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Oxfam: कोरोनो वायरस से भी खतरनाक है भुखमरी, हर मिनट में हो रही 11 मौतें- ऑक्सफैम

Oxfam: गरीबी उन्मूलन संगठन ऑक्सफैम ने कहा, "पूरे विश्व में भुखमरी (Starvation) से हर एक मिनट में 11 मौतें हो रही है।"

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Newstrack NetworkPublished By Chitra Singh
Published on: 10 July 2021 7:22 AM IST (Updated on: 10 July 2021 7:56 AM IST)
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ऑक्सफैम-भुखमरी (डिजाइन फोटो- सोशल मीडिया)

Oxfam: क्या आपको पता है कि पूरे दुनिया में कोरोना वायरस (Coronavirus) की अपेक्षा भुखमरी से लोग मर रहे हैं?, जी हां , ये हम नहीं बल्कि ऑक्सफैम (Oxfam) की एक रिपोर्ट कह रही है। गरीबी उन्मूलन संगठन ऑक्सफैम ने कहा, "पूरे विश्व में भुखमरी (Starvation) के कारण हर एक मिनट में 11 मौतें हो रही है।"

ऑक्सफैम ने अपने रिपोर्ट में भुखमरी के बारे में चर्चा करते हुए कहा है, "एक गरीबी-विरोधी चैरिटी ने चेतावनी दी है कि भुखमरी से होने वाली मौतें दुनिया भर में कोरोनो वायरस से होने वाली मौतों को पछाड़ रही हैं। जहां कोरोना के कारण हर एक मिनट में सात मौतें होती है, तो वहीं भुखमरी से हर एक मिनट में 11 लोगों की मौत की संभावना है।"

ऑक्सफैम ने 'द हंगर वायरस मल्टीप्लाईज' (The Hunger Virus Multiplies) नामक एक रिपोर्ट में गुरुवार को कहा, "एक रिपोर्ट में पाया गया है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल और जलवायु परिवर्तन के आर्थिक नतीजों ने मौजूदा हॉटस्पॉट्स की दुर्दशा पर गहरा प्रभाव डाला है।" ऑक्सफैम ने आगे अपने रिपोर्ट में कहा है, "दुनिया भर में अकाल जैसी परिस्थितियों का सामना करने वालों की संख्या पिछले साल की तुलना में छह गुना बढ़ गई है।"

इन आंकड़ों को लेकर ऑक्सफैम अमेरिका के अध्यक्ष व सीईओ एब्बी मैक्समैन (Abby Maxman) ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा है कि ये "आंकड़ें हैरान करने वाले आंकड़ें है। लेकिन ये याद रखें कि ये आंकड़े अकल्पनीय पीड़ा का सामना करने वाले व्यक्तिगत लोगों से बने हैं। इसके लिए एक व्यक्ति भी बहुत अधिक है।"

एब्बी मैक्समैन (Abby Maxman) ने बताया, "सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल, बेरहम संघर्षों और जलवायु परिवर्तन के कारण लगभग 5,20,000 से अधिक लोग भुखमरी के कगार पर आ पहुंचे हैं। हैरत की बात तो यह है कि लोग वैश्विक महामारी से लड़ने के बजाय आपस में लड़ रह हैं, जिसका असर उन लोगों पर पड़ रहा है, जो पहले से भी आर्थिक संकटों, जलवायु परिवर्तनों और संघर्षों से जूझ रह हैं।"

ऑक्सफैम ने कहा, "महामारी के दौरान वैश्विक सैन्य खर्च में 51 बिलियन डॉलर की वृद्धि हुई। संयुक्त राष्ट्र को भूखमरी को खत्म करने के लिए जितनी राशि की आवश्यकता है उसके मुकाबले कम से कम छह गुना से अधिक है।"

बताते चलें ऑक्सफैम की रिपोर्ट में जिन देशों को भुखमरी से ज्यादा प्रभावित पाया गया है उसमें यमन, अफगानिस्तान, दक्षिण सूडान, इथियोपिया और सीरिया का नाम शामिल है। इस सभी देशों में संघर्ष के गंभीर परिस्थिति बनी है।



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Chitra Singh

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