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मैडम तुसाद म्यूजियम में अब काजोल की भी मोम प्रतिमा

seema
Published on: 1 Jun 2018 10:24 AM GMT
मैडम तुसाद म्यूजियम में अब काजोल की भी मोम प्रतिमा
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सिंगापुर : फिल्म अभिनेत्री काजोल ने सिंगापुर के मैडम तुसाद म्यूजियम में अपनी प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान उनकी बेटी नियासा भी साथ ही मौजूद रहीं। नियासा सिंगापुर में ही पढ़ाई कर रही हैं। जब काजोल ने अपनी प्रतिमा का अनावरण किया तो वह उसे देख हैरान रह गईं। उन्होंने कहा कि कोई कैसे किसी को एक बार देख कर हू-ब-हू उसका स्टैच्यू वैसे ही बना सकता है।

यहाँ यह ध्यान देने योग्य बात है कि 350 बार नाप-नपाई करने के बाद यह स्टैच्यू तैयार होता है। भारतीय मुद्रा के अनुसार इस पर लगभग डेढ़ करोड़ की लागत आई है। सिंगापुर की खूबसूरती पर फिदा काजोल कहती हैं कि इस खूबसूरत शहर को मैं बहुत चाहती हूं इसलिए भी क्योंकि मेरी बेटी भी यहीं पढ़ती है। कभी माधुरी जैसी हीरोइन को पछाड़ कर आगे निकलने वाली काजोल का लोकप्रियता ग्राफ गिरने पर काजोल कहती हैं कि अच्छी स्टोरी का इंतजार कर रही हूं। अपने स्टैच्यू को इंडिया में ले जाने की बात पर काजोल हंस कर कहती हैं कि इंडिया में तो मैं खुद हूं।

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मैडम तुसाद म्यूजियम के फ्लोरेंस ने बताया कि वह म्यूजियम में 8 भारतीय शख्सियतों के स्टैच्यू बना चुके हैं। इनमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन जैसी शख्सियत शामिल हैं। उनके अनुसार भविष्य में वह एक और भारतीय राजनीतिक हस्ती का स्टैच्यू बनाएंगे लेकिन इसके नाम बारे उन्होंने कुछ नहीं बताया।

बस इतना हीं कहा कि ये गोपनीय है। कैसे चयन करते हैं कि किसका स्टैच्यू बनाना है, इसके बारे में फ्लोरेंस ने बताया कि इसके लिए म्यूजिम के बाहर बॉक्स लगा है, जिसमें लोग सुझाव डालते हैं और उसी आधार पर स्टैच्यू बनाया जाता है। म्यूजियम में अब तक पूरे विश्व की लगभग 65 स्टैच्यू बनाए जा चुके हैं।

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सीमा शर्मा लगभग ०६ वर्षों से डिजाइनिंग वर्क कर रही हैं। प्रिटिंग प्रेस में २ वर्ष का अनुभव। 'निष्पक्ष प्रतिदिनÓ हिन्दी दैनिक में दो साल पेज मेकिंग का कार्य किया। श्रीटाइम्स में साप्ताहिक मैगजीन में डिजाइन के पद पर दो साल तक कार्य किया। इसके अलावा जॉब वर्क का अनुभव है।

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