Ismail Haniye Death: दुनिया से गंदगी साफ करने का यही सही तरीका, बोला इजरायल, ईरान ने कहा- बड़ी कीमत चुकानी होगी

Ismail Haniye Death: अमीचाय एलियाहू ने कहा,'दुनिया से इस गंदगी को साफ करने का सही तरीका है। वहीं, ईरान ने कहा, तेहरान में हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या के लिए इजरायल को "भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।

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Published on: 31 July 2024 8:58 AM GMT
Ismail Haniye Death
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Ismail Haniye Death (सोशल मीडिया) 

Ismail Haniye Death: हमास चीफ इस्माइल हानिया की बुधवार को एयरस्ट्राइक हमले में मौत हो गई। यह ईरान की राजधानी तेहरान में उनके आवास पर हुआ, जिसमें उनका एक अंगरक्षक भी मारा गया है। इस्माइल हानिया की मौत की पुष्ठि इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने की। हानिया पर हमला ऐसे समय हुआ, जब वह ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण के कार्यक्रम में आए थे। कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद उसके अगले ही दिन हमास चीफ की एक हवाई हमले में मौत हो गई है। सीधे पर हमास चीफ के मौत की जिम्मेदारी अभी तक इजरायल ने भी नहीं ली है, जबकि ईरानी पत्रकार उनकी मौत का इजरायल को जिम्मेदारी ठहरा रहे हैं। इस्माइल हानिया के मौते बाद एक बार फिर से सीधे तौर पर दोनों इजरायल और ईरान आमने सामने आ गए हैं। ईरान ने हानिया को मौत पर इजरायल को बड़ी धमकी दी है। ऐसे में इस बात की संभावना को बल मिल रहा है, आगामी कुछ दिनों क्या दुनिया में कुछ बड़ा होने वाला है?

हानिया की मौत पर इजरायल में खुशियां

हमास के चीफ की मौत की खबर आते ही इजरायल देश में लोगों की बीच खुशियों का माहौल है। इजरायली अपने प्रधानमंत्री जामिन नेतन्याहू की जमकर तारीफ कर रहे हैं। इजरायल पर हुए हवाई हमले हजार के अधिक नागरिकों की मौत पर बेंजामिन नेतन्याहू ने एक कसम खाई थी कि हमास को खत्म किए बिना गाजा से वापस नहीं लौटेंगे। हम अपने लक्ष्य से पीछे हटने वाले नहीं हैं। यही बात इजरायली पीएम ने अमेरिकी यात्रा के दौरान अमेरिकी संसद को संबोधित हुए कही और ईरान को अमेरिका और इजरायल के लिए एक खतरनाक देख बताया था। बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने इस बायन पर अडिग हैं और वह बीते 10 महीनों से दुनिया के किसी भी देश की परवाह किये बिना फिलिस्तीन के गाजा पट्टी में लगातार सैन्य कार्रवाई करवा रहे हैं।

इस गंदगी का साफ करने का यही सही तरीका

इजरायल के धरोहर मंत्री अमीचाय एलियाहू ने आधिकारिक तौर पर हानिया की मौत को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। हालांकि इजरायल की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। अमीचाय एलियाहू ने कहा,'दुनिया से इस गंदगी को साफ करने का सही तरीका है। एलियाहू का बयान ऐसे समय आया है, जब इजरायल की स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हानिया की हत्या पर कुछ भी बोलने से मंत्रियों को मना किया है।

भारी कीमत चुकानी पड़ेगी, इजरायल को धमकी

उधर, हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या को इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स इजरायल को दोषी माना है और देश को बड़ी धमकी दी है। ईरानी सरकारी मीडिया के अनुसार, ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के पूर्व कमांडर मोहसेन रेजाई ने बुधवार को इजरायल को कड़ी चेतावनी दी है। रेजाई ने कहा कि तेहरान में हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या के लिए इजरायल को "भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।

हमास एक व्यक्ति नहीं विचारधारा है

वहीं, हमास के वरिष्ठ अधिकारी सामी अबू जुहरी ने कहा, हमारे भाई (इस्माइल हानिया) की मौत के बाद भी इजरायल अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो सकेगा। हमास एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचारधारा है। एक संस्था है। हमास जीत की ओर निरंतर बढ़ता जाएगा। हमास ने धमकी दी है कि उसके चीफ की मौत बेकार नहीं जाएगी। हमास इस हत्या का बदला जरूर लेगा।

जानिए क्या हुआ 7 अक्टूबर को?

दरअसल, पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास के लड़ाकों ने इजरायल में हमला किया था। इस हमले में 1200 लोगों की मौत हुई थी। 250 लोगों को बंधक बनाकर हमास लगाया था। इस हमले के बाद हमास का चीफ इजरायल के निशाने पर था और आज इसको तेहरान पर ढ़ेर कर दिया गया। हालांकि ऐसा दावा किया गया है अभी भी 150 इजरायल बंधक हमास के कब्जे में है। हमास दावा है कि इजरायली हमलों में अब तक 39 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है, जबकि इजरायल का दावा है कि अब तक हमास और उसके सहयोगियों के करीब 14 हजार लड़ाकों को मार गिराया है।

हानिया से 2019 में छोड़ा गाजा

हानिया 2019 में गाजा पट्टी छोड़ दी थी और वह कतर में रह रहा था। गाजा में हमास का शीर्ष नेता येह्या सिनवार है। इसी ने 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर हमले की साजिश बनाई थी। इस हमले से पहले बीते अप्रैल में भी हानिया के परिवार पर इजरायल की ओर से हमला किया गया था, जिसमें हानिया बच गया था।


Viren Singh

Viren Singh

पत्रकारिता क्षेत्र में काम करते हुए 4 साल से अधिक समय हो गया है। इस दौरान टीवी व एजेंसी की पत्रकारिता का अनुभव लेते हुए अब डिजिटल मीडिया में काम कर रहा हूँ। वैसे तो सुई से लेकर हवाई जहाज की खबरें लिख सकता हूं। लेकिन राजनीति, खेल और बिजनेस को कवर करना अच्छा लगता है। वर्तमान में Newstrack.com से जुड़ा हूं और यहां पर व्यापार जगत की खबरें कवर करता हूं। मैंने पत्रकारिता की पढ़ाई मध्य प्रदेश के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्विविद्यालय से की है, यहां से मास्टर किया है।

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