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अलर्ट: WHO की चेतावनी जारी, ओमिक्रोन वायरस जितना ही खतरनाक है उसका सबवैरिएंट

Omicron Virus Cases in World: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ओमिक्रोन के इस नए सबवैरिएंट को लेकर चेतावनी जारी की है।

Rajat Verma
Report Rajat VermaPublished By Vidushi Mishra
Published on: 2 Feb 2022 9:07 AM IST
Omicron new subvariant BA.2
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ओमिक्रॉन सबवैरिएंट (फोटो-सोशल मीडिया)

Omicron Virus Cases in World: दुनिया में कोरोना संक्रमण के मामले में बीते काफी समय से व्यापक ऊँचाल देखा गया है। ऐसे में कोरोना के ओमिक्रोन संस्करण वायरस के मामले भी तेज़ी से बढ़ रहे हैं। एक ओर जगह ओमिक्रोन संक्रमण ने बेहद ही तेज़ी से विस्तार कर एक बड़ी आबादी को अपनी चपेट में ला दिया है, ऐसे में ओमिक्रोन के नए सबवैरिएंट BA.2 ने दस्तक दे दी है। ओमिक्रोन का यह नया सबवैरिएंट अबतक दुनिया के करीब 57 देशों में अपना विस्तार कर चुका है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ओमिक्रोन के इस नए सबवैरिएंट को लेकर चेतावनी जारी की है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है BA.2 भी ओमिक्रोन जितना ही खतरनाक है और यह उससे भी अधिक तेजी से विस्तार करता है तथा साथ ही टीकाकृत लोगों को प्रभावी रूप से अपनी चपेट में ले सकता है।

सबवैरिएंट भी ओमिक्रोन जितना ही गंभीर

विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने कहा कि ओमिक्रोन संस्करण जो कि पिछले महीने एकत्र किए गए सभी कोरोनावायरस नमूनों के 93 प्रतिशत से अधिक नमूनों में पाया गया है। ओमिक्रोन में अबतक कई सबवैरिएंट गणना की जा चुकी है, जिसमें BA.1, BA.1.1, BA.2 और BA.3 शामिल हैं लेकिन बीते कुछ समय में नए सबवैरिएंट BA.2 से जुड़े मामलों में स्पष्ट रूप से व्यापक वृद्धि देखी गई है, इस वृद्धि में स्पाइक प्रोटीन भी शामिल है जो वायरस की सतह को चिन्हित करने के साथ ही मानव कोशिकाओं में प्रवेश करने में उपयोगी है।

वर्तमान में अबतक की स्थिति को देखें तो कोरोना के ओमिक्रोन संस्करण को पूर्व के डेल्टा व अन्य वेरिएंट की तुलना में कम गंभीर बीमारी का कारण माना जाता है, तथा अब WHO ने भी स्पष्ट कर दिया है कि यह सबवैरिएंट भी ओमिक्रोन जितना ही गंभीर है। ऐसे में इसका तेज़ी से विस्तार करना, हल्के लक्षणों के साथ लोगों का संक्रमण होना शामिल है।

इसी के साथ ही WHO ने कहा कि यकीनन वर्तमान में कोविड एक खतरनाक बीमारी बनी हुई है और लोगों को इससे बचने के लिए गाइडलाइन्स में दिए गए उन तमाम उपायों का पालन करन चाहिए, जिससे संक्रमण की चपेट में आने से बचा जा सके।



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Vidushi Mishra

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