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Pakistan Taliban Connection: चीनी इंजीनियरों की हत्या की जांच करेगा तालिबानी आतंकी असमतुल्लाह, ISI ने दी जिम्मेदारी
खैबर पख्तूनख्वा के कोहिस्तान ज़िले के दासू इलाके में एक आतंकी हमले में मारे गए आठ चीनी इंजीनियरों की मौत की जांच का जिम्मा पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने तालिबानी आतंकी असमतुल्लाह मुआविया को सौंपा है।
Pakistan Taliban Connection: पड़ोसी देश पाकिस्तान आतंकी गतिविधियों में शामिल होने की बात को लेकर हमेशा सफाई पेश करता रहता है और अपने दामन को हमेशा पाक साफ़ बताता है। लेकिन उसके इस झूठ की पोल हमेशा खुल जाती है। बता दें कि पिछले महीने 14 जुलाई को खैबर पख्तूनख्वा के कोहिस्तान ज़िले के दासू इलाके में एक आतंकी हमले में मारे गए आठ चीनी इंजीनियरों की मौत की जांच का जिम्मा पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने तालिबानी आतंकी असमतुल्लाह मुआविया को सौंपा है। जबकि असमतुल्लाह ISI की कठपुतली है और तालिबान के लिए अफ़ग़ानिस्तान में आतंकी हमले करता है।
बता दें कि तालिबानी आतंकी असमतुल्लाह जून 2013 में गिलगित-बाल्टिस्तान के नंगा परबत इलाके में 10 विदेशी पर्यटकों की हत्या का आरोपी है। जिन दस पर्यटकों की हत्या का आरोप असमतुल्लाह पर लगा था, उसमें पांच यूक्रेन, तीन चीन और एक-एक अमेरिका और रूस के नागरिक थे। उस वक़्त चीन ने पाकिस्तान से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा था।
कश्मीर में भी कुछ आतंकी हमलों में शामिल रहा है असमतुल्लाह
सूत्रों के अनुसार असमतुल्लाह पहले जैश-ए-मोहम्मद के लिए काम करता था। वो 2006-07 में कश्मीर में भी कुछ आतंकी हमलों में शामिल रहा है। 2007 में पाकिस्तानी आर्मी की लाल मस्जिद पर हुई कार्रवाई के बाद वो चाहता था कि जैश पाकिस्तान आर्मी पर हमला करे, लेकिन जैश के मना करने की वजह से वो मसूद अजहर से नाराज़ हो गया और उसने जुनुद उल हफ़सा नाम से संगठन बनाया। इसके कुछ दिनों के बाद वो पंजाब तालिबान का चीफ बन गया।
पाकिस्तान पर असमतुल्लाह मेहरबान और समतुल्लाह पर पाकिस्तान मेहरबान
असमतुल्लाह ने 2014 में ऐलान किया कि वो अब पाकिस्तान की जमीन पर कोई हमला नही करेगा। ISI ने उसे अपने लिए काम करने के लिए तैयार कर लिया। उसे इस्लामाबाद में घर दिया जहां फिलहाल वो रह रहा है और कट्टरपंथी तैयार करने के लिए इस्लामाबाद में ही जगह दी। एक वीडियो में असमतुल्लाह इस्लामाबाद में एक जमीन की खुदाई करता नजर आ रहा है जो ISI की दी हुई ज़मीन बताई जा रही है।
तालिबान के समर्थन में कर रहा है काम
सूत्रों से पता चला है कि वो फिलहाल अफ़ग़ानिस्तान-पाकिस्तान बॉर्डर पर ISI विरोधी आतंकी संगठनों के खिलाफ ऑपरेशन कर रहा है और अफगानिस्तान में तालिबान के समर्थन में किये जा रहे हमले में भी उसका इस्तेमाल किया जा रहा है।