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Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान में 70 लाख लोग हो गए बेरोजगार, मंहगाई से जंग
Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान में कपड़ा उद्योग का बड़ा केंद्र फैसलाबाद है। यहां के कपड़ा मजदूर बुरी स्थिति में पहुंच गए हैं।
Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान में कपड़ा निर्यात में आई गिरावट के कारण करीब सत्तर लाख कामगार बेरोजगार हो गए हैं। आलम ये है कि पाकिस्तान का कपड़ा उद्योग अब खत्म होने की कगार पर पहुंच गया है।
फैसलाबाद है प्रमुख केंद्र
पाकिस्तान में कपड़ा उद्योग का बड़ा केंद्र फैसलाबाद है। यहां के कपड़ा मजदूर बुरी स्थिति में पहुंच गए हैं। मजदूरों का कहना है कि देश में कपास की कमी की वजह से निकाल दिया गया है। 25 - 25 साल से कपड़ा कंपनी में काम कर रहै मजदूर बेरोजगार हो गए हैं।
गंभीर आर्थिक संकट
पाकिस्तान के कपड़ा उद्योग में काम कर रहे करीब सत्तर लाख लोगों को हाल ही में अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है। कभी पाकिस्तान का फलता-फूलता यह औद्योगिक क्षेत्र कपड़ा निर्यात में कमी की वजह से गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है।
बाढ़ ने मारा
दरअसल, इस संकट की वजह पाकिस्तान में पिछले साल आई विनाशकारी बाढ़ है। बाढ़ के कारण देश में कपास की फसल का एक बड़ा हिस्सा नष्ट हो गया। बता दें कि पाकिस्तान में बाढ़ की वजह से 1,700 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई जबकि साढ़े तीन करोड़ से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए। मकान, खेत, मवेशी आदि का व्यापक नुकसान हुआ है। इसके अलावा बाढ़ के कारण अरबों डॉलर की चीजें नष्ट हो गईं और इसका तगड़ा असर देश की अर्थव्यवस्था को लगा है। पाकिस्तान पूरी दुनिया जे सामने मदद के लिए हाथ फैलाये खड़ा है। कपड़ा उद्योग की बर्बादी की एक वजह हाल में की गई टैक्स वृद्धि भी है।
कपड़ा उत्पादन में पाकिस्तान
कपड़ा उत्पादन के क्षेत्र में पाकिस्तान दुनिया के अग्रणी देशों में से एक है। साल 2021 में यहां का कपड़ा निर्यात करीब 19.3 अरब डॉलर का था और यह देश के कुल निर्यात का करीब आधा था। अब चूंकि बाढ़ ने कपास बर्बाद कर दिया है सो कच्चे माल की भारी कमी हो गई है और नतीजतन कपास की कमी की वजह से पाकिस्तान में ज्यादातर छोटी कपड़ा मिलें बंद हो गई हैं। इन मिलों में बेडशीट्स, तौलिया और डेनिम कपड़े बनते हैं जिनका यूरोप और अमेरिका में बड़े पैमाने पर निर्यात किया जाता था।
महंगाई की मार
पाकिस्तान वर्तमान में नगदी की तंगी, महंगाई और घटते मुद्रा भंडार के संकट से जूझ रहा है, साथ ही उसे अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के कठोर नियमों का भी सामना करना पड़ रहा है। सरकारी प्रतिबंधों के कारण, कपड़ा उद्योग आवश्यक कच्चा माल नहीं खरीद पा रहा है और इस वजह से अंतरराष्ट्रीय मांग की सप्लाई भी नहीं कर पा रहा है। कपड़ा उद्योग में गिरावट आर्थिक स्थिति के लिए बहुत खतरनाक है।
कराची पोर्ट पर कंटेनर फंसे
पाकिस्तान के पास विदेशी मुद्रा की भारी कमी है। इस वजह से कच्चे माल, स्वास्थ्य उपकरणों और खाद्य पदार्थों से लदे हजारों शिपिंग कंटेनर कराची बंदरगाह पर फंसे हुए हैं। पाकिस्तान स्टेट बैंक के मुताबिक, पिछले हफ्ते पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार करीब 4.3 अरब डॉलर तक गिर गया, जो कि फरवरी 2014 के बाद सबसे निचले स्तर पर था।