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Israel-Hamas War: सेट टारगेट, सटीक निशाना और दुश्मन तबाह...वो हथियार जिससे इजरायल कर रहा है वार

Israel-Hamas War: आज ही के दिन यानी 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर बर्बरतापूर्ण हमला किया था। इसके बाद इजरायल ने वह किया जिससे हमास तबाह हो गया। इजरायल ने हमले के बाद अगले तीन हफ्ते तक हर हफ्ते 6000 बम गाजा पर बरसाए।

Ashish Kumar Pandey
Published on: 7 Oct 2024 2:23 PM IST
Israel-Hamas War (Pic- Social- Media)
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Israel-Hamas War (Pic- Social- Media)

Israel-Hamas War: हमास द्वारा इजरायल पर आज ही के दिन यानी 7 अक्टूबर 2023 को बर्बरतापूर्ण हमला किया गया था। इस हमले में इजरायल के कई लोग मारे गए। हमास के लड़ाकों ने कई महिलाओं के साथ पहले दरिंदगी की और उसके बाद उन्हें बुरी तरह से मार डाला। हमास ने मासूम बच्चों को भी नहीं बख्शा, कई बच्चों के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया और उन्हें मार डाला। यही नहीं कुछ लोगों का अपहरण कर ले गए। हमास ने इजरायल को एक ऐसा जख्म दिया जो शायद इजरायल के लोग कभी नहीं भूलेंगे।


आज यानी 7 अक्टूबर 2024 को हमास के इस हमले को एक साल पूरे हो गए हैं। हमास-हिजबुल्लाह द्वारा इजरायल पर किए गए हमले के बाद इजरायल ने ऐसा कदम उठाया कि दुश्मन कभी सोचे भी नहीं होंगे। इजरायल ने हमले के बाद हमास को सबक सिखाने के लिए अगले तीन हफ्तों तक हर हफ्ते गाजा पर 6000 बम बरसाए। जबकि अमेरिका ने ईराक और सीरिया में आतंकियों पर औसत 488 बम हर हफ्ते गिराए थे। लेकिन इजरायल ने तो यहां अमेरिका को भी काफी पीछे छोड़ दिया। आज के समय में ये जंग के सबसे आसान तरीके हैं। बम, मिसाइल, टैंक के गोले। बस टारगेट सेट करिए और दुश्मन व उसके ठिकाने तबाह हो जाएंगे।


लेकिन इजरायल को इतने से ही संतोष नहीं हुआ उसने अपने दुश्मनों को ऐसा सबक सिखाया कि उनकी वर्तमान व आने वाली पीढ़ियां भी इसे शायद कभी न भूल पाएंगी। इजरायल ने बम, मिसाल और गोले दागने की अपनी रणनीति से भी बड़ा एक काम किया। इसके अलावा इजरायल ने जो भी हमला किया, वो आतंकियों और उनके समर्थकों के लिए तारुमा हमला था। उसने हाल की में पेजर ब्लास्ट करके एक बड़ा गेम खेला। उसके बाद वॉकी-टॉकी, डोरबेल, डिश एंटीना, स्कूटर जहां हो पाया वहां ब्लास्ट करा दिया। इससे जहां दुनिया हैरान रह गई तो वहीं हिजबुल्लाह आतंकी इजरायल के इस कदम से ट्रॉमा में आ गए।

अमेरिका देता है सबसे अधिक हथियार

यहां एक सवाल यह भी उठता है कि इजरायल अपने दुश्मनों पर ताबड़तोड़ बम गिरा रहा है, मिसाइलें दाग रहा है, गोले बरसा रहा है। आखिर इतनी बड़ी मात्रा में ये हथियार उसके पास आते कहां से हैं और उसे ये हथियार देता कौन है? बता दें कि इजरायल को सबसे ज्यादा हथियार अगर कोई सप्लाई करता है तो वह है अमेरिका। पिछले एक साल में इजरायल ने अमेरिका से 100 से ज्यादा हथियार डील किए हैं। मतलब हर 36 घंटे में इजरायल ने अमेरिका से करीब एक डील किया। वहीं पिछले एक साल में इजरायल ने ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया ने इस जंग में दर्द सहा है। इस जंग में हजारों लोग मारे गए और लाखों लोग विस्थापित हुए। बहुतों ने तो अपने शरीर के अंग खो दिए यानी अपाहिज हो गए। अभी भी इजरायल अपने दुश्मन हमास और हिजबुल्लाह को सबक सिखाने में जुटा है। वह इनके ठिकानों को एक-एक कर निशाना बना रहा है।अब यहां यह जानना भी जरूर है कि आखिर इजरायल इस जंग में कैसे हथियारां का इस्तेमाल कर रहा है और यह भी जानेंगे कि इस जंग में इजरायल को कितना नुकसान हुआ।



इनका हुआ सबसे ज्यादा इस्तेमाल

इजरायल हमास और हिजबुल्लाह के खिलाफ जंग में एफ-35, एफ-16 और एफ-15 फाइटर जेट्स का जमकर इस्तेमाल कर रहा है। इसमें लगाए बम एमके-84, एमके-83, एमके-82, छोटे बम बड़े की कारगर हैं। इजरायल इन्हें टारगेट सेट कर गिराता है और वहां तबाही मच जाती है। इसके अलावा जेडीएएम बम और हेलफायर मिसाइलें भी दुश्मनों पर कहर बन कर टूट रही हैं। इजरायल ने गाजा और लेबनान जो बम गिराए हैं और गिरा रहा है। इनमें अधिकतर बम अमेरिका के थे। हालत ये है कि इजरायल इतने अमेरिकी हथियारों की डिमांड कर रहा है कि अमेरिका को हथियारों की डिलिवरी के लिए सही कार्गो प्लेन तक नहीं मिल पा रहा है। जिसमें वह समय पर हथियारों की डिलिवरी कर सके।


