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Omicron Variant : ओमिक्रॉन पर बड़ी खबर, पांच साल से कम उम्र के बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा, अस्पतालों में बढ़ती जा रही संख्या

Omicron Variant :ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के बीच तमाम तरह की बातें आ रही हैं इस बीच दक्षिण अफ्रीका से एक बड़ी खबर आई है।

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Newstrack NetworkPublished By Vidushi Mishra
Published on: 4 Dec 2021 10:26 AM IST
children hospital corona
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बच्चों में संक्रमण का खतरा (फोटो- सोशल मीडिया)

Omicron Variant : दुनियाभर में कोरोना के नए वैरियंट ओमिक्रॉन के मामले दिन प्रति दिन बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में एक और डराने वाली बात सामने आई है। जिससे डॉक्टर समेत वैज्ञानिकों में चिंता की लहर दौड़ गई है। दक्षिण अफ्रीका से सबसे पहले सामने ओमिक्रॉन को लेकर यहां के डॉक्टर का कहना है कि इस बार 5 साल से कम उम्र के बच्चों में भी संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन सभी बच्चे ओमिक्रॉन से संक्रमित नहीं हैं, फिर भी बच्चों में संक्रमण बढ़ने से चिंता जरूर बढ़ गई है।

बता दें, नया वैरियंट ओमिक्रॉन बहुत तेजी से फैल रहा है। जिसका परिणाम ये हुआ है कि शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका में 16,055 नए मामले सामने आए थे, जिसमें 25 मरीजों की मौत गई। वहीं अब बढ़ते संक्रमण की वजह से छोटे बच्चों में संक्रमण को लेकर खतरे का डर बढ़ गया है।

अब तक वायरस के सबसे तेजी से फैलने वाला संस्करण

ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के बीच तमाम तरह की बातें आ रही हैं इस बीच दक्षिण अफ्रीका से एक बड़ी खबर आई है। वहां के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, कोविड -19 के नये संस्करण ओमिक्रोन से पांच साल से कम उम्र के बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है।

गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका ने ही सबसे पहले ओमिक्रॉन के बारे में सूचना शेष दुनिया से साझा की थी। दक्षिण अफ्रीका ने ओमिक्रॉन के परिणामस्वरूप कोविड के मामलों को दोगुना होते देखा है, जिसे अब तक वायरस के सबसे तेजी से फैलने वाले संस्करण के रूप में जाना जा रहा है।

स्थानीय मीडिया ने स्वास्थ्य मंत्री जो फाहला के हवाले से कहा है कि चौथी लहर में पांच साल से कम उम्र के बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने के मामले बढ़े हैं। देश के राष्ट्रीय संचारी रोग संस्थान (एनआईसीडी) के अनुसार, पिछले सात दिनों में मामलों में भारी वृद्धि हुई है। एनआईसीडी में सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ वसीला जसत ने भी कहा है कि इस लहर में पांच साल से कम उम्र के बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या तेजी से बढ़ना एक नया ट्रेंड है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि एनआईसीडी ने यह भी कहा कि दो साल से कम उम्र के बच्चे दक्षिण अफ्रीका के ओमिक्रॉन उपरिकेंद्र तशवाने में कुल अस्पताल में भर्ती होने का लगभग 10 प्रतिशत हिस्सा हैं। जसत ने कहा, बच्चों का बीमार होना चिंता का कारण है। दो साल से कम उम्र के बच्चे ओमिक्रॉन से संबंधित अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों का 10 प्रतिशत हिस्सा हैं।

जसत ने कहा कि संक्रमण की वर्तमान चौथी लहर में प्रवेश करने वाले देश के शुरुआती चरणों की तुलना में अधिक बच्चों को भर्ती कराया जा रहा है, हालांकि तीसरी लहर के दौरान भी इसी तरह की प्रवृत्ति हुई थी।

उन्होंने कहा कि अस्पताल में दाखिले राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रहे हैं, यह कहते हुए कि गौतेंग में प्रवेश का रुझान पिछली लहरों की तुलना में अधिक है। गौतेंग अस्पतालों में 1,351 मरीज हैं। फाहला के हवाले से कहा गया है कि राष्ट्रीय स्तर पर सामान्य बेड ऑक्यूपेंसी 1.9 फीसदी है और आईसीयू के लिए यह 4.2 फीसदी है।




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Vidushi Mishra

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