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चीन ने दोस्त पाकिस्तान को दे दिया धोखा! अब पहुंचा भारत की शरण में, मांगी मदद
कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद पाकिस्तान ने भारत से अपने तमाम व्यापारिक संबंध खत्म कर दिया जो उसपर भारी पड़ता दिख रहा है। एक बार फिर पाकिस्तान भारत की शरण पहुंचा है।
नई दिल्ली: कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद पाकिस्तान ने भारत से अपने तमाम व्यापारिक संबंध खत्म कर दिया जो उसपर भारी पड़ता दिख रहा है। एक बार फिर पाकिस्तान भारत की शरण पहुंचा है। पाकिस्तान की संघीय कैबिनेट ने भारत से एक बार के लिए पोलियो मार्कर के आयात की अनुमति दी है। साथ ही 89 जरूरी दवाओं के दाम में पंद्रह फीसदी कटौती करने का फैसला किया है।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक मार्कर पोलियो की दवा पिलाने के बाद बच्चों की उंगलियों पर स्याही से निशान बनाने के काम आते हैं। इससे साफ हो जाता है कि अमुक बच्चे को दवा पिलाई जा चुकी है। यह मार्कर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा अनुमोदित हैं।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर को दिए गए विशेष राज्य के दर्जे को पांच अगस्त को भारत सरकार के वापस लेने के बाद पाकिस्तान ने भारत से कारोबार पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन पाकिस्तान का यह कदम उसके ही गले की फांस बन गया। जीवनरक्षक दवाओं समेत विभिन्न दवाओं और कच्चे माल का आयात भारत से ही किया जाता रहा है, ऐसे में प्रतिबंध ने भारी दिक्कतें पैदा हो गई हैं।
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पाकिस्तान के दवा उद्योग ने इन प्रतिबंधों को तत्काल हटाने की मांग की और कहा कि ऐसा नहीं होने पर पाकिस्तान में दवाओं की बेहद कमी हो जाएगी। इसके बाद सरकार ने सितंबर में दवाओं और इन्हें बनाने में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल पर लगी रोक को हटा लिया।
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चीन का मार्कर बेकार
डब्ल्यूएचओ द्वारा अनुमोदित ऐसे गैर विषाक्त मार्कर केवल भारत और चीन में बनते हैं। अधिकारी के मुताबिक हालांकि डब्ल्यूएचओ ने इससे पहले इन्हें हमारे लिए चीन से खरीदा था, लेकिन उनकी गुणवत्ता पर सवाल उठे थे। हमने शिकायत दर्ज कराई थी कि जब तक मॉनिटरिंग टीम बच्चों तक पहुंचती थी, स्याही का रंग उड़ चुका होता था।
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उन्होंने बताया कि डब्ल्यूएचओ ने इन्हें भारत से खरीदना शुरू किया था। आठ लाख मार्कर का ऑर्डर दिया गया था। लेकिन पाकिस्तान सरकार द्वारा भारत से कारोबार पर प्रतिबंध के कारण इनकी आपूर्ति नहीं हो सकी। अब कैबिनेट ने प्रतिबंध पर से एक बार के लिए रोक हटाने का फैसला किया है तो अब हम इन्हें हासिल कर लेंगे।