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ड्राइविंग का हक क्या मिला, आए एक लाख से ज्यादा आवेदन
रियाद: सऊदी अरब में रविवार को महिलाओं के ड्राइविंग करने से प्रतिबंध हटने के बाद लगातार इसके लिए लाइसेंस मांगने वालों की तादाद तेजी से बढ़ी और सोमवार की सुबह तक 1 लाख 20 हजार आवेदन आ चुके हैं।
सऊदी अरब गृह मंत्रालय और ट्रैफिक डिपार्टमेंट की ओर से सोमवार को यह जानकारी दी गई। लंबे समय बाद रविवार को यहां महिलाओं को ड्राइविंग का हक मिला। इस ऐतिहासिक मौके पर सऊदी अरब की महिला ड्राइवर असील अल हमद ने फ्रेंच ग्रां प्री से पहले ले कास्टेलेट सर्किट पर फॉर्मूला वन कार चलाई।
अब 40 महिला रोड इंस्पेक्टर की तैनाती की जाएगी
सऊदी अरब गृह मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल मंसूर अल-तुर्की ने कहा कि आने वाले हफ्तों में 40 महिला रोड इंस्पेक्टर की तैनाती की जाएगी। पांच शहरों में महिलाओं के लिए ड्राइविंग स्कूल बनाए गए हैं। वहीं, ट्रैफिक डिपार्टेमेंट का कहना है कि रविार को प्रतिबंध हटने के बाद महिलाओं की ओर से ट्रैफिक नियमों को तोड़ने का एक भी मामला सामने नहीं आया है। महिलाओं के लिए वाहनों की अलग से पार्किंग तय नहीं की गई है।
सऊदी अरब में महिलाओं को सड़कों पर वाहन चलाने की इजाजत मिलने को यादगार बनाने के लिए एफ वन टीम रैनो ने असील को फॉर्मूला वन कार चलने का मौका दिया। असील रैनो टीम की 'पैशन परेड' का हिस्सा हैं। सऊदी अरब की मोटर स्पोर्ट्स की पहली महिला सदस्य असील यहां वही कार चलाती दिखीं जिससे 2012 में अबू धाबी में किमी राइकोनेन ने जीत दर्ज की थी।
28 साल के संघर्ष के बाद सऊदी अरब की महिलाओं को रविवार से ड्राइविंग का हक मिला। महिलाएं रात 12 बजे ही कार लेकर निकलीं और जश्न मनाया। 2020 तक 30 लाख महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस मिलेगा।
पाबंदी हटने से 2030 तक सऊदी इकोनॉमी को 6 लाख करोड़ रुपए का फायदा होगा। सालाना 70 हजार महिलाएं वर्कफोर्स में शामिल होंगी। करीब दो लाख विदेशी ड्राइवरों की छुट्टी होगी।
पिछले साल सितंबर में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने महिलाओं को ड्राइविंग का हक देने की बात कही थी। सऊदी अरब दुनिया का इकलौता देश था, जहां महिलाओं की ड्राइविंग पर रोक थी। इसी जून से ही महिलाओं को लाइसेंस देने की भी प्रक्रिया शुरू की गई थी। प्रिंस सलमान के विजन 2030 के मद्देनजर देश में महिलाओं को कई क्षेत्रों में अधिकार दिए जा रहे हैं। ड्राइविंग का अधिकार भी उसी का हिस्सा है।