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सबसे तेज कोरोना वैक्सीनेशन, इज़राइल है तो सब मुमकिन

वैक्सीन लगानी की रफ़्तार अन्य देशों में अभी धीमी ही है। 2020 की समाप्ति तक अमेरिका में करीब 1 फीसदी आबादी को ही वैक्सीन लग पायी थी।

Roshni Khan
Published on: 4 Jan 2021 2:46 PM IST
सबसे तेज कोरोना वैक्सीनेशन, इज़राइल है तो सब मुमकिन
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सबसे तेज कोरोना वैक्सीनेशन, इज़राइल है तो सब मुमकिन (PC: social media)

नीलमणि लाल

नई दिल्ली: कोरोना की वैक्सीन कई देशों में लगना शुरू हो चुकी है लेकिन सबसे तेज रफ़्तार इज़राइल की है जिसने अपनी 10 फीसदी आबादी को वैक्सीन लगा दिए हैं। ये आंकड़ा दुनिया के किसी भी देश के मुकाबले सबसे ज्यादा है। और इसने साबित किया है कि इज़राइल है तो सब मुमकिन है। इज़राइल में वैक्सीन लगाने का काम 20 दिसंबर को ही शुरू हुआ था और इसके तहत इज़राइल ने अपनी आबादी के मुकाबले वैक्सीन के तीन गुने टीके का वितरण किया है। इज़राइल के करीब सिर्फ बहरीन है लेकिन बहरीन की आबादी ही बहुत कम है। इज़राइल में फाइजर कंपनी की वैक्सीन लगाई जा रही है। इस काम में काफी धन खर्च किया जा रहा है।

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बाकी देशों में रफ़्तार धीमी

वैक्सीन लगानी की रफ़्तार अन्य देशों में अभी धीमी ही है। 2020 की समाप्ति तक अमेरिका में करीब 1 फीसदी आबादी को ही वैक्सीन लग पायी थी। कई यूरोपीय देशों में भी बहुत ही सीमित आबादी को कोरोना का टीका लगा है।

इज़राइल का आक्रामक अभियान

90 लाख की आबादी वाले इज़राइल ने वैक्सीन लगाने का बेहद आक्रामक अभियान चलाया है। इज़राइली स्वास्थ्य मंत्री ने बताया है कि इजरायल ने वैक्सीन निर्माता कंपनियों के साथ शुरुआती चरण में खरीद के लिए बातचीत करना शुरू कर दिया था और इससे कंपनियां शुरू में ही बड़े पैमाने पर सप्लाई के लिए राजी हो गयीं। ये सब पहले से तैयारी करने के चलते हुआ है।

इज़राइल कोरोना वायरस संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक है। हालाँकि सख्त लॉकडाउन और कड़े नियम कानूनों की वजह से उसने संक्रमण पर कंट्रोल करने में मदद मिली है। इसके बावजूद इजरायल में फिर से रोजाना बहुत केस आ रहे हैं जिसकी वजह से तीसरा लॉकडाउन लगाया गया।

इज़राइली सरकार ने अपने यहां 60 से ऊपर की आयु वाले लोगों को वैक्सीन में प्राथमिकता दी है।

इज़राइल में औसतन रोजाना डेढ़ लाख लोगों को टीका लगाया जा रहा है। 60 साल से अधिक उम्र के 40% लोग कोरोना का टीका लगवा कर कोरोना वायरस से एक हद तक सुरक्षित हो चुके हैं। 31 जनवरी तक इज़राइल में 22 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन लग जाएगी। जनवरी के अंत तक हाई रिस्क वाले लोगों को फाइजर की वैक्सीन की दूसरी डोज़ लग जाएगी।

इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने टीकाकरण कार्यक्रम को व्यक्तिगत अभियान की तरह चलाया है। समझौतों पर हस्ताक्षर करने से लेकर फाइजर, मॉडर्ना और अन्य कंपनियों से नेतन्याहू ने वैक्सीन की खरीद सुनिश्चित की है। 19 दिसंबर को उन्होंने सबसे पहले खुद वैक्सीन लगवाई थी।

इज़राइल सबसे पहले अपने सभी नागरिकों को टीका लगाने वाला देश बन जाएगा।

नेतन्याहू ने कहा है कि हमने करोड़ों में वैक्सीन खरीदी है। दुनिया में अपनी आबादी के लिए इतना टीका किसी ने नहीं खरीदा होगा। हमने सबके लिए खरीदा है। यहूदी, अरब, धार्मिक या सेकुलर, सब आओ और वैक्सीन लगवाओ। हालांकि इजरायल ने टीकाकरण कार्यक्रम को वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी जैसे फिलिस्तीन के इलाकों में विस्तार नहीं दिया है।

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इजराइल के बाद बहरीन दूसरी स्थान पर

इजराइल के बाद बहरीन में टीकाकरण की दर अच्छी है। 15 लाख की आबादी के साथ बहरीन में लगभग 3।4 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन लग चुकी है।

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