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Pakistan Mein Mahangai : भारत को तेवर दिखाना पाक को पड़ा महंगा,बेकाबू महंगाई से बढ़ीं मुसीबतें,एक कप चाय पीना तक मुहाल

Pakistan Mein Mahangai : पाकिस्तान में महंगाई इस कदर बढ़ चुकी है कि लोगों के लिए एक कप चाय पीना भी मुश्किल हो गया है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariPublished By Vidushi Mishra
Published on: 14 Oct 2021 9:18 AM GMT
Pakistan Mein Mahangai
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पाकिस्तान में महंगाई (फोटो- सोशल मीडिया)

Pakistan Mein Mahangai : पाकिस्तान में लगातार बेकाबू होती महंगाई ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। रोजमर्रा की चीजों के दाम इतना बेतहाशा बढ़ चुके हैं कि लोगों को खाने-पीने के मामले में तमाम तरह के समझौते करने पड़ रहे हैं। देश के शहरों के ही नहीं बल्कि गांवों के लोगों की जिंदगी भी मुश्किल हो गई है।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सत्ता में आने के बाद आम लोगों की सरकार बनाने का वादा किया था मगर उनकी सरकार में ही आम लोगों का जीना दूभर हो गया है। हालात इतने विकट हो चुके हैं कि इमरान सरकार के मंत्री लोगों को कम रोटी और चीनी खाने की सलाह तक दे रहे हैं।

चाय पीना भी मुश्किल

पाकिस्तान में महंगाई इस कदर बढ़ चुकी है कि लोगों के लिए एक कप चाय पीना भी मुश्किल (pakistan mein chai ki kimat) हो गया है। चीनी, चाय की पत्ती, दूध और गैस की लगातार बढ़ती कीमतों के कारण सामान्य दुकानों पर भी एक कप चाय की कीमत 40 रुपए तक पहुंच गई है। हालांकि इसके पीछे पाकिस्तान सरकार की अकड़ को भी काफी हद तक जिम्मेदार बताया जा रहा है।

अनुच्छेद 370 को रद्द किए जाने के बाद पाकिस्तान ने भारत से आयात पूरी तरह बंद कर रखा है। इसका असर भी जरूरी चीजों की कीमतों पर पड़ रहा है। पाकिस्तान सरकार आम जनता की चिंता छोड़कर अपनी अकड़ में ऐंठी हुई है जिसके कारण लोगों की जिंदगी ही लगातार मुश्किल होती जा रही है।

40 रुपए हुई एक कप चाय की कीमत

चाय की कीमत (फोटो- सोशल मीडिया)

बेकाबू होती महंगाई के कारण रावलपिंडी में एक कप चाय की कीमत (pakistan mein chai ki kimat) 40 रुपए तक पहुंच चुकी है। पाकिस्तान के बड़े अखबार डॉन से बातचीत में चाय के एक दुकानदार ने बताया कि चाय की कीमत 30 से बढ़कर 40 रुपए प्रति कप तक पहुंच गई है।

हाल के दिनों में चीनी, चाय की पत्ती, दूध, गैस और टी बैग्स की कीमतों में जबर्दस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसका असर चाय की कीमतों पर भी पड़ा है। कुछ समय के भीतर ही चाय की कीमतों में 35 फ़ीसदी की जबर्दस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

तमाम लोगों ने चाय पीना तक छोड़ा

पाकिस्तान में दूध की कीमत 105 रुपए से बढ़ाकर 120 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गई है। चाय की पत्ती 900 रुपए प्रति किलो और गैस के दाम 3000 रुपए तक चढ़ गए हैं। चाय के दुकानदारों का कहना है कि बढ़ती कीमतों के कारण वे चाय की कीमत (pakistan mein chai ki kimat) बढ़ाने पर मजबूर हुए हैं।

वे कहते हैं कि पुरानी कीमत पर चाय बेचने पर कोई फायदा नहीं हो रहा था। इसलिए कीमत बढ़ाने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा था। देश में महंगाई का इतना जबर्दस्त असर दिख रहा है कि तमाम लोगों ने या तो चाय पीना ही छोड़ दिया है या वे जल्द से जल्द चाय छोड़ने की योजना बना रहे हैं।

