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G-20 Summit: जी-20 जमावड़े से इंडोनेशिया के बाली को बड़ी उम्मीदें

G-20 Summit: जी-20 के जमावड़े से बाली को पर्यटन उद्योग के पुनरुद्धार की उम्मीदें हैं। बाली को "देवताओं का द्वीप" कहा जाता है और इस रमणीय द्वीप की आय का मुख्य स्रोत पर्यटन है।

Neel Mani Lal
Published on: 14 Nov 2022 2:07 PM IST (Updated on: 14 Nov 2022 7:59 PM IST)
G-20 Summit
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G-20 Summit (Pic: Social Media)

G-20 Summit: दर्जनों विश्व नेता और अन्य गणमान्य व्यक्ति जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए इंडोनेशिया के टूरिस्ट हॉटस्पॉट बाली में जमा हो रहे हैं। इस जमावड़े से बाली को अपने महत्वपूर्ण पर्यटन उद्योग के पुनरुद्धार की उम्मीदें हैं। बाली को "देवताओं का द्वीप" कहा जाता है और इस रमणीय द्वीप की आय का मुख्य स्रोत पर्यटन है। 40 लाख की अधिक आबादी वाले बाली में ज्यादातर मुख्य रूप से हिंदू हैं।

कोरोना महामारी ने इंडोनेशिया के अधिकांश स्थानों की तुलना में बाली को अधिक प्रभावित किया। महामारी से पहले हर साल 62 लाख विदेशी बाली आते थे। मार्च 2020 में इंडोनेशिया में कोरोना का पहला मामला सामने आने के बाद इसका जीवंत पर्यटन दृश्य फीका पड़ गया, रेस्तरां और रिसॉर्ट बंद हो गए और कई लोग अपने गांवों में लौटने की कोशिश करने लगे।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पर्यटकों का आगमन 2020 में घटकर केवल 10 लाख रह गया, वह भी साल के पहले कुछ महीनों में। और फिर 2021 में मात्र कुछ दर्जन पर्यटक आये। पर्यटन में कार्यरत 92,000 से अधिक लोगों ने अपनी नौकरी खो दी और बाली के होटलों की औसत ऑक्यूपेंसी दर 20 फीसदी से नीचे गिर गई। इस द्वीप की अर्थव्यवस्था एक साल पहले की तुलना में 2020 में 9.3 फीसदी सिकुड़ गई और 2021 में साल-दर-साल लगभग 2.5 फीसदी कम हो गई।

बाली प्रांत के क्षेत्रीय सचिव देवा मेड इंद्र का कहना है कि, कोरोना वायरस के प्रकोप ने स्थानीय अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है और बाली सबसे गंभीर आर्थिक संकुचन वाला क्षेत्र है।

महामारी की शुरुआत में सभी आगंतुकों के लिए बंद होने के बाद, बाली 2020 के मध्य में देश के अन्य हिस्सों से इंडोनेशियाई लोगों के लिए फिर से खुल गया। इससे मदद मिली, लेकिन फिर जुलाई 2021 में मामलों की वृद्धि ने द्वीप के सामान्य रूप से हलचल वाले समुद्र तटों और सड़कों को फिर से खाली कर दिया। अधिकारियों ने सार्वजनिक गतिविधियों को प्रतिबंधित कर दिया, हवाई अड्डे को बंद कर दिया और द्वीप पर सभी दुकानें, बार, बैठने वाले रेस्तरां, पर्यटक आकर्षण और कई अन्य स्थानों को बंद कर दिया। एक महीने बाद अगस्त में यह द्वीप घरेलू यात्रियों के लिए फिर से खुल गया, लेकिन 2021 में केवल 51 विदेशी पर्यटकों ने दौरा किया।

चीजें अब काफी बेहतर दिख रही हैं। बाली में एक रिसॉर्ट क्षेत्र नुसा दुआ जहां जी -20 की बैठक हो रही है, और सनुर और कुटा जैसे अन्य शहरों में दुकानें और रेस्तरां, फिर से खुल गए हैं, हालांकि व्यापार धीमा है और कई व्यवसाय और होटल अभी भी बंद हैं। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए बाली के हवाईअड्डे को फिर से खोलना और अब जी-20 शिखर सम्मेलन और अन्य संबंधित कार्यक्रमों के लिए हजारों लोगों का आना एक मजबूत बदलाव की उम्मीद जगाता है।

इस साल अक्टूबर तक 1.5 मिलियन से अधिक विदेशी पर्यटक और 3.1 घरेलू यात्री बाली आए थे।

पर्यटन के अधिक स्थायी मॉडल की ओर एक बड़ी पहल करते हुए, बाली ने एक नोमैडिक डिजिटल वीज़ा योजना शुरू की है, जिसे "सेकंड होम वीज़ा" कहा जाता है। यह उन 20 गंतव्यों में से एक है, जिसके बारे में एयरबीएनबी ने हाल ही में घोषणा की थी कि यह दूरस्थ कार्य के लिए साझेदारी कर रहा है। इन गंतव्यों में कैरेबियन और कैनरी द्वीप समूह में भी स्थान शामिल हैं।

बाली ने अतीत में बहुत कुछ सहा है। कभी-कभी, द्वीप के बड़े ज्वालामुखियों में गड़गड़ाहट होती है, कभी-कभी विस्फोट या राख निकलती है। बाली के समुद्रतटीय शहर कुटा में आत्मघाती बम विस्फोटों के काले बादल वर्षों तक बने रहे, जिसमें 2002 में ज्यादातर विदेशी पर्यटक मारे गए थे। हाल की मूसलाधार बारिश में कुछ क्षेत्रों में बाढ़ और भूस्खलन हुए जिससे उनके पर्यटन व्यवसायों के पुनर्निर्माण के लिए काम करने वाले समुदायों पर बोझ बढ़ गया। बहरहाल, बाली को अब नई उम्मीद जगी है। जी-20 शिखर सम्मलेन के साथ कुछ अच्छा जरूर होगा, स्थानीय लोग यही आस लगाये बैठे हैं।



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Jugul Kishor

Jugul Kishor

Content Writer

मीडिया में पांच साल से ज्यादा काम करने का अनुभव। डाइनामाइट न्यूज पोर्टल से शुरुवात, पंजाब केसरी ग्रुप (नवोदय टाइम्स) अखबार में उप संपादक की ज़िम्मेदारी निभाने के बाद, लखनऊ में Newstrack.Com में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। भारतीय विद्या भवन दिल्ली से मास कम्युनिकेशन (हिंदी) डिप्लोमा और एमजेएमसी किया है। B.A, Mass communication (Hindi), MJMC.

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