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Iraq: श्रीलंका की तरह इराक में भी बिगड़े हालात, संसद भवन पर प्रदर्शनकारियों ने किया कब्जा
Iraq parliament attacked: प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री पद के लिए पूर्व प्रांतीय गवर्नर और पूर्व मंत्री मोहम्मद शिया अल सुदानी की उम्मीदवारी के खिलाफ अपना विरोध जता रहे हैं।
Iraq parliament attacked: श्रीलंका की तरह अब इराक में भी प्रदर्शनकारियों का जबर्दस्त विरोध देखने को मिल रहा है। बगदाद में प्रदर्शनकारियों ने तीखे तेवर अपना लिए हैं और श्रीलंका की तरह संसद भवन पर कब्जा कर लिया है। संसद भवन के अलावा कई और सरकारी भवनों पर भी प्रदर्शनकारियों ने कब्जा जमा लिया है।
जानकारों का कहना है कि प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री पद के लिए पूर्व प्रांतीय गवर्नर और पूर्व मंत्री मोहम्मद शिया अल सुदानी की उम्मीदवारी के खिलाफ अपना विरोध जता रहे हैं। प्रदर्शनकारी सुदानी के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी कर रहे हैं।
कई सरकारी भवनों पर भी किया कब्जा
अल जजीरा की रिपोर्ट में प्रदर्शनकारियों के संसद भवन पर कब्जा कर लेने का खुलासा किया गया है। प्रदर्शनकारी इराकी शिया लीडर मुक्तदा अल सदर के समर्थक बताए जा रहे हैं। वे किसी भी कीमत पर सुदानी को प्रधानमंत्री के रूप में स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। ईरान समर्थक पार्टी की ओर से सुदानी का समर्थन किया जा रहा है। बगदाद के उच्च सुरक्षा वाले इलाके में प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन सहित कई सरकारी भवनों पर कब्जा जमा लिया है।
प्रदर्शनकारियों के संसद भवन में घुसने के समय कोई सांसद मौजूद नहीं था। संसद पर काफी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात थे मगर उन्होंने प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश नहीं की। इसी का नतीजा था कि प्रदर्शनकारी आसानी से संसद भवन घुसने में कामयाब रहे।
शिया नेता अल सदर के समर्थक हैं प्रदर्शनकारी
प्रदर्शनकारियों ने इराक के शिया नेता अल सदर की तस्वीरों को हाथों में लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। पुलिस की ओर से प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने की कोशिश की गई मगर वे डटे रहे। वाटर कैनन का इस्तेमाल किए जाने के बावजूद उन्होंने तीखा विरोध जारी रखा। अल सुदानी के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले लोगों में इराक के कई शहरों से आए हुए लोग शामिल हैं।
शुरुआत में पुलिस ने मेन गेट पर प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की मगर दो अन्य प्रवेश द्वारों पर काफी संख्या में प्रदर्शनकारी विरोध करने के लिए जुट गए। उन्होंने सीमेंट की दीवार को तोड़ते हुए अल सुदानी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों को कड़ी चेतावनी
इराकी संसद में घुसने के बाद प्रदर्शनकारियों ने इराकी झंडे भी लहराए। प्रदर्शनकारियों ने टेबल व कुर्सियों पर चढ़कर सुदानी के खिलाफ नारेबाजी की। इस बीच कार्यकारी प्रधानमंत्री मुस्तफा अल कदीमी ने प्रदर्शनकारियों को तत्काल ग्रीन जोन खाली करने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि सरकारी भवनों और विदेशी मिशनों की सुरक्षा के लिए सरकार की ओर से कड़े कदम उठाएंगे। प्रदर्शनकारियों को कानून को अपने हाथ में लेने से बाज आना चाहिए।
इराक के शिया नेता मौलवी अल सदर ने पिछले साल अक्टूबर में हुए चुनाव में 73 सीटों पर जीत हासिल की थी। इराक की संसद में 329 सीटें हैं और मौलवी अल सदर का गुट सबसे बड़ा है। इसके बावजूद अल सदर जरूरी बहुमत नहीं जुटा पाए हैं। इसी कारण वे राष्ट्रपति पद की दौड़ से भी बाहर हो गए थे। अब उनके समर्थक सड़कों पर उतर आए हैं और उन्होंने तीखा विरोध जताना शुरू कर दिया है।