Nobel Prize : दक्षिण कोरियाई लेखिका हान कांग को मिला साहित्य का नोबेल पुरस्कार

Nobel Prize : दक्षिण कोरियाई लेखिका, उपन्यासकार हान कांग ने 2024 का साहित्य का नोबेल पुरस्कार जीता है।

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Newstrack Network
Published on: 10 Oct 2024 11:46 AM GMT (Updated on: 10 Oct 2024 12:21 PM GMT)
Nobel Prize : दक्षिण कोरियाई लेखिका हान कांग को मिला साहित्य का नोबेल पुरस्कार
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Nobel Prize : दक्षिण कोरियाई लेखिका, उपन्यासकार हान कांग को 2024 का साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिया गया है। वह 53 वर्ष की है। उन्हें यह पुरस्कार गहन काव्यात्मक गद्य के लिए दिया गया है। यह गद्य ऐतिहासिक आघातों का सामना और मानव जीवन की नाजुकता को उजागर करता है। उनकी कृतियों में द वेजिटेरियन, द व्हाइट बुक, ह्यूमन एक्ट्स और ग्रीक लेसन शामिल हैं। बता दें कि नोबेल पुरस्कार स्वीडिश अकादमी द्वारा दिया जाता है और इसकी कीमत 11 मिलियन स्वीडिश क्राउन ($1.1 मिलियन) है।

स्वीडिश अकादमी के स्थायी सचिव मैट्स माल्म ने कहा कि उन्होंने हान कांग से फोन बात करके उन्हें पुरस्कार की जानकारी दी। उन्हें दिसंबर में यह पुरस्कार दिया जाएगा। नोबेल समिति के अध्यक्ष एंडर्स ओल्सन ने कहा कि कांग की कमजोर और महिला जीवन के प्रति सहानुभूति स्पष्ट है। उन्हें शरीर और आत्मा, जीवित और मृत के बीच संबंधों के बारे में एक अनूठी जानकारी है।

अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार भी मिल चुका

बता दें कि कांग का जन्म 1970 में दक्षिण कोरिया के दक्षिण-पश्चिम में स्थित ग्वांगजू शहर में हुआ था। जब वह 10 साल की थी, तब उनका परिवार सियोल के सुयू-डोंग इलाके में रहने चला गया। उन्होंने योनसेई विश्वविद्यालय में कोरियाई साहित्य का अध्ययन किया है। कांग के उपन्यास, लघु उपन्यास, निबंध और लघु कहानी संग्रह ने पितृसत्ता, हिंसा, दुःख और मानवता के विषयों को अलग-अलग तरीके से चित्रित किया है। उनके 2007 के उपन्यास द वेजिटेरियन, जिसका 2015 में डेबोरा स्मिथ ने अंग्रेजी में अनुवाद किया था, को 2016 में अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार मिला था।

रवींद्रनाथ टैगोर एक मात्र भारतीय, जिन्हें मिला साहित्य का नोबेल

बता दें कि इससे पहले वैज्ञानिक डेविड बेकर, डेमिस हस्साबिस और जॉन जंपर को प्रोटीन पर काम करने के लिए रसायन का नोबेल पुरस्कार दिया गया है। अब तक 121 लोगों को साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिया जा चुका है। रवींद्रनाथ टैगोर एक मात्र भारतीय हैं, जिन्हें 1913 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार मिला है।

Rajnish Verma

Rajnish Verma

Content Writer

वर्तमान में न्यूज ट्रैक के साथ सफर जारी है। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की। मैने अपने पत्रकारिता सफर की शुरुआत इंडिया एलाइव मैगजीन के साथ की। इसके बाद अमृत प्रभात, कैनविज टाइम्स, श्री टाइम्स अखबार में कई साल अपनी सेवाएं दी। इसके बाद न्यूज टाइम्स वेब पोर्टल, पाक्षिक मैगजीन के साथ सफर जारी रहा। विद्या भारती प्रचार विभाग के लिए मीडिया कोआर्डीनेटर के रूप में लगभग तीन साल सेवाएं दीं। पत्रकारिता में लगभग 12 साल का अनुभव है। राजनीति, क्राइम, हेल्थ और समाज से जुड़े मुद्दों पर खास दिलचस्पी है।

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