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Pakistan Crisis : इमरान के आरोपों पर बिफरे शहबाज शरीफ, पाक फौज और ISI से मांगा जवाब
Imran Khan: पाकिस्तान के संसद में इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव विदेशी ताकतों का हवाला देकर खारिज हो जाने के बाद विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने फौज से जवाब मांगा है।
Pakistan Political Crisis : पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में इमरान खान (Imran Khan) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने और असेंबली को भंग किए जाने के बाद सियासी बवाल का दौर जारी है। डिप्टी स्पीकर के अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने के कदम के खिलाफ देश के विपक्षी दलों की याचिका पर पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court of Pakistan) में सुनवाई जारी है। सुप्रीम कोर्ट ने असेंबली की कार्यवाही का पूरा ब्योरा तलब किया है।
दूसरी ओर पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज के अध्यक्ष शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) ने प्रधानमंत्री इमरान खान (Prime Minister Imran Khan) के विपक्ष पर विदेशी ताकतों के साथ मिलकर साजिश रचने के आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख और आईएसआई के चीफ को इस बाबत अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।
देश के सामने पेश करें गद्दारी के सबूत
विपक्ष के नेता ने कहा कि इमरान बार-बार नेशनल सिक्योरिटी कमेटी की बैठक का हवाला दे रहे हैं। इमरान का कहना है कि इस बैठक में विदेशी ताकतों के देश की सियासत में दखल देने पर चर्चा हुई थी। वे विपक्षी दलों पर देश के साथ गद्दारी करने का बड़ा आरोप भी लगा रहे हैं। इस बैठक में पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के मुखिया भी मौजूद थे। इन दोनों शीर्ष अफसरों को इमरान के आरोपों के संबंध में अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। देश की अवाम को यह भी बताया जाना चाहिए कि विपक्षी दलों ने किन ताकतों के साथ मिलकर देश के साथ गद्दारी की है।
उन्होंने कहा कि डिप्टी स्पीकर और इमरान के मंत्रियों ने मिलकर विपक्ष के नेताओं को गद्दार घोषित कर दिया। अगर विपक्ष के नेता गद्दार हैं तो उन्हें इस बाबत देश के सामने सबूत पेश करना चाहिए। उन्होंने इमरान और राष्ट्रपति दोनों पर देश के संविधान को तोड़ने का बड़ा आरोप भी लगाया।
इमरान ने बर्बादी की राह पर ढकेला
शहबाज शरीफ ने कहा कि देश विभिन्न मोर्चों पर समस्याओं से घिरा हुआ है और युवाओं में बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है। इमरान ने अपने स्वार्थों को पूरा करने के लिए देश को बर्बादी की राह पर ढकल दिया है। देश के सामने लगातार झूठ बोला जा रहा है और अब हमें सुप्रीम कोर्ट से ही आस बाकी रह गई है।
उन्होंने कहा कि हमें देश के जुडिशियरी पर पूरा भरोसा है और हमें उम्मीद है कि अदालत इस मामले में निष्पक्ष होकर फैसला सुनाएगी। डिप्टी स्पीकर ने इमरान के साथ मिलकर बड़ी साजिश रची है और नेशनल असेंबली में संविधान की धज्जियां उड़ा दी गईं।
अविश्वास प्रस्ताव खारिज नहीं किया जा सकता
नेशनल असेंबली में हुए सियासी ड्रामे और अविश्वास प्रस्ताव को खारिज किए जाने के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। सुप्रीम कोर्ट के पांच न्यायाधीशों की बेंच ने इस मामले की सुनवाई कर रही है। सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस उमर अता बंदियाल ने कहा कि अनुच्छेद 5 का हवाला देकर भी अविश्वास प्रस्ताव को खारिज नहीं किया जा सकता। शीर्ष अदालत ने नेशनल असेंबली की कार्यवाही का पूरा ब्यौरा भी तलब किया है।
अब हर किसी की निगाह सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिकी हुई है और अगर सुप्रीम कोर्ट का फैसला इमरान खान के पक्ष में आता है तो देश में नए चुनाव का रास्ता प्रशस्त हो जाएगा। यदि फैसला नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष के फैसले के खिलाफ आता है तो एक बार फिर नेशनल असेंबली की बैठक बुलाई जाएगी और अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद वोटिंग कराई जा सकती है।
चुनाव आयोग ने खड़े कर दिए हाथ
इस बीच चुनाव आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि देश में 90 दिनों के भीतर चुनाव नहीं कराए जा सकते। आयोग का कहना है कि परिसीमन का काम पूरा करने और उसके बाद चुनाव कराने के लिए कम से कम 6 महीने का समय जरूरी है। राष्ट्रपति की ओर से नेशनल असेंबली को बंद किए जाने के बाद 90 दिनों के भीतर देश में चुनाव कराने की बात कही गई थी मगर आयोग के रुख से स्पष्ट हो गया है कि इतने कम दिनों में चुनाव कराना आयोग के लिए संभव नहीं है।