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Bangladesh Violence: 'इस्लाम' ने करवाया शेख हसीना का तख्तापलट, 45 मिनट में वर्षों का साम्राज्य तबाह

Bangladesh Violence: नाहिद इस्लाम ढाका यूनिवर्सिटी का एक छात्र हैं। उसी के नेतृत्व में ही बांग्लादेश में युवाओं ने शेख हसीना सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।

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Newstrack Network
Published on: 6 Aug 2024 9:04 AM IST
Bangladesh Violence
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Bangladesh Violence (Pic: Social Media)

Bangladesh Violence: बांग्लादेश में हजारों प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को ढाका में शेख हसीना के सरकारी आवास में घुसकर लूटपाट शुरू कर दी। इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने उनके पिता मुजीबुर रहमान की प्रतिमा को भी तोड़ दिया। वहीं, शेख हसीना ने उनकी सरकार के खिलाफ हो रहे हिंसक प्रदर्शन के बीच इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर भारत आग गईं। बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी आंदोलन से शुरू हुआ छात्रों का हिंसक प्रदर्शन, जिसके सामने हसीना सरकार का तख्ता पलट हो गया। उसमें एक प्रमुख नाम नाहिद इस्लाम का उभरकर सामने आया।

नाहिद इस्लाम ने पलट दी सत्ता

मीडिया रिपोर्ट के बांग्लादेश को आरक्षण की आग में झोंकने वाला नाहिद इस्लाम है, जिसने पूरे आंदोलन का नेतृत्व किया और शेख हसीना की सत्ता को जड़ से उखाड़ दिया। हालांकि, इस छात्र आंदोलन के 156 संयोजक और बताए जा रहे हैं। नाहिद इस्लाम ने 4 अगस्त से पूर्ण अहसयोग आंदोलन का ऐलान किया था, जिसमें शेख हसीना और उनके मंत्रिमंडल के इस्तीफे की मांग की गई थी। इसके साथ ही नाहिद इस्लाम ने ही आरक्षण विरोधी छात्र आंदोलन के नेतृत्वकारियों से बातचीत के लिए पीएम शेख हसीना के न्यौते को ठुकरा दिया था। इस दौरान नाहिद ने कहा था कि देश में इमरजेंसी या कर्फ्यू, कोई बांग्लादेशी स्वीकार नहीं करेगा और ना ही हम कोई बातचीत करने को तैयार हैं।


कौन हैं नाहिद इस्लाम ? (Who is Nahid Islam)

32 वर्षीय नाहिद इस्लाम ढाका यूनिवर्सिटी का एक छात्र हैं। उसी के नेतृत्व में ही बांग्लादेश में युवाओं ने शेख हसीना सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस आंदोलन में 10 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए। 19 जुलाई की आधी रात को साबुजबाग से नाहिद इस्लाम सहित 25 लोगों को हिरासत में लिया गया था। इस दौरान उसकी आंखों पर पट्टी बांधी और एक कमरे में ले जाया गया। आरोप है कि इस दौरान नाहिद से छात्र आंदोलन के बारे में पूछताछ की गई और उसे प्रताड़ित भी किया गया था। इसके बाद 21 जुलाई को नाहिद इस्लाम पुरबाचैल्फ़ में एक पुल के नीचे बेहोश और बुरी तरह से घायल मिले थे। 26 जुलाई को उनको धानमंडी के गोनोशस्थया हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां से पुलिस ने उनको फिर हिरासत में ले लिया। इस दौरान पुलिस ने नाहिद से आंदोलन खत्म करने के लिए दबाव बनाया।


2018 से सक्रिय है नाहिद इस्लाम

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश में शिक्षा प्रणाली में सुधार की मांग को लेकर साल 2018 में नाहिद इस्लाम ने एक ऑनलाइन अभियान चलाया था। इस अभियान को एक लाख से अधिक लोगों ने समर्थन दिया था। इसके बाद साल 2020 में उन्होंने सरकार की आर्थिक नीतियों के खिलाफ एक वीडियो जारी किया, जो पूरे देश में वायरल हुआ था। माना जा रहा है, सरकार नाहिद इस्लाम से खफा चल रही थी।

नाहिद इस्लाम का जन्म एक सामान्य परिवार में हुआ था। ढाका यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान ही राजनीति में सक्रिय हो गए, इसके बाद वह सोशल मीडिया के जरिए सरकार की नीतियों और काम की आलोचना करने लगे। देखते ही देखते वह छात्रों के आइकन बन गए। छात्र उनकी बातों को सुनने लगे। नाहिद इस्लाम के बयान सुर्खियां बनने लगे।



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Jugul Kishor

Jugul Kishor

Content Writer

मीडिया में पांच साल से ज्यादा काम करने का अनुभव। डाइनामाइट न्यूज पोर्टल से शुरुवात, पंजाब केसरी ग्रुप (नवोदय टाइम्स) अखबार में उप संपादक की ज़िम्मेदारी निभाने के बाद, लखनऊ में Newstrack.Com में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। भारतीय विद्या भवन दिल्ली से मास कम्युनिकेशन (हिंदी) डिप्लोमा और एमजेएमसी किया है। B.A, Mass communication (Hindi), MJMC.

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