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जमात चीफ को बांग्लादेश में फांसी, युद्ध अपराध में दोषी पाया गया था

Rishi
Published on: 11 May 2016 6:57 AM GMT
जमात चीफ को बांग्लादेश में फांसी, युद्ध अपराध में दोषी पाया गया था
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ढाकाः बांग्लादेश में जमात-ए-इस्लामी के चीफ मोती-उर्र-रहमान को मंगलवार देर रात फांसी दे दी गई। वह जमात का सबसे बुजुर्ग नेता था। 1971 में बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में पाकिस्तान का साथ देने का आरोप उस पर साबित हुआ था।

जमात प्रमुख ने क्षमादान नहीं मांगा

-मोती-उर्र-रहमान की उम्र 73 साल थी।

-उसने क्षमादान मांगने से इनकार कर दिया था।

-फांसी के खिलाफ उसकी अपील 5 मई को खारिज हो गई थी।

-20 मिनट तक फांसी पर लटकाकर रखा गया।

ढाका में सुरक्षा कड़ी की गई

-जमात चीफ की फांसी के बाद ढाका में सुरक्षा कड़ी की गई।

-सेंट्रल जेल और शहर में बड़ी तादाद में सुरक्षाबल तैनात।

-कई इलाकों में गाड़ियों की आवाजाही भी बंद कराई गई।

Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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