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फिलीस्तीन पर बयान देने के बाद निशाने पर निक्की हेली, जानिए क्या है मामला
नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली फिलीस्तीन के खिलाफ बयान देकर निशाने पर आ गई हैं। बता दें कि निक्ली हेली दिसंबर के अंत में अपना पद छोड़ देंगी।
फिलीस्तीन के स्थायी पर्यवेक्षक ने की तीखी आलोचना
संयुक्त राष्ट्र में फिलीस्तीन के स्थायी पर्यवेक्षक रियाद मंसूर ने फिलिस्तीनी लोगों के प्रति बैर का भाव दिखाने के लिए निक्की हेली की तीखी आलोचना की।
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दरअसल सुरक्षा परिषद की बैठक में मंगलवार को इजरायल-फिलिस्तीनी मुद्दे पर हेली ने अपने आखिरी बयान में दोनों पक्षों से सुरक्षा परिषद की बैठक में और ज्यादा बातचीत करने की अपील की। अपने भाषण में हेली ने इजरायल और फिलीस्तिनियों से एक नई मध्य पूर्व शांति योजना में शामिल होने की बता कही, जिसका अनावरण अभी डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा किया जाना बाकी है।
'शांति समझौते से दोनों पक्षों को फायदा होगा'
अमेरिकी राजदूत का कहना इस योजना में ऐसे तत्व शामिल हैं जिसे दोनों पक्ष पसंद और नापसंद करेंगे और कहा कि उन्होंने योजना पढ़ ली है। उन्होंने इजरायलियों और फिलीस्तिनियों से योजना के उन हिस्सों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा, जो उन्हें पसंद आएं और बातचीत आगे बढ़ाने को कहा।
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हेली ने कहा, "शांति समझौते से दोनों पक्षों को काफी फायदा होगा, लेकिन फिलीस्तिनियों को ज्यादा फायदा होगा और इजरायलियों के लिए अधिक जोखिम होगा।"
'फिलीस्तीनी मामलों के प्रति अत्यधिक दुश्मनी का भाव दिखाया'
हेली के इस बयान के बाद, मंसूर ने पत्रकारों से कहा कि दुर्भाग्यवश, राजदूत हेली ने फिलीस्तीनी लोगों और फिलीस्तीनी मामलों के प्रति अत्यधिक दुश्मनी का भाव दिखाया है। मंसूर ने कहा कि अमेरिका के विभिन्न प्रतिनिधियों ने हमेशा इजरायल के प्रति भारी समर्थन दिखाया है। लेकिन, फिर भी फिलिस्तीनी पक्ष को पूरी तरह से नजरअंदाज नहीं करने के मामले में उनमें थोड़ा संतुलन था।
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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मंसूर ने कहा कि हेली पिछले अमेरिकी राजदूतों की तुलना में अधिक आक्रामक और इजरायल की ज्यादा समर्थक रही हैं।