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Nobel Prize 2024: विक्टर एंब्रोस और गेरी रुवकोन को मिला मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार, की थी ये खोज

Nobel Prize 2024: साल 2024 का मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार अमेरिकी वैज्ञानिक विक्टर एंब्रोस और गेरी रुवकोन को दिया जा रहा है।

Shishumanjali kharwar
Published on: 7 Oct 2024 4:25 PM IST (Updated on: 7 Oct 2024 4:37 PM IST)
nobel prize in medicine
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विक्टर एंब्रोस और गेरी रुवकोन को मिला मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार (न्यूजट्रैक)

Nobel Prize 2024: नोबेल पुरस्कार 2024 के लिए विजेताओं की घोषणा की सोमवार को शुरूआत हो चुकी है। सोमवार को मेडिसिन और फिजियोलॉजी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले के लिए नोबेल पुरस्कार का ऐलान किया गया। साल 2024 का मेडिसिन (Nobel Prize In Medicine) का नोबेल पुरस्कार अमेरिकी वैज्ञानिक विक्टर एंब्रोस और गेरी रुवकोन को दिया जा रहा है। विक्टर एंब्रोस (Victor Ambros) और गेरी रुवकोन (Gary Ruvkun) को यह पुरस्कार माइक्रो आरएनए (mRNA) की खोज के लिए दिया जा रहा है। नोबेल असेंबली के मुताबिक उनकी खोज यह समझने में बेहद महत्वपूर्ण है कि मानव समेत जीव किस तरह विकसित होते हैं और कार्य करते हैं।

कोरोना की वैक्सीन बनाने में भी थी सहायक

कमेटी ने नोबेल पुरस्कार का ऐलान करते हुए कहा था कि इनकी दी गई एआरएनए टेक्नोलॉजी से बनी कोविड वैक्सीन की मदद से दुनिया इस जानलेवा महामारी से उबर पायी। कोरोना महामारी के दौरान पहली बार ऐसा हुआ जब एमआरएनए तकनीक पर बेस्ड वैक्सीन तैयार की जा सकी। एमआरएनए तकनीक के उपयोग से ही फाइजर, बायो एन टेक और मॉडर्ना जैसी दवा कंपनियों ने कोरोना वैक्सीन तैयार की थी।

इससे पूर्व साल 2023 में चिकित्सा क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार कैटालिन कारिको और ड्रू वीसमैन को दिया गया था। कैटालिन कारिको और ड्रू वीसमैन को न्यूक्लियोसाइड बेस संशोधनों से संबंधित खोजों के लिए नोबेल सम्मान दिया गया था। उनके शोध के चलते ही कोरोना वायरस के खिलाफ प्रभावी एमआरएनए (mRNA) वैक्सीन बनाने में काफी मदद मिली थी। वहीं साल 2022 में मेडिसिन के क्षेत्र में स्वीडन के स्वांते पैबो को नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया था।

स्वांते पैबो को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार विलुप्त होमिनिन और मानव विकास की आनुवांशिकी (जीनोम) से जुड़ी खोजों के लिए दिया गया था। वहीं साल 2021 का चिकित्सा क्षेत्र का नोबेल प्राइज डेविड जूलियस और आर्डेन पैटामूटियम को दिया गया था। सम्मानित किया गया था। अमेरिकी वैज्ञानिक डेविड जूलियस और आर्डेन पैटामूटियम को शरीर के तापमान, दबाव और दर्द देने वाले रिसेप्टरों की खोज के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया था।

Shishumanjali kharwar

Shishumanjali kharwar

कंटेंट राइटर

मीडिया क्षेत्र में 12 साल से ज्यादा कार्य करने का अनुभव। इस दौरान विभिन्न अखबारों में उप संपादक और एक न्यूज पोर्टल में कंटेंट राइटर के पद पर कार्य किया। वर्तमान में प्रतिष्ठित न्यूज पोर्टल ‘न्यूजट्रैक’ में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं।

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