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Russia Ukraine War: सावधान! यूक्रेन युद्ध, मोबाइल ऑन करते ही बरस सकते हैं बम
Russia Ukraine War: रूसियों ने यूक्रेनी कमांडर को उसकी मां की वायरलेस कॉल रिसीव करने से लोकेट कर लिया और फिर उसे मार डाला।
Lucknow: रूस-यूक्रेन की लड़ाई (russia ukraine war) में इलेक्ट्रॉनिक युद्ध (electronic warfare) का बेहद डरावना पहलू भी शामिल है। युद्ध के इस पहलू में मोबाइल फोन जैसे मामूली उपकरणों को सटीक बमबारी के लिए और दुश्मन की लोकेशन जानने के लिए जा रहा है। इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक और रेडियो सिग्नल (radio signal) को जाम करने की रणनीति कारगर साबित हो रही है। हैरानी की बात है कि कोई भी पक्ष इलेक्ट्रॉनिक युद्ध के बारे में कोई चर्चा नहीं कर रहा।
आलम ये है कि यूक्रेन के युद्धक्षेत्रों में सेलफोन (Cellphones in Ukraine's Battlefields) को चालू करने जैसा मामूली काम घातक बमबारी का कारण बन सकता है। मानव रहित ड्रोन, राडार और रिमोट कंट्रोल का तनिक भी इस्तेमाल गोलाबारी की बौछारों को आमंत्रित कर सकते हैं। यह सब इलेक्ट्रॉनिक युद्ध है, यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध का एक महत्वपूर्ण लेकिन काफी हद तक अदृश्य पहलू। सैन्य कमांडर बड़े पैमाने पर इस पर चर्चा करने से कतराते हैं।
इलेक्ट्रॉनिक युद्ध तकनीक (electronic warfare technology)
दरअसल, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध तकनीक दुश्मन का पता लगाने, अंधा करने और धोखा देने और सीधे घातक प्रहार करने के लिए संचार, नेविगेशन और मार्गदर्शन प्रणाली को टारगेट करती है। इसका उपयोग तोपखाने, लड़ाकू जेट, क्रूज मिसाइल, ड्रोन और बाकी बहुत कुछ के खिलाफ किया जाता है। सेनाएं भी इसका इस्तेमाल अपने बलों की रक्षा के लिए करती हैं।
इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें रूस को सिद्धहस्त लाभ माना जाता था। लेकिन उसके बहुप्रचारित इलेक्ट्रॉनिक युद्ध कौशल को युद्ध के शुरुआती चरणों में मुश्किल से देखा गया था। लेकिन इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर का इस्तेमाल पूर्वी यूक्रेन में भयंकर लड़ाई का एक कारक बन गया है, जहां रूस अपने इलेक्ट्रॉनिक युद्धक उपकरण आसानी से युद्ध के मोर्चे तक ले जा रहा है।
मोबाइल इलेक्ट्रॉनिक युद्ध इकाइयों को नष्ट किया गया
यूक्रेन के मानव रहित हवाई वाहन की एक टोही टीम, एरोरोजविदका के एक अधिकारी ने कहा, "वे अपने सिस्टम तक पहुंचने वाली हर चीज को जाम कर रहे हैं।" एक यूक्रेनी खुफिया अधिकारी ने रूसी खतरे को बहुत गंभीर करार दिया है। यूक्रेन ने रूस के इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रयासों का मुकाबला करने में कुछ सफलताएँ हासिल की हैं। इसने हार्डवेयर के महत्वपूर्ण हिस्सों पर कब्जा कर लिया है और कम से कम दो बहु-वाहन मोबाइल इलेक्ट्रॉनिक युद्ध इकाइयों को नष्ट कर दिया है।
यूक्रेन की अपनी इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमता (electronic warfare capability) का आकलन करना कठिन है। विश्लेषकों का कहना है कि 2014 के बाद से जब रूस ने क्रीमिया पर कब्जा कर लिया और पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादी विद्रोह को उकसाया, इसमें काफी सुधार हुआ है लेकिन फिर भी ये उतनी मजबूत नहीं है।
पिछले हफ्ते, रूस ने दावा किया कि उसने दक्षिणपूर्वी शहर निप्रोव्स्के में एक यूक्रेनी इलेक्ट्रॉनिक खुफिया केंद्र को नष्ट कर दिया है। यूक्रेन ने अमेरिका और अन्य नाटो सदस्यों से प्रौद्योगिकी और खुफिया जानकारी का भी प्रभावी उपयोग किया है। इस तरह की जानकारी ने यूक्रेन को युद्ध क्रूजर मॉस्को को डूबाने में मदद की। अरबपति एलोन मस्क का स्टारलिंक उपग्रह संचार नेटवर्क जैसे सहयोगी उपग्रह और निगरानी विमान भी यूक्रेन की मदद आसमान से करते हैं।
रिपोर्टों के अनुसार, रूस ने यूक्रेनी बलों द्वारा दुश्मन के ठिकानों पर तोपखाने का पता लगाने और आग लगाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ड्रोन के जीपीएस रिसीवर को जाम कर दिया है। एक यूक्रेनी अधिकारी की कहानी भी चर्चा में है जिसमें कहा गया था कि रूसियों ने यूक्रेनी कमांडर को उसकी मां की वायरलेस कॉल रिसीव करने से लोकेट कर लिया और फिर उसे मार डाला।
रूस की इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमताओं के बारे में अमेरिका ने दी चेतावनी
एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि रूसी सेना ने आक्रमण से पहले जमा की गई कई प्रणालियों और क्षमताओं का अभी तक पूरा उपयोग नहीं किया है। अमेरिकी सहयोगियों ने पहले रूस की इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमताओं के बारे में चेतावनी दी थी। एस्टोनियाई थिंक टैंक की एक रिपोर्ट ने निष्कर्ष निकाला है कि रूस की तकनीक बाल्टिक देशों की नाटो की रक्षा की उचित योजना और निष्पादन के लिए एक गंभीर चुनौती पेश करेगी।
रूस के पास इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर के लिए एक अलग ब्रिगेड है जिसमें विशेष रूप से प्रशिक्षित सैनिक और अत्याधुनिक उपकरण है। इस ब्रिगेड का विकास लगातार किया गया है। बताया जाता है कि रूस की इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमता में उसकी खास मिसाइलों का योगदान है।