पाक नहीं आ रहा अपनी हरकतों से बाज, POK में भेज रहा कोरोना पॉजिटिव मरीज

पाकिस्तान इस वक्त बुरी तरह कोरोना वायरस की मार झेल रहा है। इसके बावजूद अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। स्थानीय लोगों के विरोध के बीच पाक सेना ने कोविड19 के मरीजों को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और गिलगिट-बल्टिस्तान के क्षेत्र में भेजना शुरू कर दिया है।

suman
Published on: 27 March 2020 5:24 AM GMT
पाक नहीं आ रहा अपनी हरकतों से बाज,  POK में भेज रहा कोरोना पॉजिटिव मरीज
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मीरपुर : पाकिस्तान इस वक्त बुरी तरह कोरोना वायरस की मार झेल रहा है। इसके बावजूद अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। स्थानीय लोगों के विरोध के बीच पाक सेना ने कोविड19 के मरीजों को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और गिलगिट-बल्टिस्तान के क्षेत्र में भेजना शुरू कर दिया है। ये दोनों ही सबसे पिछड़े इलाकों में से हैं। अब तक पाकिस्तान में 1190 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं जबकि 9 लोगों की मौत हो चुकी है। पाकिस्तान अपने कोरोना मरीजों को जबरदस्ती POK में भेज रहा है और यह सब पाकिस्तान तब कर रहा है जबकि वह आए दिन पूरी दुनिया में कश्मीर का रोना रोता रहता है।

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अधिकृत कश्मीर और गिलगिट-बाल्टिस्तान भेजा

दरअसल, पाकिस्तान के मीरपुर इलाके में स्थानीय लोगों का आरोप है कि पंजाब के कोरोना पॉजिटिव मरीजों को सेना से दूर करने के लिए पंजाब से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और गिलगिट-बाल्टिस्तान भेजा जा रहा है। इस बात की जानकारी दी है कि मीरपुर सहित पीओके में कई क्वारेंटाइन केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों में पंजाब प्रांत के कोविड-19 से संक्रमित मरीजों को रखा गया है और यह आदेश पाकिस्तानी सेना के अफसरों ने दिया है। बताया जा रहा है कि सेना के अफसरों ने ऐसा इसलिए किया है क्योंकि उन्होंने आदेश दिया है कि सेना मुख्यालय और सेना परिवार के आस-पास कोरोना का कोई भी मरीज नहीं होना चाहिए। इस आदेश के बाद कोरोना के मरीजों को वाहनों में भरकर मीरपुर शहर, पीओके के अन्य इलाकों एवं गिलगिट बाल्टिस्तान में पहुंचाया जा रहा है और यह प्रक्रिया पिछले कई दिनों चल हो रही है स्थानीय लोगों का कहना है कि उनके यहां पहले से ही स्वास्थ्य एवं अन्य जरूरी सुविधाओं का अभाव है और अगर ऐसा लगातार हुआ तो पूरा क्षेत्र महामारी की चपेट में आ जाएगा और उनका जीवन खतरे में पड़ जाएगा। उधर पाकिस्तान सेना के अफसर इस बात से बेफिक्र हैं क्योंकि पंजाब प्रांत की तुलना में पीओके और गिलगित बाल्टिस्तान का उनके लिए राजनीतिक महत्व कम है।

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कुल संख्या 1150 के पार

ये क्षेत्र उसके लिए पंजाब की तरह अहमियत नहीं रखते हैं ताजा आंकड़ों की बात करें तो पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामलों की कुल संख्या 1150 के पार हो गई है। इनमें से नौ लोगों की मौत भी हो गई है। पाकिस्तान जिस तरह पीओके में यह हरकत कर रहा है उससे उसकी गंभीरता का अंदाजा लगाया जा रहा है पिछले दिनों जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर सार्क देशों के नेता कोरोना से निपटने के लिए आयोजित वार्ता के लिए तैयार हुए तो वीडियो कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री जफर मिर्जा वीडियो कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया। इस दौरान पाकिस्तानी स्वास्थ्य मंत्री जफर मिर्जा ने कश्मीर मुद्दा उठाते हुए कहा कि कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए जम्मू-कश्मीर में सभी प्रतिबंध हटाए जाने चाहिए। कोरोना वायरस को लेकर पाकिस्तान कितना गंभीर है, इस बात से भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि पीएम मोदी की पहल पर हुई सार्क देशों की इस वीडियो कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान खुद शामिल नहीं हुए. जबकि सभी देशों के प्रमुख नेता इसमें शामिल हुए थे और पीएम मोदी की प्रशंसा भी की थी। इधर भारत की बात करें तो कोरोना वायरस की महामारी भारत में भी अपना पैर तेजी से पसार रही है। शुक्रवार सुबह तक देश में कोरोना से पीड़ित लोगों की संख्या 700 के करीब पहुंच गई। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिनों के पूरे देश में लॉकडाउन का भी ऐलान किया है, शुक्रवार को तीसरा दिन है।

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