इन हथियारों का हुआ इस्तेमाल

एमके-84 (907 केजी) बम। 2000 पाउंड यानी 907 किलो के इस बम से जो हमले इजरायल ने गाजा में किए वो हैरान करने वाले हैं। इजरायल ने पहला हमला 9 अक्टूबर 2023 में गाजा के जबालिया में किया था। जिसमें 70 लोग मारे गए थे। फिर 17, 25 और 31 अक्टूबर 2023 को इजरायल ने इस बम का इस्तेमाल किया। इसके बाद 13 जनवरी 2024 को इजरायल ने इस बम का फिर से इस्तेमाल किया।


जीबीयू-39 (114 केजी) बम, छोटे पर हैं खतरनाक

इसके कई वैरिएंट्स हैं। ये छोटे बम हैं। इस बम से 9 जनवरी 2024 को गाजा में इजरायल ने हमला किया था। फिर इजरायल ने राफा में इस बम का 13 मई 2024 और 26 मई 2024 को इस्तेमाल किया। जिसमें करीब 46 लोग मारे गए। फिर इस बम का इस्तेमाल 6 जून 2024 और 10 अगस्त 2024 को किया गया।


यह बम और मिसाइल का मिश्रण है। पिछले साल 1 दिसंबर 2023 से लेकर अब तक इजरायल ने 3000 जेडीएएम यानी ज्वाइंट डायरेक्ट अटैक म्यूनिशंस का इस्तेमाल किया है। इसका पहली बार इस्तेमाल 10 अक्टूबर 2023 को किया गया था। इसका वजन भी करीब 1000 किलो होता है। इसके हमले में दायर अल-बलाह में 24 लोग मारे गए थे। इसके बाद इजरायल ने इसका इस्तेमाल 22 अक्टूबर 2023, मार्च और जुलाई 2024 में गाजा और लेबनान में किया था।

हेलफायर मिसाइल

इजरायली वायुसेना के फाइटर जेट्स एफ-16 और एफ-15 में ये मिसाइलें खूब लगी होती हैं। इजरायल ने जंग में अभी तक करीब 3000 मिसाइलों का इस्तेमाल किया है। इजरायल ने 8 जून 2024 को नुसेरात रेफ्यूजी कैंप में इसी मिसाइल से हमला किया था जिसमें 300 लोग मारे गए थे। इजरायल ने 10 मिनट में 150 मिसाइलें दागीं थीं। इजरायल ने 23 जून, 14 जुलाई को भी इन मिसाइलों का इस्तेमाल किया था।


120 एमएम टैंक गोले और 155 एमएम आर्टिलरी शेल

गाजा और लेबनान पर इजरायल ने अभी तक करीब 14 हजार गोले दागे हैं। ये हाई-एक्स्प्लोसिव गोले होते हैं। ये गोले जहां भी गिरते हैं वहां भारी तबाही मचा देते हैं। जंग में इजरायल ने अभी तक करीब 57 हजार गोले दागे हैं। ये गोले इतने खतरनाक होते हैं कि इनकी वजह से 100 से 300 मीटर के व्यास तक कुछ नहीं बचता है। इजरायल ने गाजा में शुरुआती जंग में करीब एक लाख से ज्यादा इन गोलों को दागा था।


अब बात नुकसान की तो इजरायल को कितना हुआ नुकसान

इस पूरे जंग में इजरायल को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा है। जंग में अभी तक इजरायल ने अपने 728 जवान खोए हैं। यही नहीं इजरायल के ऊपर 26 हजार से ज्यादा रॉकेट, मिसाइल और ड्रोन हमले किए गए। जिसमें से ज्यादातर को इजरायल ने आसमान में ही खत्म कर दिए। जंग में हमास के करीब 17 हजार आतंकी गाजा में और 800 लेबनान में मारे गए। इजरायल ने गाजा पट्टी से 4700 सुरंगों को खत्म किया। इजरायल ने गाजा पट्टी में हमास के 40,300 ठिकानों पर हमला किया। इसके अलावा हिजबुल्लाह के 11 हजार अड्डे का बर्बाद कर दिया।


गाजा की तरफ से इजरायल पर 13200 रॉकेट-मिसाल-ड्रोन दागे गए। 7 अक्टूबर 2023 को तो कम से कम 5000 रॉकेट लेबनान की तरफ से हिजबुल्लाह ने दागे थे। सीरिया की तरफ से 60, यमन से 180 और ईरान से 400 हवाई हमले किए गए थे। इन हमलों में इजरायल के करीब 4576 जवान घायल हो गए थे।

जंग में अब तक 116 पत्रकार भी मारे

अक्टूबर 2023 से इजरायल-हमास-हिज्बुल्लाह-हूती जंग को कवर करने गए 116 पत्रकार भी इस जंग में मारे गए हैं। इनमें से कई कभी इजरायली एयरस्ट्राइक का शिकार हो गए तो वहीं कई कभी आतंकियों की गोलियां का निशाना बन गए।





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Shalini Rai

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