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इमरान खान का 25 मार्च: पाकिस्तान को इसी दिन बनाया था विश्व चैंपियन, अब कुर्सी पर संकट
Imran Khan: इमरान की जिंदगी में 25 मार्च का अलग ही महत्व है। 30 साल पहले आज ही के दिन उन्होंने पाकिस्तान को विश्व चैंपियन बनाया था जिसके बाद वे पूरे पाकिस्तान के हीरो बन गए थे।
Imran Khan: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) इन दिनों गहरे सियासी संकट में फंसे हुए हैं। विपक्षी दलों ने एकजुट होकर उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और उनकी पार्टी और सहयोगी दलों के कई सांसदों ने बागी तेवर अपना लिए हैं। घरेलू और विदेशी मोर्चों पर मिली नाकामी के बाद सेना का रुख भी इमरान के खिलाफ हो गया है। पाकिस्तान (Pakistan) की नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पूरा विपक्ष गोलबंद हो गया है और इस कारण इमरान को चंद दिनों का मेहमान माना जा रहा है।
इमरान की जिंदगी में 25 मार्च का अलग ही महत्व है। 30 साल पहले आज ही के दिन उन्होंने पाकिस्तान को विश्व चैंपियन (pakistan world champion) बनाया था जिसके बाद वे पूरे पाकिस्तान के हीरो बन गए थे। पाकिस्तान के क्रिकेट प्रेमी आज भी उस गौरवशाली क्षण को याद करते हैं। अब 30 साल बाद आज ही के दिन नेशनल असेंबली के सत्र की शुरुआत होनी है जिसमें इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा।
इंग्लैंड को हराकर जीता था विश्वकप
पहले बात 30 साल पहले उस दिन की जब इमरान ने अपनी कप्तानी में पाकिस्तान को विश्व कप जिताने में कामयाबी हासिल की थी। पाकिस्तान के क्रिकेट इतिहास में 25 मार्च 1992 के दिन को सबसे महान दिन माना जाता है क्योंकि इसी दिन पाकिस्तान की क्रिकेट टीम ने नया इतिहास रच दिया था।
ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर पाकिस्तान की टीम ने इंग्लैंड को हराकर विश्व कप खिताब जीता था। पाकिस्तान ने निर्धारित 50 ओवर में छह विकेट पर 249 रन बनाए थे और इंग्लैंड को 250 रन बनाने का लक्ष्य दिया था। विश्व कप के फाइनल मुकाबले में इमरान खान ने कप्तानी पारी खेलते हुए सर्वाधिक 72 रन बनाए थे।
इमरान ने खेली थी कप्तानी पारी
इसके जवाब में खेलते हुए इंग्लैंड की टीम कोई कमाल नहीं दिखा सकी और 49.2 ओवर में 227 रन बनाकर आलआउट हो गई थी। इस तरह पाकिस्तान ने 22 रनों से इंग्लैंड को हराकर विश्व कप जीता था। फाइनल मुकाबले में शानदार प्रदर्शन के लिए बाद में कप्तान इमरान खान को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार भी मिला था।
इस विश्व कप के शुरुआती मैचों में पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा था। भारत ने भी पाकिस्तान को हराया था। इसलिए विश्व कप में पाकिस्तान की जीत को काफी महत्वपूर्ण माना गया था और इसमें इमरान की भूमिका काफी अहम थी। इमरान पहले से ही पाकिस्तान में काफी लोकप्रिय थे मगर इस जीत के बाद वे पाकिस्तान में शोहरत की बुलंदी पर पहुंच गए थे।
उसी दिन संसद में अविश्वास प्रस्ताव
यह अजीब विडंबना है कि जिस दिन इमरान ने पाकिस्तान को विश्व चैंपियन बनाया था, उसी दिन उनके राजनीतिक जीवन में सबसे बड़ा संकट खड़ा हो गया है। अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पाकिस्तान का पूरा विपक्ष गोलबंद हो गया है और इमरान की कुर्सी बचने की कोई राह नहीं दिख रही है। पाकिस्तान के प्रमुख विपक्षी पार्टी मुस्लिम लीग नवाज और बिलावल भुट्टो की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की ओर से संसद सचिवालय में 8 मार्च को अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया था। अब इ से पाकिस्तान की संसद में रखा जाएगा।
अविश्वास प्रस्ताव में इमरान खान पर देश को बर्बादी की कगार पर खड़ा कर देने का आरोप लगाया गया है और कहा गया है कि उनकी गलत नीतियों के कारण देश हर मोर्चे पर पूरी तरह नाकाम रहा है। देश में भुखमरी के हालात पैदा हो गए हैं और आम आदमी का जीवन जीना मुश्किल हो गया है।
सेना का रुख इमरान के खिलाफ
नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर ने अभी अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान की तारीख निश्चित नहीं की है। विपक्ष का आरोप है कि कैसर की ओर से इमरान सरकार को बचाने की कोशिश की जा रही है। इमरान खान की पार्टी की ओर से असंतुष्ट सांसदों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दाखिल की गई थी मगर वहां से ही इमरान को कोई राहत नहीं मिल सकी है।
इमरान के लिए सबसे बड़ी चिंता सेना का रुख बताया जा रहा है क्योंकि सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा भी अब इमरान के खिलाफ हो गए हैं। पाकिस्तान की सियासत में सेना की भूमिका काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है और सेना के खिलाफ होने के बाद अब इमरान की कुर्सी बचना मुश्किल माना जा रहा है।