाकिस्तान एकबार फिर बातचीत की मेज पर आना चाहता है।
गोवा में आयोजित होगा एससीओ की बैठक
भारत ने भी पाक पीएम के बयान का स्वागत करते हुए पहले उसके द्वारा प्रोयोजित आतंकवाद को रोकने की मांग की। दोनों देशों के बीच रिश्तों में सुधार के बुलबुले के बीच खबर है कि भारतीय विदेश मंत्रालय पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को शंघाई सहय़ोग संगठन (एससीओ 2023) की बैठक में शिरकत करने के लिए मई में गोवा आमंत्रित कर सकता है। कूटनीतिक हलकों में भारत के इस संभावित कदम की काफी चर्चा हो रही है।
विदेश मंत्री और पाक चीफ जस्टिस को जा चुका है न्योता
विदेश मंत्रालय इससे पहले एससीओ सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्री शहबाज शरीफ और पाक सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस उमर अता बंदियाल को निमंत्रण भेजा था। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि पाकिस्तान निमंत्रण स्वीकार करेगा या नहीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये खुद न आकर किसी प्रतिनिधि को भारत भेज सकते हैं। बता दें कि पिछले दिन पाकिस्तानी विदेश मंत्री भुट्टो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुजरात का कसाई कहकर बवाल खड़ा किया था। हालांकि, विवाद के बावजूद भारत ने उन्हें आने का न्योता भेजा।
शहबाज के किस बयान की खूब हुई थी चर्चा
अपने इतिहास के भयानक आर्थिक संकट का सामना कर रहे पाक पीएम शहबाज शरीफ वित्तीय मदद के लिए दुनियाभर के मुल्कों का दौरा कर रहे हैं। यूएई की टेलीविजन मीडिया कंपनी अल अरबिया को दिए साक्षात्कार में उन्होंने पीएम मोदी से बातचीत की अपील की थी। उन्होंने इसमें संयुक्त अरब अमीरात से मदद की अपील भी की। पाक पीएम ने कहा कि भारत के साथ युद्ध ने पाकिस्तान के लोगों के लिए और अधिक दुख, गरीबी और बेरोजगारी ही लाई है।
SCO समिट पर रहेगी नजर
भारत – पाकिस्तान के रिश्तों के मद्देनजर इस साल मई में गोवा में आयोजित हो रहा SCO समिट काफी अहम हो गया है। भारत के साथ बातचीत की अपील करने वाले शहबाज क्या अपने विदेश मंत्री के साथ यहां आते हैं, देखना दिलचस्प होगा। बता दें कि एससीओ समिट में भारत ने पाकिस्तान के अलावा चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्रियों को भी न्योता भेजा है।