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Pakistan News: इमरान खान का हाल- बिछड़े सभी बारी बारी, शाहबाज़ शरीफ बन सकते हैं पीएम
Pakistan PM Imran Khan: इमरान खान के इस्तीफे की अटकलें अब और तेज हो गई हैं। गठबंधन के कुछ दलों के साथ इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के करीब 24 सांसद बागी हो गए हैं।
Pakistan PM Imran Khan: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की सरकार के दिन लगता है अब गिनती के बचे हैं। इमरान के साथी एक-एक करके उनका साथ छोटे जा रहे हैं जबकि सेना के जनरलों ने भी उनसे पल्ला झाड़ लिया है। इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इन्साफ (Pakistan Tehreek-e-Insaf) के करीब 24 सांसद बागी हो गए हैं जबकि इमरान की सहयोगी पार्टियों एमक्यूएमपी (MQMP), पीएमएलक्यू (PMLQ) और जम्हूरी वतन (Jamhoori Watan) ने भी संकेत दिया है कि वे अविश्वास प्रस्ताव में इमरान के खिलाफ वोटिंग करेंगी।
जम्हूरी वतन पार्टी के नेता शाहजैन बुगती (Shahzain Bugti) ने तो इमरान कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है और पीपीपी (PPP) के नेता बिलावल भुट्टो (Bilaval Bhutto) से जा मिले हैं। उधर मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट कहने को तो इमरान सरकार के साथ है लेकिन उसके नेता लगातार विपक्षी दलों के साथ बैठकें कर रहे हैं। इस बीच चर्चा है कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-क्यू ने नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) की पार्टी के साथ एक डील की है जिसके तहत शाहबाज़ शरीफ (Shahbaz Sharif) को प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठाया जा सकता है।
पंजाब सरकार के खिलाफ भी अविश्वास प्रस्ताव
इस बीच पाकिस्तान के विपक्ष ने पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार (Usman Buzdar) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया है। विपक्षी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (Pakistan People's Party) ने 127 सांसदों के हस्ताक्षर के साथ 52 वर्षीय बुजदार के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया है। विपक्ष को लगता है कि इमरान की कुर्सी जाने की स्थिति में उनकी पार्टी की पंजाब असेम्बली को भंग करने की योजना बना सकती है। इसी संभावित योजना को रोकने के लिए इमरान के खासमखास बुजदार के खिलाफ झटपट अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है।
विपक्ष ने विधानसभा सत्र बुलाने के लिए एक अनुरोध भी दायर किया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि पंजाब के मुख्यमंत्री बुजदार ने सदन का विश्वास खो दिया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि- बुजदार ने 11 करोड़ लोगों के प्रांत के मामलों को जनता के अनुसार नहीं चलाकर संविधान का उल्लंघन किया है। उन्होंने पिछले साढ़े तीन साल के दौरान लोकतंत्र की भावना के खिलाफ भी काम किया है।
प्रस्ताव प्रस्तुत करने के बाद पीएमएल-एन के विधायक राणा मशहूद ने कहा कि विपक्ष नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर और सीनेट के अध्यक्ष सादिक संजरानी के खिलाफ भी अविश्वास प्रस्ताव भी लाएगा। उन्होंने कहा- ये साफ़ है कि इमरान खान और उस्मान बुजदार दोनों ही अविश्वास प्रस्ताव से नहीं बच सकते हैं, इसलिए उनके लिए एकमात्र सम्मानजनक रास्ता इस्तीफा दे देना है।
अब क्या होगा?
कयास लगाए जा रहे हैं कि पाकिस्तान एक बार फिर अफरातफरी के मोड़ पर पहुंच सकता है। इस बात का अंदेशा है कि प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी सरकार के इस्तीफे की आश्चर्यजनक-घोषणा कर सकते हैं। आंतरिक मंत्री शेख राशिद अहमद (Sheikh Rashid Ahmed) ने कहा है कि अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान 4 अप्रैल को होगा। उन्होंने ये भी संकेत दिया कि सरकार प्रक्रिया में और देरी कर सकती है। नियमों के तहत, जिस दिन से प्रस्ताव पेश किया जाता है, उस पर "तीन दिन की समाप्ति से पहले या सात दिनों के बाद में मतदान नहीं किया जाएगा"।
दूसरी ओर, यदि अध्यक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव पेश करने में और देरी की तो विपक्षी दलों ने सदन के अंदर और बाहर विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई है। जम्हूरी वतन पार्टी के शाहज़ैन बुगती के सत्तारूढ़ गठबंधन छोड़ने के फैसले के बाद, संसद के 342 सदस्यीय निचले सदन में अब ट्रेजरी सदस्यों की संख्या घटकर 178 हो गई है, जबकि विपक्ष को अब 163A का समर्थन प्राप्त है। पीएमएल-क्यू, बलूचिस्तान अवामी पार्टी और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान- 17 एमएनए वाले तीन प्रमुख सरकारी सहयोगी ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वे किस पक्ष में हैं। ये पार्टियां अभी भी सरकार और विपक्षी दलों दोनों के साथ बातचीत कर रही हैं।