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Iran Warning to Attack Saudi Arabia: सऊदी अरब पर हमले की तैयारी में ईरान, खुफिया जानकारी के बाद अमेरिकी सेना हाई अलर्ट पर
Iran Warning to Attack Saudi Arabia: सऊदी अरब की ओर से दी गई इस खुफिया जानकारी के बाद अमेरिका ने खाड़ी देशों में मौजूद अपनी सेना को हाई अलर्ट पर रखा है।
Iran Warning to Attack Saudi Arabia: ईरान और सऊदी अरब के बीच तनातनी लगातार बढ़ती जा रही है। रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग अभी थमी नहीं है मगर इस बीच एक नए युद्ध की आहट महसूस की जाने लगी है। सऊदी अरब की ओर से अमेरिका के साथ साझा की गई खुफिया जानकारी में कहा गया है कि ईरान किसी भी समय सऊदी अरब पर हमला कर सकता है। सऊदी अरब की ओर से दी गई इस खुफिया जानकारी के बाद अमेरिका ने खाड़ी देशों में मौजूद अपनी सेना को हाई अलर्ट पर रखा है।
अमेरिका और सऊदी अरब दोनों देशों के अधिकारियों ने दोनों देशों के बीच तनातनी बढ़ने की खबरों की पुष्टि की है। जानकारों का कहना है कि यदि ईरान की ओर से सऊदी अरब पर हमला किया जाता है तो हालात बिगड़ सकते हैं और दुनिया तीसरे विश्व युद्ध के मुहाने पर पहुंच सकती है।
सऊदी अरब ने अमेरिका को दी जानकारी
वॉल स्ट्रीट जर्नल ने रिपोर्ट में सऊदी अरब की ओर से अमेरिका को खुफिया जानकारी देने की बात कही गई है। हालांकि सऊदी अरब ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि उसे यह जानकारी कैसे मिली है। सऊदी अरब की ओर से दी गई खुफिया जानकारी में कहा गया है कि ईरान सऊदी अरब के कई इलाकों में हमले की योजना बना रहा है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक दोनों देशों के अधिकारियों ने ईरान के इस रवैए पर चिंता जताई है।
ईरान इसलिए रच रहा हमले की साजिश
सऊदी अरब के मुताबिक ईरान इन दिनों देश के इस्लामिक स्वरूप के खिलाफ चल रहे देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों से परेशान है। ईरान के विभिन्न शहरों में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरकर सरकार और पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। सऊदी अरब का मानना है कि इन विरोध प्रदर्शनों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ईरान की ओर से हमले की बड़ी साजिश रची जा रही है।
सऊदी अरब की रिपोर्ट के मुताबिक ईरान सऊदी अरब के अलावा इराक के एरबिल इलाके पर भी हमला करने की कोशिश में जुटा हुआ है क्योंकि इस इलाके में काफी संख्या में अमेरिकी सैनिक हैं। इस खुफिया जानकारी के बाद खाड़ी देशों में मौजूद अमेरिकी सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
ईरान और सऊदी अरब के रिश्ते काफी खराब
ईरान और सऊदी अरब के रिश्ते पहले से ही काफी खराब चल रहे हैं। सऊदी अरब ने 2016 में ईरान के साथ अपने राजनयिक संबंध पूरी तरह खत्म कर दिए थे। यह कदम तेहरान में सऊदी अरब के दूतावास पर ईरानी प्रदर्शनकारियों के हमले के बाद उठाया गया था। ईरान समर्थित विद्रोहियों ने हाल के वर्षों में सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के तेल ठिकानों पर भी हमले किए हैं।
ईरान के इस तेवर ने सबकी चिंता बढ़ा दी है क्योंकि वह तेल ठिकानों को निशाना बना सकता है। जानकारों का कहना है कि सऊदी अरब और ईरान के अधिकारियों के बीच हाल के दिनों में गुपचुप बैठकें भी हुई हैं मगर इन बैठकों में क्या फैसला लिया गया, इसका अभी तक खुलासा नहीं हो सका है।
अमेरिका ने जताई हालात पर चिंता
इस बीच पेंटागन के प्रेस सचिव ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर का कहना है कि सऊदी अरब के इलाके में खतरे की स्थिति को देखते हुए अमेरिका चिंतित है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने सऊदी अरब के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क बनाए रखा है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में अमेरिकी सेना इराक और खाड़ी के अन्य देशों में है और हम किसी भी खतरों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।