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बातचीत से निकालेंगे कैलाश मानसरोवर रोड मामले का हल- नेपाल
नेपाल विदेश मंत्री ग्यावली ने कहा, '' यह सड़क निर्माण दोनों देशों के बीच समझ के खिलाफ है और बातचीत के माध्यम से सीमा से संबंधित मुद्दों का हल खोजा जाएगा।
भारत की ओर से नेपाल के क्षेत्र से होकर लिपुलेख दर्रे तक जाने वाली लिंक रोड पर दोनों देशों के बीच माहौल बिगड़ सकता रखता है। ऐसे में इस लिंक रोड के मुद्दे पर बात करते हुए नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने नेपाली संसद में कहा है कि भारत की ओर से नेपाल के क्षेत्र से होकर लिपुलेख दर्रे तक लिंक रोड का निर्माण दुर्भाग्यपूर्ण है और इस मसले ने गंभीरतापूर्वक सरकार का ध्यान आकर्षित किया है।
बातचीत से निकालेंगे हल- नेपाल
रविवार को हुई नेपाल की संसदीय बैठक के में इस लिंक रोड के विषय में बोलते हुए नेपाल विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने कहा, '' यह सड़क निर्माण दोनों देशों के बीच समझ के खिलाफ है और बातचीत के माध्यम से सीमा से संबंधित मुद्दों का हल खोजा जाएगा। विदेश मंत्री ने विदेश मंत्रालय की ओर से जारी किए गए बयान को पढ़ते हुए कहा कि लिपुलेख और कालापानी क्षेत्र नेपाल के क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं
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विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने कहा कि भारत के साथ बातचीत करके इस मुद्दे का हल निकाला जाएगा। विदेश मंत्री ग्यावली ने कहा कि नेपाल सरकार संप्रभु समानता के सिद्धांत और राष्ट्र हित को केंद्र में रखकर भारत के साथ सीमा विवादों को हल करना चाहती है।
वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिये राजनाथ सिंह ने किया था उद्घाटन
दूसरी ओर भारत की ओर से आपत्तियों को खारिज करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, “हाल ही में उत्तराखंड राज्य के पिथौरागढ़ जिले में किया गया सड़क निर्माण का उद्घाटन पूरी तरह से भारतीय क्षेत्र में स्थित है। यह सड़क कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले पहले से मौजूद मार्ग पर ही बनाई गई है।” गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पिथौरागढ़-धारचूला से लिपुलेख को जोड़ने वाले 80 किलोमीटर सड़क मार्ग का उद्घाटन किया था।
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यह लिंक रोड घियाबागढ़ से निकलती है और लिपुलेख पास, कैलाश-मानसरोवर के प्रवेश द्वार पर समाप्त होती है। इस सड़क मार्ग के जरिये कैलाश-मानसरोवर जाने वाले तीर्थयात्री अब तीन सप्ताह के बजाय एक सप्ताह में अपनी यात्रा पूरी कर सकेंगे। नेपाल ने इस सड़क के उदघाटन पर खेद जताते हुए इस फैसले को एकतरफ़ा बताया था। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली और नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के नेता पुष्ट कमल दहल प्रचंड ने कोरोना वायरस महामारी के दौरान लिपुलेख सड़क निर्माण को “निंदनीय” बताया है।