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काबुल में बम धमाका: भयानक विस्फोट से दहल उठा देश, गुरुद्वारा रोड पर मौजूद लोगों की भीड़ को बनाया निशाना
Kabul Bum Dhamaka : काबुल के गुरुद्वारा रोड में भयंकर बम धमाका हुआ है। इस बम ब्लास्ट में कई लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर आ रही है।
Kabul Bum Dhamaka : iगुरूवार शाम की बड़ी खबर आ रही है। यहां काबुल के गुरुद्वारा रोड में भयंकर बम धमाका हुआ है। इस बम ब्लास्ट में कई लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर आ रही है। धमाके के दौरान इलाके में चहल-पहल थी। गुरुद्वारा रोड पर लोगों की भीड़ को हमलावरों में अपना निशाना बनाया है।
वर्तमान में तालिबान शासित अफगानिस्तान में गुरुवार को एक भीषण बम धमाका हुआ। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्तिथ गुरुद्वारा रोड करता परवां (Karte Parwan) पर हुए इस धमाके के चलते क्षति का आंकलन अभी तक नहीं किया जा सका है लेकिन घटनास्थल पर मौजूद स्थानीय जांच अधिकारी द्वारा प्राप्त शुरुआती जानकरी से पता चला है कि कई लोगों के बम धमाके से घायल होने की आशंका जताई जा रही। फिलहाल राहत की बात यह है कि धमाके के चलते किसी भी व्यक्ति के जान की हानि नहीं हुई है।
कल ही तालिबान ने अफगानिस्तान में अपने वर्तमान शासन के कुल 100 दिन पूरे किए हैं और इस आंकड़े के पूरे होने के ठीक एक बाद ही अफगानिस्तान एक भयानक बम धमाके की चपेट में आ गया है।
गुरुद्वारा रोड पर घटित हुई इस भयावह घटना के मद्देनज़र ऐसा माना जा रहा है देश में अशांति फैलाने वालों का असली निशाना सिख समुदाय के लोग हैं और यह बम धमाका भी सिख समुदाय के लोगों को हानि पहुंचाने के उद्देश्य से गुरुद्वारा रोड पर सुनियोजित किया गया था हालांकि इस बम धमाके में घटनास्थल के आसपास मौजूद लोगों के घायल होने की सूचना के अलावा किसी भी व्यक्ति की मृत्यु की कोई सूचना अभी तक प्राप्त नहीं हुई है।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष और अकाली दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनजिंदर सिंह सिरसा ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में घटित हुई इस घटना के अनुरूप ट्विटर पर एक 6 सेकंड का वीडियो शेयर किया है जिसमें घायल लोगों को एम्बुलेंस में अस्पताल ले जाते हुए दिखाया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त मनजिंदर सिंह सिरसा ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि-"काबुल में गुरुद्वारा रोड करता परवां में एक भीषण बम विस्फोट की सूचना मिली है। काबुल के मेरे जाने वाले और सहयोगियों ने मुझे बताया है कि सभी सुरक्षित हैं लेकिन अफगानिस्तान की स्थिति दिन-ब-दिन बेहद खराब होती जा रही है। अफगानिस्तान में अब भी 235 हिंदू और सिख मौजूद हैं।"