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पाकिस्तान के सबसे बड़े विपक्षी दल PTI पर लगा बैन, सरकार ने बढ़ाई इमरान खान की मुश्किलें
Pakistan Tehreek-e-Insaf: पूर्व सत्तारूढ़ पार्टी पर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। पीटीआई पर प्रतिबंध लगाने के लिए सबूत मौजूद हैं और सरकार पार्टी के खिलाफ कार्रवाई शुरू करेगी।
Pakistan Tehreek-e-Insaf: पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें अब और बढ़ने वाली हैं। पाकिस्तान सरकार इमराख खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पर देश विरोधी गतिविधियों में कथित संलिप्तता के लिए प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। ऐसे में अगर सरकार पीटीआई पर प्रतिबंधन लगाती है तो इससे रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद इमरान खान की मुसीबतें और बढ़ सकती हैं। हो सकता है कि भविष्य पीटीआई कोई चुनाव न लड़ पाए। इमरान खान के ऊपर पहले से ही कई गंभीर मामले दर्ज हैं, कुछ में उन्हें सुप्रीम कोर्ट से राहत भी मिली है।
प्रतिबंध लगाने के सबूत मौजूद
द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने सोमवार को एलान किया कि संघीय सरकार ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। पूर्व सत्तारूढ़ पार्टी पर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। पीटीआई पर प्रतिबंध लगाने के लिए सबूत मौजूद हैं और सरकार पार्टी के खिलाफ कार्रवाई शुरू करेगी।
हाल ही में कोर्ट से मिली राहत
सरकार ने यह फैसला ऐसे समय लिया है, जब सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षित सीटों के मामले में पीटीआई और अवैध विवाह मामले में खान को राहत दी है। इमराख की पार्टी देश की सबसे बड़ी विपक्षीय पार्टी है। सरकार ने कहा पीटीआई पर प्रतिबंध लगाने का मामला सुप्रीम कोर्ट में भी उठाएंगे।
इन पर दर्ज होगा देशद्रोह का मामला
इमरान खान के खिलाफ राज्य के रहस्यों को लीक करने और दंगे भड़काने सहित आरोपों का हवाला देते हुए अताउल्लाह तरार कहा, हमारा मानना है कि पीटीआई पर प्रतिबंध लगाने के विश्वसनीय सबूत हैं। पीटीआई और पाकिस्तान एक साथ नहीं रह सकते। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान सरकार पीटीआई के संस्थापक इमरान खान और पूर्व राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के खिलाफ अनुच्छेद 6 के तहत देशद्रोह का मामला दर्ज करेगी।
इमरान की पार्टी पर लगे ये आरोप
पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने यह भी बताया कि पाकिस्तान सरकार ने 9 मई की घटनाओं में सत्तारूढ़ पार्टी की संलिप्तता के कारण पीटीआई पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। 9 मई को पीटीआई नेताओं ने कथित तौर पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ पाकिस्तान के सौदे को विफल करने का प्रयास किया। यह घटनाक्रम तब हुआ जब पीटीआई के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी पर 9 मई के दंगों के सिलसिले में औपचारिक रूप से आरोप लगाए गए, जबकि इमरान खान को उस दिन की घटनाओं में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया गया था।
1996 में स्थापना, 10 हजार से अधिक कार्यकर्ता जेल में
बता दें कि पूर्व क्रिकेटर इमराख खान ने साल 1996 में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) की स्थापना की थी। 2018 से 2022 तक इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे। अल कादिर ट्रस्ट मामले में इमरान खान को गिरफ्तार किया गया था। बाद में पाकिस्तान सेना के प्रतिष्ठानों पर हमले के मामले में भी उन्हें गिरफ्तार किया गया। उनकी गिरफ्तारी पर पाकिस्तान में काफी बवाल हुआ। सरकारी और निजी वाहनों और इमारतों में तोड़फाड़ के साथ आगजनी की गई। इमरान खान के जेल जाने के बाद उनकी पार्टी के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। अब तक पीटीआई के दस हजार से अधिक नेता और कार्यकर्ता पाकिस्तान की अलग अगल जेलों में बंद हैं।