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Brazil Protest: पूर्व राष्ट्रपति समर्थकों का संसद और सुप्रीमकोर्ट पर धावा, बिगड़ रही स्थिति
Brazil Violence: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत विश्व भर नेताओं और संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया है।
Brazil Violence: ब्राजील की राजधानी ब्राजिलिया में पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के समर्थकों ने जमकर उपद्रव मचाया है। ये लोग सुप्रीम कोर्ट, राष्ट्रपति भवन और संसद जैसी अहम इमारतों में घुस गए और तीन घंटे तक जमकर तोड़फोड़ की। हमले और उपद्रव को रोकने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले इस्तेमाल करने पड़े। पुलिस ने हिंसा करने वाले 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत विश्व भर नेताओं और संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया है।
क्यों हुआ बवाल
दरअसल, पिछले साल अक्टूबर में हुए आम चुनाव के बाद ब्राजील की सत्ता में बदलाव हुआ है। वामपंथी वर्कर्स पार्टी के लूला डा सिल्वा ने दक्षिणपंथी जायर बोल्सोनारो को हराकर यह चुनाव जीता था। हालांकि, दोनों के बीच कांटे की टक्कर रही और लूला को 50.9 प्रतिशत वोट मिले, जबकि बोल्सोनारो के खाते में 49.1 फीसदी वोट आए। लूला की जीत न तो बोल्सोनारो को पच रही है और न उनके समर्थकों को। ये लोग आरोप लगा रहे हैं कि उनसे जीत "चुराई" गई है। और लूला अवैध राष्ट्रपति हैं। चुनाव नतीजे घोषित होने के बाद से ही बोल्सोनारो के समर्थक विरोध कर रहे हैं।
सेना के हस्तक्षेप की मांग
बोल्सोनारो के कई समर्थकों ने सैन्य बैरकों के सामने डेरा डालकर लूला को राष्ट्रपति बनने से रोकने की मांग की थी, लेकिन सेना ने इस पर कार्रवाई नहीं की और लूला ने राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली। बोल्सोनारो ने लूला के शपथ ग्रहण समारोह में भी शिरकत नहीं की थी और वे अमेरिका चले गए और फिलहाल वहीं रह रहे हैं।
लूला का आरोप
राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा ने हिंसा के लिए बोल्सोनारो को जिम्मेदार ठहराया है। लूला ने कहा है कि इन उपद्रवियों ने वो कृत्य किया है, जो देश के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ। इन सभी लोगों की तलाश कर इन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। लूला ने पूर्व राष्ट्रपति को 'नरसंहारवादी' करार देते हुए कहा कि वो सोशल मीडिया के जरिये लोगों को उकसा रहे हैं। लूला ने राजधानी ब्राजीलिया में संघीय कानून लागू कर दिया है और संघीय सुरक्षा बलों को तैनात किया है। फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण है। उपद्रवियों द्वारा फिर से कोई हरकत किये जाने की आशंका बनी हुई है।