जर्मनी की चांसलर मर्केल ने टीवी बहस में शरणार्थी नीति का किया बचाव

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By aman
Published on: 4 Sep 2017 3:00 AM GMT
जर्मनी की चांसलर मर्केल ने टीवी बहस में शरणार्थी नीति का किया बचाव
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जर्मनी की चांसलर मर्केल ने टीवी बहस में शरणार्थी नीति का किया बचाव

बर्लिन: जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने शरणर्थियों संबंधी अपनी नीति का बचाव करते हुए कहा है, कि 'हालांकि कट्टरपंथी इस्लामी यूरोप में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं, लेकिन बावजूद इसके वह मानती हैं कि 'इस्लाम जर्मनी का हिस्सा है।'

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, मर्केल ने आगामी संघीय चुनाव में सोशल डेमोकेट्रिक पार्टी (एसपीडी) अपने प्रमुख प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार मार्टिन शूल्ज के साथ रविवार को एक टीवी बहस में ये बातें कही।

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शरणार्थियों पर किसी को ऐतराज नहीं

मर्केल और शूल्ज दोनों को ही जर्मनी में मुस्लिम शरणार्थियों के आने पर कोई ऐतराज नहीं है, लेकिन मर्केल ने कहा कि 2015 के शरणार्थी संकट के कारण जर्मनी पर नए शरणार्थियों को समाज में जगह देने का कठिन दायित्व आ गया है।

...उन्हें देश छोड़कर चले जाना चाहिए

मर्केल ने शरणार्थियों को लेकर अपनी नीति का बचाव किया और सीरिया में हिंसा जैसे संकटों का मुकाबला करने का आह्वान किया। उन्होंने साथ ही कहा, 'जिन लोगों को हमारे देश में रहने का अधिकार नहीं है, उन्हें देश छोड़कर चले जाना चाहिए। ऐसे कई लोगों को पहले ही प्रत्यर्पित किया जा चुका है।'

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शूल्ज ने की मर्केल की आलोचना

एंजेला मर्केल ने शरणार्थी और प्रवासन संकट सुलझाने में तुर्की, लीबिया और अन्य देशों से सहयोग की अपील की। उन्होंने साथ ही जर्मनी में शरण के लिए आए लोगों की सही प्रकार से जांच की बात भी की। जबकि शूल्ज ने मर्केल की आलोचना करते हुए कहा, कि 'मर्केल ने 2015 में शरणार्थी संकट की शुरुआत के समय इस मुद्दे पर यूरोपीय सहयोगियों के अनुरूप समर्थन नहीं किया।'

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मर्केल ने किया अपने फैसले का बचाव

हालांकि, मर्केल ने 10 लाख से भी अधिक शरणार्थियों के जर्मनी में प्रवेश देने की अनुमति संबंधी अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा, कि वह इसके विपरीत फैसला नहीं ले सकती थीं।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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