×

Israel – Hamas Conflict: इजरायल पर हमला - फलस्तीन विद्रोह के हालात, मिडिल इस्ट में बेहद तनावपूर्ण स्थिति

Israel – Hamas Conflict: अब तक पांच लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। मृतकों के आंकड़ा में बढ़ोतरी की संभावना है। वहीं, इजरायल जवाबी हमले की तैयारी में जुटा हुआ है।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 7 Oct 2023 12:59 PM IST (Updated on: 7 Oct 2023 2:05 PM IST)
Israel News
X

Israel News (Photo: Social Media)

Israel – Hamas Conflict: इजरायल पर फलस्तीनी हमास आतंकियों ने बड़ा हमला बोल दिया है। हमास के हमले के बाद इस्लामिक जिहाद नमक संगठन ने भी इजरायल के खिलाफ हमले में साथ देने का ऐलान कर दिया है। अब इस क्षेत्र में हालात बेहद तनावपूर्ण बन गए हैं। हमास ने तमाम अरब देशों और मुस्लिमों से इजरायल के ख़िलाफ़ लड़ाई में उतरने का आह्वान कर दिया है, अब देखना है कि हमास के पक्ष में कौन कौन गुट और देश आते हैं। फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह द्वारा अवरुद्ध गाजा पट्टी से बड़े पैमाने पर हवाई और जमीनी अभियान शुरू करने के बाद, इज़राइल और हमास एक बार फिर युद्ध की ओर बढ़ते दिख रहे हैं, जो वर्षों में इसका सबसे बड़ा हमला है। बीते सोलह वर्षों में सबसे विकट स्थिति बन गयी है और इंतिफादा या फलस्तीनी विद्रोह भड़कने की आशंका है। अगर ऐसा होता है तो अरब देशो और इजरायल के बीच सुधर रहे रिश्तों और क्षेत्रीय शांति को बहुत बड़ा झटका लगेगा।

अब तक क्या हुआ

हमास आतंकियों द्वारा गाजा पट्टी से इजरायली क्षेत्र में घुसपैठ करने और पूरे इजरायल में रॉकेट दागने के बाद इजरायल ने "युद्ध के लिए अलर्ट की स्थिति" घोषित कर दी है। साथ ही इजरायल ने रिजर्व सुरक्षा बालों को बुला लिया है। हमास का दावा है कि उसने करीब 6 हजार राकेट दागे हैं। कई हफ्तों से अस्थिर सीमा पर बढ़ते तनाव के बाद यह वर्षों में सबसे गंभीर टकरावों में से एक है। एक दुर्लभ बयान में, हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद डेफ ने इजरायल के अंदर फिलिस्तीनियों और इजरायल के अरब पड़ोसियों से लड़ाई में शामिल होने का आह्वान किया है।

हमास ने नाकाबंदी वाले इलाके से 5,000 रॉकेट दागे जाने का दावा किया था, जिसके बाद शनिवार सुबह लगभग 7 बजे से पूरे इज़राइल और यरूशलेम के विवादित शहर तक सायरन बजने लगे। ऐसा प्रतीत होता है कि परिधि पर इजरायली कस्बों और गांवों में हमास के बंदूकधारियों ने जमीनी घुसपैठ की।

अल अक्सा मस्जिद

गाजा में हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने एक बयान में यरूशलेम के संवेदनशील अल-अक्सा मस्जिद परिसर को मुक्त कराने के लिए एक नए अभियान की शुरुआत की घोषणा की, जहां पिछले कुछ हफ्तों में यहूदी आगंतुकों की संख्या में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि इज़राइल के खिलाफ हमास के नए प्रयासों का "यह केवल पहला चरण है"। मोहम्मद दीफ ने कहा - हमने दुश्मन को चेतावनी दी थी कि वह अल-अक्सा मस्जिद के खिलाफ अपनी आक्रामकता जारी न रखे । बिना प्रतिक्रिया के दुश्मन की आक्रामकता का युग समाप्त हो गया है। मैं वेस्ट बैंक में और ग्रीन लाइन [इज़राइली क्षेत्र] के भीतर हर जगह फ़िलिस्तीनियों से बिना किसी रोक-टोक के हमला करने का आह्वान करता हूँ। सभी सड़कों पर जाओ। मैं हर जगह मुसलमानों से हमला शुरू करने का आह्वान करता हूं।

क्षेत्रीय संघर्ष की आशंका

गाजा में एक अन्य गुट इस्लामिक जिहाद ने टेलीग्राम पर एक बयान में कहा कि वे भी लड़ाई में शामिल हो गए हैं। अगर हिंसा कब्जे वाले वेस्ट बैंक तथा लेबनानी आतंकवादी समूह हेज़बुल्लाह के साथ उत्तरी मोर्चे तक फैलती है, या इज़राइल की सड़कों पर अंतर-सांप्रदायिक हिंसा फैलती है, तो क्षेत्रीय संघर्ष की आशंका है। इसके पहले 2021 में इजरायल और हमास के बीच 10 दिनों तक खूनी लड़ाई चली थी।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

2007 में जब से इस्लामवादी समूह हमास ने 42-वर्ग किमी पट्टी पर कब्ज़ा किया है, तब से क्षेत्र के शासकों और इसके अन्य सक्रिय गुटों के खिलाफ चार युद्ध और कई छोटे संघर्ष हुए हैं, जिन्होंने गाजा के 23 लाख निवासियों पर विनाशकारी प्रभाव डाला है। गाजा में लोगों को आवाजाही की बिल्कुल भी आजादी नहीं है और इजराइल द्वारा नाकाबंदी लागू करने के बाद से स्वास्थ्य सेवा, बिजली, स्वच्छता और अन्य महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे लगभग ध्वस्त हो गए हैं। ताजा हिंसा यरूशलेम और कब्जे वाले वेस्ट बैंक में 20 वर्षों में सबसे घातक अवधि के बाद हुई है, और एक नए इंतिफादा या फिलिस्तीनी विद्रोह की व्यापक आशंका है।



Snigdha Singh

Snigdha Singh

Leader – Content Generation Team

Hi! I am Snigdha Singh, leadership role in Newstrack. Leading the editorial desk team with ideation and news selection and also contributes with special articles and features as well. I started my journey in journalism in 2017 and has worked with leading publications such as Jagran, Hindustan and Rajasthan Patrika and served in Kanpur, Lucknow, Noida and Delhi during my journalistic pursuits.

Next Story