बहुत खतरनाक पाकिस्तान: ये जान लें इमरान को सपोर्ट करने वाले देश

अमेरिका के पूर्व रक्षामंत्री जेम्स मैटिस ने पाकिस्तान को परमाणु हथियारों और कट्टरपंथी की वजह से खतरनाक बताया है।

Shreya
Published on: 22 March 2023 6:10 AM GMT (Updated on: 24 March 2023 7:15 PM GMT)
बहुत खतरनाक पाकिस्तान: ये जान लें इमरान को सपोर्ट करने वाले देश
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बहुत खतरनाक पाकिस्तान: ये जान लें इमरान को सपोर्ट करने वाले देश

अमेरिका के पूर्व रक्षामंत्री जेम्स मैटिस ने पाकिस्तान को परमाणु हथियारों और कट्टरपंथी की वजह से खतरनाक बताया है। जेम्स मैटिस अमेरिका सेना के अनुभवी और डोनाल्ड ट्रंप के कैबिनेट के पूर्व सदस्य मैटिस ने पाकिस्तान को खतरनाक देश बताया है।

भारत पर ही लगाया है पाकिस्तान ने अपना पूरा ध्यान-

मैटिस ने कहा है कि पाकिस्तान अपना पूरा ध्यान भारत पर ही लगाए हुए है। पाकिस्तान अपने भू-राजनीति को केवल भारत के दुश्मनी से ही जोड़ कर देखता है और उसी को लेकर अफगानिस्तान के साथ अपनी नीति को बनाए हुए है। पाकिस्तान की सेना काबुल के साथ एक ऐसी दोस्ती वाली सरकार चाहती है जो वहां पर भारत के प्रभाव को रोक पाए।

जिन देशों में किया है काम, उनमें पाकिस्तान सबसे खतरनाक-

मैट्रिस ने अपनी ऑटोबायोग्राफी कॉल साइन केओस का मंगलवार को प्रकाशन हुआ है जिसमें लिखा है कि, जिन देशों में मैं काम कर चुका हूं, उनमें में पाकिस्तान को परमाणु हथियारों और कट्टरपंथी की वजह से सबसे खतरनाक मानता हूं। हम परमाणु हथियार के जखीरे को आतंकियों के हाथ में नहीं जाने नहीं दे सकते। इसका परिणाम बहुत खतरनाक साबित होगा।

मैटिस ने लिखा कि, दुनिया में पाकिस्तान में परमाणु हथियार के अंबार में तेजी से वृद्धि हो रही है और पीएम इमरान खान के कैबीनेट मंत्री खुद इसे लेकर शान दिखा रहे हैं। अभी हाल ही में ही पाकिस्तान के रेलमंत्री शेख रसीद ने कहा था कि उनके पास 200 ग्राम के परमाणु बम हैं जो सीमित इलाके को अपनी चपेट में ले सकता है।

ऐसे नेता नहीं है पाक में जो करते हो भविष्य की चिंता-

मैटिस ने पाकिस्तान के नेताओं पर अप्रत्यक्ष तौर पर तंज कसते हुए कहा कि, पाकिस्तान के पास कोई ऐसा नेता नहीं है जो खुद के भविष्य की चिन्ता करें।

पाकिस्तान और अमेरिका दोनों देशों में गहरा मतभेद और अविश्वास-

साथ ही पाकिस्तान से अमेरिका के रिश्ते के बारे में कहा कि दोनों देशों में गहरा मतभेद और अविश्वास रहा है। मैटिस ने कहा कि हम अपनी प्रॉब्लम्स को दूर कर सकते थे लेकिन हमारे बीत मतभेद और अविश्वास बढ़ गया था। साथ ही मैटिस ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबमा भरोसा न होने की वजह से ही मई 2011 में को मार गिराने की सूचना नहीं दी थी।

अभी भी कायम है अविश्वास-

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अफगानिस्तान से हुए युद्ध से बाहर आना चाहते हैं और तालिबान के साथ संबंध सुधारने में पाकिस्तान का साथ चाहते हैं। साथ ही इमरान खान भी अमेरिका के साथ रिश्ते सुधारने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन मैटिस का कहना है कि आज भी अमेरिका और पाकिस्तान के बीच अविश्वास बना हुआ है।

बता दें कि मैटिस अफगिस्तान के शीर्ष अमेरिकी मैरीन कॉपर्स कमांडर, अमेरिका सेंट्रल कमांड प्रमुख और रक्षा मंत्री के तौर पर पाकिस्तान और दक्षिण एशिया के अनुभवी रहे हैं।

Shreya

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