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Morocco Earthquake: भूकंप से मोरक्को में भयानक तबाही, 2 हजार से अधिक जिंदगियां खत्म
Morocco Earthquake: शुक्रवार रात आए भूकंप ने लोगों में इस कदर डर और खौफ पैदा किया है कि वे भयानक सदमे में हैं। दूसरे भूकंप की आशंका चलते लोग सो नहीं पा रहे।
Morocco Earthquake (Social Media)
Morocco Earthquake: अफ्रीकी मुस्लिम देश मोरक्को में भूकंप ने भयानक तबाही मचाई है। चारों तरफ मलबों का खौफनाक मंजर है। शुक्रवार देर रात आए इस जलजले में मरने वालों की संख्या 2 हजार को पार कर चुके हैं। इसके अलावा 1400 से अधिक लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। मोरक्को की आपदा ने इस साल फरवरी में तुर्किये में आए विनाशकारी भूंकप की याद दिला दी, जहां रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए दुनिया के कई देशों को आगे आने पड़ा था, जिनमें भारत भी शामिल है।
मोरक्को के किंग मोहम्मद षष्ठम ने तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। उन्होंने भूकंप प्रभावितों को खाना, आवास और दूसरी मदद देने का आदेश दिया है। भूकंप की वजह से देश की कई बड़ी इमारतें ढह चुकी हैं। जिसके मलबे में अब भी कई लोगों के दबे होने की आशंका है। रातों-रात एक झटके में लोग सड़क पर आ गए। शहर की गलियों में इन दिनों मातम पसरा हुआ है। हर कोई किसी अपने के बिछड़ने के गम में डूबा है।
लोगों में जबरदस्त खौफ
शुक्रवार रात आए भूकंप ने लोगों में इस कदर डर और खौफ पैदा किया है कि वे भयानक सदमे में हैं। दूसरे भूकंप की आशंका चलते लोग सो नहीं पा रहे। उन्होंने अपने घरों को छोड़ दिया है और खुले आसमान के नीचे रह रहे हैं। मोरक्को में बड़ी संख्या में टूरिस्ट भी आते हैं, जो भूकंप के कारण फंस गए हैं। संबंधित देश उन्हें निकालने की कोशिश कर रहा है।
विश्व धरोहर स्थल को भी पहुंचा नुकसान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भूकंप से यूनेस्को की हेरिटेज साइट को भी नुकसान पहुंचा है। माराकेश के पुराने शहर में स्थित यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल में शामिल जेमा अल-फना स्कवायर में एक मस्जिद की मिनार गिर गई। इसके अलावा दीवार के कुछ हिस्से भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। शुक्रवार रात को आए भूकंप को 1960 के बाद आया सबसे खतरनाक भूकंप कहा जा रहा है। इससे पहले 1960 में अगादिर के पास 5.8 तीव्रता का भूकंप आया था। तब हजारों लोगों की मौत हो गई थी।
कितनी थी भूकंप की तीव्रता
मोरक्को जियोलॉजिकल सेंटर के अनुसार, भूकंप की तीव्रता 7.2 थी। इसका एपिसेंटर एटलस पर्वत के पास इघिल नाम का गांव था, जो माराकेश शहर से 70 किमी की दूरी पर स्थित है। भूकंप की गहराई जमीन से 18.5 किमी नीचे थी। भूकंप के झटके उत्तरी अफ्रीकी देश अल्जीरिया और यूरोपीय देश पुर्तगाल तक महसूस किए गए थे।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरक्को में आए इस विनाशकारी में जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना प्रकट की है। उन्होंने कहा कि इस कठि घड़ी में भारत मोरक्को को हर संभव सहायता देने को तैयार है।