पाक का अड़ियल रवैया जिम्मेदार

पाकिस्तान के अर्थ जगत के जानकारों का कहना है कि देश में बेतहाशा महंगाई के पीछे पाकिस्तान सरकार का अड़ियल रवैया भी काफी हद तक जिम्मेदार है। कश्मीर में अनुच्छेद 370 रद्द किए जाने के बाद पाकिस्तान सरकार भारत से किसी भी प्रकार का आयात नहीं कर रही है।

गत अप्रैल में पहले इस तरह की खबरें आई थीं कि पाकिस्तान सरकार भारत से चीनी (pakistan mein chini ka kya rate hai) का आयात कर सकती है मगर बाद में पाकिस्तान सरकार ने इस बात से इनकार कर दिया। दूसरे देशों से चीनी आयात करने में पाकिस्तान को 110 रुपए प्रति किलो का भुगतान करना पड़ा है , जबकि भारत से पाकिस्तान को इससे काफी सस्ती चीनी (pakistan mein chini ka kya rate hai) मिल सकती थी।

पिछले साल भी पाकिस्तान ने 90 रुपए प्रति किलो की दर से चीनी (pakistan mein chini ka kya rate hai) का आयात किया था। इतनी महंगी चीनी आयात करने के बाद उसे घरेलू बाजार में और महंगी कीमतों पर बेचा जा रहा है जिससे आम आदमी के स्वाद में मिठास पूरी तरह गायब होती जा रही है।

मंत्री की कम चीनी खाने की सलाह

चीनी (फोटो- सोशल मीडिया)

पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) और गिलगित-बाल्टिस्तान के संघीय मामलों के मंत्री अली अमीन गंडापुर ने हाल में हाल में महंगाई को लेकर अचरज में डालने वाली बात कही । उन्होंने पाकिस्तान के लोगों को कम रोटी खाने और चाय में चीनी कम डालने की सलाह दी थी। उनके इस बयान पर पाकिस्तान में तीखी प्रतिक्रिया हुई थी।

पाक अधिकृत कश्मीर में एक सभा को संबोधित करते हुए मंत्री का सवाल था कि अगर हम चाय में चीनी के 100 दाने डालते हैं । अगर 9 दाने कम डालेंगे तो क्या चाय कम मीठी हो जाएगी?

मंत्री की सलाह पर तीखी प्रतिक्रिया

उन्होंने लोगों से पूछा कि अपनी आत्मनिर्भरता और अपने देश के लिए क्या हम इतनी छोटी सी कुर्बानी नहीं दे सकते? अगर हम रोटी के सौ निवाले खाते हैं तो क्या हम अपनी खुराक में नौ निवाले कम नहीं कर सकते? इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर मंत्री की जमकर ट्रोलिंग की गई थी । लोगों ने उनके बयान पर तीखी आपत्ति जताई थी।

वैसे यह पहला मौका नहीं है जब किसी मंत्री या जनप्रतिनिधि ने जनता को इस तरह की सलाह दी हो। गंडापुर से पहले तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के नेशनल असेंबली के सदस्य अली अमीन ने भी लोगों को ऐसी ही सलाह दी थी। उनके बयान पर भी तीखी प्रतिक्रिया हुई थी । मगर उसके बाद बावजूद गंडापुर ने भी वैसी ही सलाह दे डाली।

इस कारण बढ़ रही पाक में महंगाई

पाकिस्तान के अर्थशास्त्री डॉक्टर साजिद अमीन पाकिस्तान में बेतहाशा महंगाई के पीछे तीन मुख्य कारण बताते हैं। उनका कहना है कि विश्व बाजार में वस्तुओं की कीमत में बढ़ोतरी का असर पाकिस्तान में भी दिख रहा है। इसके साथ ही पाकिस्तानी रुपए की कीमतों में लगातार गिरावट और सरकार की गलत टैक्स नीतियां भी बढ़ती महंगाई के लिए काफी हद तक जिम्मेदार हैं।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार की ओर से गलत नीतियां लागू की जाती हैं। इसके तहत ईंधन जैसी जरूरी चीज पर भी टैक्स बढ़ाया जाता है, जिसका असर कीमत पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का आयात उसके कुल निर्यात से काफी अधिक है ।

पाकिस्तान को गेहूं, चीनी और अन्य जरूरी खाद्य पदार्थों का भी भारी मात्रा में आयात करना पड़ रहा है। डॉक्टर अमीन ने कहा कि आयात बिल और व्यापार घाटा कम किए बिना रुपए की कीमत में सुधार की उम्मीद करना बेमानी होगा।

Vidushi Mishra

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