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मोदी-जिनपिंग के बीच हुई द्विपक्षीय वार्ता, जानें 50 मिनट की बातचीत के क्या हैं मायने
Modi-Jinping Meeting: रूस के कजान में हुए BRICS सम्मलेन में भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय वार्ता हो गई। जानिये उसके क्या है मायने।
Modi-Jinping Meeting: रूस के कजान में हुए ब्रिक्स शिखर सम्मलेन में बुधवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। दोनों देशों के बीच ऐसी मुलाकात का इन्तजार हर कोई 2020 से कर रहा है। पीएम मोदी और राष्ट्रपति जिनपिंग के बीच हुए इस मुलाक़ात में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भी काफी सहयोग रहा। आपको बता दें कि 2020 में गलवान झड़प के बाद दोनों नेताओं के बीच ये पहली बाइलेटरल मीटिंग थी। अब इस मीटिंग का दोनों देशों पर क्या असर पड़ता है ये समय के साथ ही पता चल पायेगा। रही बात चीन पर दोबारा भरोसा करने की तो यह देखना होगा कि चीन अपनी बातों पर कब तक टिका रह सकता है।
द्विपक्षीय वार्ता के दौरान क्या हुई बातचीत
कल यानी बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्विपक्षीय वार्ता के लिए आमने-सामने बैठे थे। अगर उस समय भारत की बात करें तो शाम के 5 बजे थे। द्विपक्षीय बातचीत शुरू करने से पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा, प्रधानमंत्री जी, कजान में आपसे मुलाकात करके बहुत खुशी हुई। 5 साल में ये पहला मौका है जब हम आमने-सामने बैठकर बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने बातचीत के दौरान आगे कहा कि दुनिया भर के लोगों को इस मुलाकात का इन्तजार था। उन्होंने आगे कहा कि चीन और भारत दोनों ही पुरानी संस्कृतियां हैं। और दोनों ही विकासशील देश हैं। इसीलिए दोनों को आपसी बातचीत और सहयोग करना हमारे मतभेदों और असहमतियों को ठीक से संभालना और एक-दूसरे की विकास आकांक्षाओं को पूरा करना महत्वपूर्ण है।
पीएम मोदी ने क्या कहा
अपनी बातचीत में सबसे पहले पीएम मोदी ने उनसे मुलाक़ात को लेकर ख़ुशी जाहिर की। उसके बाद उन्होंने कहा हमारी मीटिंग न सिर्फ हमारे लिए महत्वपूर्ण है बल्कि इससे वैश्विक शांति, स्थिरता और प्रगति के लिए भी महत्वपूर्ण है। उसके बाद पीएम मोदी ने चार सालो से सीमा पर चल रहे विवाद पर हुए समझौते का स्वागत किया। पीएम मोदी ने कहा सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखना हमारी प्राथमिकता रहनी चाहिए। आपसी विश्वास, आपसी सम्मान और आपसी संवेदनशीलता हमारे संबंधों का आधार बना रहना चाहिए। इन सभी विषयों पर बात करने का अवसर मिला है। मुझे विश्वास है हम खुले मन से बातचीत करेंगे।
समय से ज्यादा देर तक हुई बातचीत
आपको बता दें कि दोनों देशों के बीच मुलाकात का जो समय था उसे 30 मिनट तय किया गया था लेकिन पीएम मोदी और राष्ट्रपति जिनपिंग के बीच मीटिंग लगभग 50 मिनट तक चली। दोनों के बीच काफी मुद्दों पर मंथन चली। और बाद में मीटिंग रूम से प्रधानमंत्री मोदी और शी जिनपिंग मुस्कुराते हुए बाहर निकले और गर्मजोशी से एक-दूसरे से हाथ मिलाया। इस मुलाक़ात के जो पांच सबसे बड़े किरदार थे वो है रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर, चीन के विदेश मंत्री वांग यी, भारत के NSA अजीत डोभाल और दिल्ली में चीन के नए राजदूत।